खान सर ने छात्राओं को दी शादी की धमाकेदार रिसेप्शन पार्टी, 151 व्यंजनों के बीच गोलगप्पे पर टूट पड़ी लड़कियां
Khan Sir Reception Party: पटना में खान सर की शादी के बाद छात्राओं के लिए आयोजित रिसेप्शन पार्टी में 151 व्यंजनों की दावत, हजारों की भीड़ और गोलगप्पों की होड़ ने समां बांध दिया.
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Khan Sir Reception Party: देश के सबसे लोकप्रिय शिक्षक खान सर ने अपनी शादी के बाद पटना में एक भव्य रिसेप्शन पार्टी का आयोजन किया, जिसमें हजारों छात्राओं का हुजूम उमड़ पड़ा. अंजुमन इस्लामिया हॉल में आयोजित इस भोज में 151 तरह के स्वादिष्ट व्यंजनों ने माहौल को और रंगीन बना दिया. हालांकि, छात्राओं के बीच एक मायूसी भी रही कि खान सर की पत्नी इस समारोह में शामिल नहीं हो सकीं. लेकिन खान सर की जमीनी सक्रियता और उनके आत्मीय अंदाज ने सभी का दिल जीत लिया. आइए, जानते हैं इस अनोखे आयोजन की खास बातें.
20,000 छात्राओं के लिए भव्य भोज
पटना के अशोक राजपथ पर स्थित अंजुमन इस्लामिया हॉल में खान सर की रिसेप्शन पार्टी में करीब 20,000 छात्राओं को आमंत्रित किया गया. हॉल की क्षमता 4,000-5,000 लोगों की थी, लेकिन उत्साह इतना था कि डेढ़ से दो किलोमीटर लंबी कतारें लग गईं. पानी पूरी, पुलाव, चिकन, मछली, मशरूम, मटर पनीर, डोसा, मोमोज, छोले-भटूरे, गुजिया और दर्जनों ड्राई फ्रूट्स समेत 151 व्यंजनों ने सभी का मन मोह लिया.छात्रा सौम्या ने कहा, “सब कुछ इतना यम्मी है, खान सर को स्पेशल थैंक यू!” वहीं, लकी सिंह ने बताया, “इतने आइटम्स हैं कि नाम गिनाना मुश्किल है, लेकिन हर चीज का टेस्ट लाजवाब है.”
खान सर का अनोखा अंदाज
खान सर इस आयोजन में किसी वीआईपी की तरह मंच पर बैठने के बजाय वॉकी-टॉकी लेकर व्यवस्था संभालते नजर आए. वे गेट से लेकर डाइनिंग एरिया तक हर जगह मौजूद थे, यह सुनिश्चित करते हुए कि किसी भी छात्रा को खाने या बैठने में दिक्कत न हो. भीड़ बढ़ने पर उन्होंने गार्ड्स को निर्देश दिए, "लाइन को आराम से कंट्रोल करो, धक्का-मुक्की नहीं होनी चाहिए." उनका यह जमीनी रवैया देखकर छात्राएं हैरान थीं कि इतना बड़ा शिक्षक खुद इतने छोटे-छोटे कामों में इतनी तन्मयता से जुटा है.
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पत्तल के लिए मची होड़, लेकिन प्यार ने जीता दिल
जैसे ही खाना परोसना शुरू हुआ, पत्तल के लिए छात्राओं में होड़ सी मच गई. कोई मोमोज की लाइन में भागा तो कोई भटूरे के लिए दौड़ा. कुछ छात्राएं दो-दो बार पत्तल लेकर लाइन में लग गईं, लेकिन जब पकड़ी गईं तो मुस्कुराकर बोलीं, "भूख क्या न करवा दे!" हालात ऐसे थे कि कुछ को 20 मिनट तक लाइन में इंतजार करना पड़ा. लेकिन यह झपटाझपटी बदतमीजी नहीं, बल्कि मासूम भूख और खान सर के प्रति स्नेह का प्रतीक थी. खान सर ने न सिर्फ स्वादिष्ट भोजन परोसा, बल्कि धैर्य और संयम का पाठ भी पढ़ाया.
पार्टी में गोलगप्पे की जंग
पटना के अंजुमन इस्लामिया हॉल में खान सर की रिसेप्शन पार्टी में गोलगप्पे के स्टॉल पर छात्राओं की भीड़ ने अलग ही रंग जमा दिया. जैसे ही गोलगप्पे की प्लेटें परोसी गईं, लड़कियां टूट पड़ीं और लाइन में धक्का-मुक्की के बीच हंसी-मजाक का माहौल बन गया. सौम्या ने उत्साह से कहा, “गोलगप्पे इतने यम्मी हैं कि बस खाते जाओ!”. यह गोलगप्पे की होड़ न सिर्फ भोजन के प्रति प्यार, बल्कि खान सर के प्रति छात्राओं के स्नेह को भी दर्शाती थी.
पत्नी की गैरमौजूदगी से मायूसी
खान सर ने बताया कि उनकी पत्नी को ऑफिस से छुट्टी नहीं मिली, इसलिए वे इस रिसेप्शन में शामिल नहीं हो सकीं. कई छात्राएं जैसे सुहासनी और सिमरन अंसारी, जो खान सर की पत्नी से मिलने की उम्मीद लेकर आई थीं, थोड़ी मायूस हुईं. लेकिन सलोनी जैसी छात्राओं का कहना था, "मैडम न सही, खान सर से मिलकर ही दिल खुश है. उनसे फिर कभी मिल लेंगे." खान सर का आत्मीय व्यवहार और 151 व्यंजनों की दावत ने मायूसी को उत्साह में बदल दिया.
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