'महा जंगलराज, महा राक्षसराज!' बिहार की दलित बस्ती को फूंकने की पूरी कहानी जिसपर भड़के तेजस्वी

ललित यादव

Bihar News: बिहार के नवादा जिले के कृष्णा नगर में बुधवार की शाम जमीन विवाद के चलते दबंगों ने दलित बस्ती में आग लगा दी. गांव के लोगों का दावा है कि करीब 80 घर इस आग में जलकर खाक हो गए, लेकिन नवादा पुलिस ने बताया है कि करीब 20 घर ही आग में जले हैं.

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Bihar News: बिहार के नवादा जिले के कृष्णा नगर में बुधवार की शाम जमीन विवाद के चलते दबंगों ने दलित बस्ती में आग लगा दी. गांव के लोगों का दावा है कि करीब 80 घर इस आग में जलकर खाक हो गए, लेकिन नवादा पुलिस ने बताया है कि करीब 20 घर ही आग में जले हैं. इस घटना में किसी की मौत नहीं हुई है. पुलिस ने इस मामले में 10 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है.

यह घटना नवादा के मुफस्सिल थाना क्षेत्र के ननौरा गांव के पास की है. बताया जा रहा है कि गांव में जमीन के एक हिस्से पर फिलहाल दलित परिवारों का कब्जा है. इसी जमीन के कब्जे को लेकर विवाद चल रहा था. बुधवार शाम को दबंगों ने दलित परिवारों के साथ मारपीट की थी और फिर हवाई फायरिंग के बाद उनके घरों को आग के हवाले कर दिया. आग बुझाने के लिए फायर ब्रिगेड को बुलाया गया.

नवादा एसपी ने दी ये जानकारी

नवादा के एसपी अभिनव धीमान ने बताया, "करीब 7 बजे यह सूचना मिली थी कि कुछ व्यक्तियों ने घरों को जलाया है. प्रारंभिक दावे में 40-50 घर जले थे लेकिन पुलिस द्वारा किए गए सर्वेक्षण में 21 घर मिले. इस घटना में किसी की मौत नहीं हुई है."

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पुलिस ने हवाई फायरिंग की घटना को नकारा

पुलिस अधीक्षक ने साथ ही हवाई फायरिंग की घटना को नकार दिया. उन्होंने कहा, "जो दावा किया जा रहा था कि हवाई फायरिंग हुई है, उसमें अब तक कोई सबूत नहीं मिले हैं. हमारी टीम पूरी मामले की जांच कर रही है." पुलिस ने बताया कि मुख्य आरोपी समेत 10 लोगों को गिरफ्तार किया गया है और सभी आरोपियों की गिरफ्तारी सुनिश्चित होगी. फिलहाल हालात सामान्य नहीं होने तक यहां पुलिस फोर्स तैनात रहेगी.  

क्या है पूरा मामला

दरअसल, जिस बस्ती में आग लगाई गई वो जमीन बिहार सरकार की है. चश्मदीदों की माने तो यह जमीन गैर मजरुआ जमीन है. जिस पर महादलित बस्ती निवास करती है. यहां 20 साल से ज्यादा समय से लोग रह रहे हैं. इसी भूमि पर दूसरे पक्ष अपना दावा जता रहा है और 40 साल पुराना यह जमीन विवाद कोर्ट में है.

इस घटना के पीछे दो शख्सों के बीच का भी इसे विवाद बताया जा रहा है, इनमें नंदू पासवान और गौतम पासवान के बीच जमीन को लेकर काफी समय से विवाद था. दोनों के विवाद के कारण ही बुधवार शाम को नंदू पासवान की ओर से हमले और आगजनी की बात कही जा रही है. जानकारी के मुताबिक नंदू पासवान इस जमीन पर कब्जा करना चाहता है. इसी के चलते कथित रूप से उसने बस्ती पर हमला किया. इससे पहले भी कई बार छोटी-मोटी घटना को अंजाम दिया गया था. 
 

खड़गे बोले- जंगलराज का एक और प्रमाण

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने भी इस घटना की निंदा की है. उन्होंने ट्वीट कर नीतीश सरकार को लेकर लिखा, "बिहार के नवादा में महादलित टोला पर दबंगों का आतंक NDA की डबल इंजन सरकार के जंगलराज का एक और प्रमाण है. बेहद निंदनीय है कि करीब 100 दलित घरों में आग लगाई गई, गोलीबारी की गई और रात के अँधेरे में ग़रीब परिवारों का सब कुछ छीन लिया गया."

तेजस्वी ने सरकार पर साधा निशाना

आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने इस घटना की कड़ी निंदा की और इसे महा जंगलराज, महा दानवराज एवं महा राक्षसराज कहा. सोशल मीडिया पर तेजस्वी ने लिखा, "नवादा में दलितों के 100 से अधिक घरों में आग लगाई गई. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बेफिक्र हैं, दलितों पर अत्याचार बर्दाश्त नहीं होगा"

प्रधानमंत्री मोदी और एनडीए को बोलना चाहिए: मृत्युंजय तिवारी

आरजेडी प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने भी इस घटना पर सरकार की आलोचना की. उन्होंने कहा, "बिहार में दलितों के घर जलाए जा रहे हैं और सरकार चैन की नींद सो रही है. दोषियों पर सख्त कार्रवाई होनी चाहिए. बिहार जिस तरह जल रहा है उसपर प्रधानमंत्री मोदी और एनडीए को बोलना चाहिए."

इनपुट: इंद्रमोहन 

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