EPFO Pension Scheme: अक्षत की कहानी से समझिए, रिटायरमेंट के बाद कितनी मिलेगी पेंशन

News Tak Desk

EPFO Pension Scheme: अक्षत की कहानी से समझिए EPS-95 की पेंशन गणित, रिटायरमेंट पर कितना फंड और कितनी पेंशन मिलेगी पूरी डिटेल्स यहां जानें.

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तस्वीर: न्यूज तक.
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नौकरी करने वाले ज्यादातर युवाओं को पता होता है कि उनकी सैलरी से हर महीने PF (Provident Fund) कटता है, लेकिन इसमें पेंशन के लिए भी कंट्रीब्यूशन होता है ये बहुत कम लोगों को पता होता है. EPFO (Employees Provident Fund Organisation) संगठित क्षेत्र के कर्मचारियों को सिर्फ PF ही नहीं, बल्कि पेंशन और बीमा जैसी सामाजिक सुरक्षा भी देता है. 

हालांकि पेंशन को लेकर कुछ नियम और शर्तें हैं. ये जानना बहुत जरूरी है. यदि इसे आपने मिस किया तो पेंशन कंट्रीब्यूशन के बाद भी आप इस आजीवन सुविधा से महरूम रह जाएंगे. 

Personal Finance की इस सीरीज में हम आपको 27 साल के अक्षत की कहानी से पेंशन की पूरी गणित समझा रहे हैं. इससे आपको भी साफ हो जाएगा कि आपकी सैलरी से PF कैसे कटता है, उसमें से EPS (Employee Pension Scheme) के लिए कितना पैसा जाता है और रिटायरमेंट पर आखिरकार आपको पेंशन कितनी मिलेगी?

EPFO पेंशन स्कीम क्या है?

  • कर्मचारी भविष्य निधि (EPF) में कर्मचारी और नियोक्ता दोनों अपनी बेसिक सैलरी + DA का 12-12% योगदान करते हैं. 
  • कर्मचारी का पूरा 12% सीधे PF खाते में जाता है.
  • नियोक्ता का 12% दो हिस्सों में बंटता है. 
  • 8.33% पेंशन (EPS) में.
  • बाकी EPF खाते में. 

लेकिन EPS का एक नियम है- इसका कैलकुलेशन अधिकतम ₹15,000 बेसिक + DA पर ही होता है. यानी अगर आपकी सैलरी इससे ज्यादा भी है, तो भी EPS में अधिकतम ₹1,250 ही कंट्रीब्यूट होगा. 

अक्षत की सैलरी और PF कंट्रीब्यूशन की गणित समझिए 

  • अक्षत की उम्र: 27 साल
  • बेसिक + DA: ₹30,000
  • कर्मचारी का योगदान (12%) = ₹3,600 (सीधे PF में)
  • नियोक्ता का योगदान (12%) = ₹3,600, लेकिन इसमें से
  • EPS (8.33%) = ₹1,250 (यही अधिकतम मान्य होगा)
  • बाकी PF में = ₹2,350 रुपए जमा होगा. 

कैलकुलेशन

  • कुल PF कंट्रीब्यूशन (Employee+Employer) = ₹5,950 प्रति माह
  • EPS कंट्रीब्यूशन = ₹1,250 प्रति माह

अक्षत का रिटायरमेंट फंड

अगर मान लें कि अक्षत की सैलरी में हर साल 5% इन्क्रीमेंट हो और PF पर औसतन 8.1% ब्याज मिले, तो 58 साल की उम्र में (31 साल की नौकरी के बाद) अक्षत को करीब ₹2 करोड़ का PF फंड मिलेगा. 

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पेंशन की गणित समझिए

  • पेंशन के लिए EPFO का फार्मूला है- (पेंशन के योग्य वेतन × नौकरी के साल) ÷ 70
  • पेंशन योग्य वेजन यानी रिटायरमेंट से ठीक पहले से काउंट करिए...आखिर के 60 महीने की औसत बेसिक + DA (EPS के लिए अधिकतम ₹15,000 ही माना जाएगा)
  • पेंशन योग्स सर्विस = नौकरी के साल (यहां 31 साल)
  • तो, पेंशन प्रति माह बनेगी = (15,000 × 31) ÷ 70 = ₹6,642 (लगभग)
  • यानी अक्षत को 58 साल की उम्र से हर महीने ₹6,642 पेंशन मिलेगी जो आजीवन होगी.  

पेंशन के अन्य प्रकार भी जान लीजिए 

  • अर्ली (50 साल की उम्र से)
  • अगर अक्षत 58 साल से पहले पेंशन लेना चाहते हैं तो हर साल 4% कटौती के साथ पेंशन मिलेगी.  
  • 8 साल पहले लेने पर पेंशन ₹4,500 प्रति माह ही मिलेगी.  

विधवा पेंशन  (Widow Pension)

नौकरी के दौरान पेंशन पाने वाले की पुरूष/स्त्री मृत्यु हो जाए तो उनकी पत्नी/पति को आजीवन पेंशन मिलेगी. 
पेंशन की राशि वही होगी जो उसके पति/पत्नी को मिल रही थी.

चिल्ड्रेन पेंशन  (Children Pension)

  • पत्नी की पेंशन के साथ 2 बच्चों को 25-25% अतिरिक्त पेंशन मिलेगी.
  • जैसे अगर पत्नी को ₹6,642 मिल रही है तो बच्चों को ₹1,660 प्रति बच्चा मिलेगा. 
  • बच्चों को ये पेंशन उनकी 25 साल की उम्र तक मिलेगी. 

ऑर्डिनरी या इनहांस फैमिली पेंशन (Ordinary/Enhanced Family Pension)

  • अगर मृत्यु सेवा के 7 साल से पहले होती है तो नॉमिनी को न्यूनतम ₹1,000 पेंशन मिलेगी.
  • 7 साल से ज्यादा सेवा होने पर पहले 7 साल तक पूरी पेंशन और बाद में ₹1,000 आजीवन मिलेगा. 

सुपरनुएशन पेंशन क्या होती है?

  • पात्रता: 58 वर्ष की आयु पूरी करने और कम से कम 10 वर्ष की सेवा अवधि. 
  • पेंशन शुरू होगी: 58 वर्ष की आयु के बाद.
  • माना कि सेवा अवधि 20 साल की है तो पेंशन मिलेगा- (15000×20)/70=  ₹4,286 (लगभग)

निष्कर्ष

अक्षत की कहानी से साफ है कि EPS-95 स्कीम रिटायरमेंट के बाद एक स्थायी आय देती है. भले ही पेंशन की राशि PF फंड जितनी बड़ी नहीं होती, लेकिन यह आजीवन मिलती रहती है और नॉमिनी को भी ट्रांसफर होती है. युवाओं के लिए जरूरी है कि वे सिर्फ PF बैलेंस पर ध्यान न देकर EPS के योगदान और उससे बनने वाली पेंशन को भी समझें, क्योंकि यही स्कीम उनके बुढ़ापे और परिवार दोनों की सुरक्षा करती है. 
 

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