कारें सस्ती हुईं तो खरीदारों की मची होड़, EMI पर लेने का सोच रहे तो जान न करें ये 4 गलतियां नहीं पड़ेगा पछताना
नई कार खरीदने से पहले सही फाइनेंशियल प्लानिंग कैसे करें? जानिए 50% रूल और 20/4/10 रूल से कार का बजट, डाउन पेमेंट और EMI तय करने का आसान तरीका.

जीएसटी रिफॉर्म्स के बाद 22 सितंबर से छोटी कारें सस्ती हो गई हैं. इधर 60 हजार से 1 लाख 20 हजार तक कारों का रेट कम होने पर खरीदारों की होड़ मच गई है. कारों की खरीदारी को देखते हुए बैंकों में होम लोन के एप्लीकेशन भी खूब आने लगे हैं. लोग अपने CIBIL स्कोर के आधार पर बैंकों से कम ब्याज दर पर लोन की डिमांड कर रहे हैं.
कार पसंद करने से लेकर कार पर लोन लेने की जल्दबाजी आपको मुश्किल में डाल सकती है. इस मुश्किल से बचने का आसान तरीका है कार बाइंग फार्मूले. Personal Finance की इस सीरीज में हम ये बता रहे हैं कि 2 बेहद जरूरी फॉर्मूलों पर सैलरी को जज कैसे करें?
Swift, Punch, i20 ही नहीं... Scorpio-N, क्रेटा, ROXX जैसी बड़ी कारें भी होंगी सस्ती, जानें पूरी डिटेल
यह भी पढ़ें...
सैलरी बताएगी कार का बजट क्या हो? '50% रूल'
कार खरीदने से पहले 50 परसेंट रूल वाला फार्मूला सैलरी पर लगाना न भूलें. आप अपनी सालाना सैलरी का 50% कैलकुलेट करें. यही आपकी कार का आइडियल बजट होगा, जिसकी EMI पें करने में अपका मंथली बजट टेंशन नहीं देगा. मान लीजिए लखन ने जीएसटी 2.0 आने के बाद कार खरीदने का मन बना लिया है. उन्हें धनतेरस पर कार खरीदनी है. ऐसे में उनकी कार का बजट क्या हो और कितनी EMI पे करें ये सब ऐसे कैलकुलेट कर सकते हैं....
- लखन की सालाना सैलरी = ₹90,000 × 12 = 10 लाख 80 हजार रुपए
- 50% रूल = ₹5.40 लाख रुपए. यानी लखन 5 लाख 40 हजार से लेकर 6 लाख रुपए तक की कार ले सकते हैं.
डाऊन पेमेंट कितना होना चाहिए?
- '20/4/10 रूल' से डाऊन पेमेंट, कार का मेंटेनेंस और मंथली फ्यूल खर्च तय होता है.
- ये रूल बताता है कि कार की कुल लागत को मैनेज कैसे करना है ताकि मंथली खर्च दबाव में न आ जाए.
- 20% डाऊन पेमेंट: 2 लाख तक कर सकते हैं.
- यानी 4 लाख रुपए का बैंक लोन लेना होगा.
EMI कितने साल की हो?
'20/4/10 रूल' बताता है कि EMI 4 साल से ज्यादा मत रखो. यदि लखन 4 लाख के लोन की EMI 4 साल के लिए करते हैं और सालाना ब्याज 9 फीसदी के आसपास है तो...
- 4 साल की EMI: ₹4 लाख के लोन पर अगर 9% ब्याज पर लिया जाए तो EMI करीब ₹9,954 प्रति माह होगी.
- रूल के मुताबिक 10% सैलरी ईंधन/मेंटेनेंस पर: यानी 9000 रुपए प्रति माह पेट्रोल+मेंटेनेंस पर खर्च कर सकते हैं.
- यानी लखन को मंथली EMI+पेट्रोल/मेंटेनेंस यानी 18-19000 रुपए खर्च करने होंगे.
GST 2.0 के बाद दिवाली से पहले RBI दे सकता है एक और बड़ी खुशखबरी
यह भी पढ़ें: