कौन हैं विनोद वर्मा जिनके घर पड़ा ED का छापा? जानें सीएम बघेल के क्यों हैं खास

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ED raid in Chhattisgarh- छत्तीसगढ़ में प्रवर्तन निदेशालय (ED) की टीम ने एक बार फिर छापेमारी की है. इस बार मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (Bhupesh Baghel)…

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ED raid in Chhattisgarh- छत्तीसगढ़ में प्रवर्तन निदेशालय (ED) की टीम ने एक बार फिर छापेमारी की है. इस बार मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (Bhupesh Baghel) के करीबियों पर केंद्रीय एजेंसी ने शिकंजा कसा है. ईडी ने बघेल के राजनीतिक सलाहकार विनोद वर्मा (Vinod Verma) और एक विशेष कर्तव्य अधिकारी (ओएसडी) के परिसरों की तलाशी ली है. ईडी की कार्रवाई पर सीएम बघेल ने भी फौरन अपनी प्रतिक्रिया दी है. ऐसे तो सूबे में लगातार ईडी की छापेमार कार्रवाई चल रही है लेकिन विनोद वर्मा के घर पर केंद्रीय एजेंसी की कार्रवाई से सियासी हलचल तेज हो गई है.

जानकारी के अनुसार, ईडी सीएम के राजनीतिक सलाहकार विनोद वर्मा के निवास पर जांच कर रही है. रायपुर के देवेंद्र नगर स्थित उनके निवास में दबिश दी गई है. घर के बाहर सीआरपीएफ के जवान नजर आए. इसके अलावा ईडी ने सीएम के ओएसडी मनीष बंछोर, आशीष वर्मा और उनके एक करीबी कारोबारी विजय भाटिया के यहां छापे की कार्रवाई की.

ईडी छत्तीसगढ़ में कथित कोयला घोटाला, शराब घोटाला, जिला खनिज फाउंडेशन फंड में अनियमितता और एक ऑनलाइन सट्टेबाजी आवेदन से संबंधित विभिन्न मामलों की जांच कर रहा है. सूत्रों के मुताबिक, पिछले दो दिनों में ईडी ने जाहिर तौर पर ऑनलाइन सट्टेबाजी गतिविधियों के सिलसिले में रायपुर और दुर्ग में कई स्थानों पर तलाशी ली.

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आइए, जानते हैं कौन हैं विनोद वर्मा जिनके घर ईडी के छापे से प्रदेश में सियासी हलचल तेज है.

सीएम के हैं करीबी

पूर्व वरिष्ठ पत्रकार विनोद वर्मा मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के बेहद करीबी माने जाते हैं. वर्मा छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री के चार राजनीतिक सलाहकारों में से एक हैं. साल 2018 में कांग्रेस सरकार बनने के चार दिन बाद उनको सलाहकार के तौर पर नियुक्त किया गया था. रायपुर से लेकर दिल्ली और बीबीसी लंदन में पत्रकारिता कर चुके विनोद वर्मा कांग्रेस पार्टी में प्रशिक्षण विशेषज्ञ भी रहे हैं. मुख्यमंत्री की विभिन्न योजनाओं, अभियानों और रणनीतियों को बनाने में उनकी मुख्य भूमिका रहती है.

सीडी कांड से चर्चा में आए थे वर्मा

साल 2017 के अक्टूबर महीने में राज्य के एक तत्कालीन मंत्री की कथित सेक्स सीडी मामले में छत्तीसगढ़ पुलिस ने उनके गाजियाबाद के इंदिरापुरम इलाके में स्थित घर से गिरफ्तार किया था. उस दौरान छत्तीसगढ़ में भाजपा की सरकार थी. इस मामले में तत्कालीन भाजपा के कैबिनेट मंत्री राजेश मूणत का नाम सामने आया था. उन्हें रायपुर पुलिस की एक टीम ने ब्लैकमेलिंग और उगाही के आरोप में गिरफ्तार किया था. वर्मा को दो महीने की जेल हुई थी. बाद में छत्तीसगढ़ पुलिस उनके खिलाफ सबूत पेश करने में विफल रही, जिसके बाद उन्हें रिहा कर दिया गया.

बघेल भी गए थे जेल

छत्तीसगढ़ कांग्रेस कमेटी के तत्कालीन अध्यक्ष भूपेश बघेल पर उनके घर से सीडी वितरण के आरोप लगे थे. राजनैतिक बवाल के बाद प्रदेश सरकार ने सीबीआई जांच की अनुशंसा की थी. सितंबर 2018 में सीबीआई की विशेष अदालत ने भूपेश बघेल को सीडी कांड में 15 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा था. दरअसल, मंत्री राजेश मूणत की शिकायत पर केस दर्ज किया गया था और सीबीआई ने भूपेश बघेल को सेक्स सीडी मामले में आरोपी बनाया था. बघेल ने जमानत याचिका लगाने से इनकार कर दिया था इसलिए कोर्ट ने उन्हें जेल भेज दिया. उस दौरान कांग्रेस ने राज्य में जेल भरो आंदोलन भी चलाया था.

सत्ता मिली तो बनाया सलाहकार

जब राज्य में कांग्रेस की जीत हुई तो भूपेश बघेल के नेतृत्व में सरकार बनी. सरकार बनने के बाद तुरंत प्रभाव से विनोद वर्मा को सीएम भूपेश बघेल ने अपने सलाहकार के रूप में नियुक्त किया था.

सीएम बघेल का तंज

मुख्यमंत्री बघेल का आज जन्मदिन है, ऐसे में सुबह-सुबह उनके करीबियों पर ईडी की कार्रवाई को लेकर उन्होंने पीएम मोदी औऱ अमित शाह पर तंज सका. उन्होंने एक्स पर पोस्ट किया, “आदरणीय प्रधानमंत्री जी एवं श्री अमित शाह जी! मेरे जन्मदिन के दिन आज आपने मेरे राजनीतिक सलाहकार एवं मेरे OSD सहित करीबियों के यहां ED भेजकर जो अमूल्य तोहफा दिया है, इसके लिए बहुत आभार.”

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