रायबरेली, वायनाड में मिली बड़ी जीत पर कौन सी सीट रखेंगे राहुल? कांग्रेस के अंदर से आई ये खबर
अब इस बात की भी चर्चा तेज हो गई है कि आखिर केरल की वायनाड और उत्तर प्रदेश की रायबरेली सीट से बड़ी जीत हासिल करने वाले राहुल गांधी कौन सी एक सीट रखेंगे? इसे लेकर कांग्रेस के अंदरखाने से बड़ी खबर सामने आई है.
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Rahul Gandhi news: लोकसभा चुनावों का नतीजा आने के बाद देश की राजधानी दिल्ली में सियासी हलचलें तेज हैं. इस बीच शनिवार को कांग्रेस की संसदीय दल की बैठक में सोनिया गांधी एक बार फिर संसदीय दल (सीपीपी) प्रमुख चुनी गई हैं. वहीं इससे पहले कांग्रेस वर्किंग कमेटी (CWC) की बैठक में सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारिच कर राहुल गांधी से लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष का पद संभालने का आग्रह किया गया है. अब इस बात की भी चर्चा तेज हो गई है कि आखिर केरल की वायनाड और उत्तर प्रदेश की रायबरेली सीट से बड़ी जीत हासिल करने वाले राहुल गांधी कौन सी एक सीट रखेंगे? इसे लेकर कांग्रेस के अंदरखाने से बड़ी खबर सामने आई है.
कांग्रेस के सूत्रों ने हमारे सहयोगी इंडिया टुडे टीवी को पुष्टि करते हुए बताया है कि राहुल गांधी रायबरेली लोकसभा सीट पर बने रह सकते हैं और केरल की वायनाड सीट से इस्तीफा दे सकते हैं. इसे लेकर अंतिम फैसला 17 जून से पहले आने की उम्मीद है. जनप्रतिनिधित्व कानून के तहत एक व्यक्ति अधिकतम दो निर्वाचन क्षेत्रों से चुनाव लड़ सकता है. हालांकि, उम्मीदवार केवल एक सीट ही रख सकता है और उसे नतीजों के 14 दिनों के भीतर दूसरी सीट से इस्तीफा देना होगा. ऐसा करने से विफल होने में दोनों सीटों से सदस्यता गंवाने का खतरा रहता है.
कांग्रेस में नहीं दिखी एक राय
शनिवार को हुई कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक में इस बात पर नेताओं के बीच एक राय नहीं मिली कि राहुल गांधी वायनाड छोड़ें या रायबरेली. सूत्रों के अनुसार, केरल के कोडिक्कुन्निल सुरेश जैसे सांसदों ने जहां राहुल गांधी के वायनाड सीट पर बने रहने का समर्थन किया, वहीं रायबरेली के लिए आवाजें अधिक मुखर रहीं. उत्तर प्रदेश से कांग्रेस विधायक दल की नेता आराधना मिश्रा ने तर्क दिया कि रायबरेली गांधी परिवार की पारंपरिक सीट है, जो पीढ़ियों से चली आ रही है और राहुल गांधी को इसे बरकरार रखना चाहिए.
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सूत्रों ने बताया कि नेताओं ने यह भी तर्क दिया कि राहुल गांधी का रायबरेली सीट पर बने रहना उत्तर प्रदेश में कांग्रेस के राजनीतिक पुनरुद्धार के लिए महत्वपूर्ण है. सिर्फ तीन कार्यकाल छोड़ दिए जाएं तो कांग्रेस ने 1952 से रायबरेली का प्रतिनिधित्व किया है. सोनिया गांधी ने 2004 से 2019 तक सीट जीती और 2024 के चुनाव के लिए राहुल गांधी को कमान सौंपी. राहुल गांधी ने रायबरेली में भाजपा के दिनेश प्रताप सिंह को 3,90,030 मतों से हराया. राहुल गांधी ने वायनाड सीट 3 लाख 64 हजार 422 वोटों के अंतर से जीती थी.
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