पहले रेप करता...फिर वो वीडियो खुद ही पोर्न वेबसाइट पर अपलोड करता, नारनौंद से सामने आया हैरान करने वाला मामला
Haryana Crime News: हरियाणा के नारनौंद में सीबीआई ने बाल यौन शोषण और पोर्न वीडियो अपलोडिंग मामले में एक दिव्यांग आरोपी को गिरफ्तार किया, जानें कैसे खुली परतें.
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Haryana Crime News: हरियाणा के हिसार जिले के नारनौंद उपमंडल के एक गांव से दिल को झकझोर देने वाली खबर ने सबको हैरान कर दिया है. एक ऐसा शख्स, जो गांव में भरोसे का चेहरा था, मासूम बच्चियों की जिंदगी से खिलवाड़ कर रहा था. केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने इस शख्स को गिरफ्तार किया है, जो न केवल नाबालिग लड़कियों का यौन शोषण करता था, बल्कि उनके अश्लील वीडियो बनाकर पोर्न वेबसाइट्स पर अपलोड करता था. इस खुलासे ने पूरे गांव को झकझोर कर रख दिया है.
कौन है आरोपी?
आरोपी का नाम सोमनाथ (40) है, जो नारनौंद के गढ़ी अजीमा गांव का निवासी है. वह जन्म से दिव्यांग है और दोनों पैरों से अक्षम है. सोमनाथ गांव में कॉमन सर्विस सेंटर (सीएससी) चलाता था और ग्रेजुएट है. ग्रामीणों के बीच उसका व्यवहार मिलनसार था, जिसके चलते कोई उस पर शक नहीं करता था. लेकिन उसकी इस छवि के पीछे छिपा था एक खतरनाक अपराधी, जो मासूम बच्चियों को अपनी हवस का शिकार बनाता था.
कैसे बनाता था शिकार?
सोमनाथ छोटी बच्चियों को टॉफी, चॉकलेट या अन्य लालच देकर अपनी दुकान पर बुलाता था. वहां वह उनके साथ अश्लील हरकतें करता और धीरे-धीरे रेप जैसे घिनौने अपराध को अंजाम देने लगा. वह इन वारदातों के वीडियो रिकॉर्ड करता और फिर बच्चियों को ब्लैकमेल कर बार-बार उनका शोषण करता. उसकी इन हरकतों ने कई मासूमों की जिंदगी तबाह कर दी.
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सीबीआई की गुप्त कार्रवाई
सीबीआई ने इस मामले को पूरी गोपनीयता के साथ सुलझाया. इंटरपोल के अंतरराष्ट्रीय बाल यौन शोषण (ICSE) डेटाबेस और गूगल की साइबर टिपलाइन रिपोर्ट्स के जरिए अश्लील सामग्री का पता चला. साइबर फोरेंसिक टूल्स की मदद से जांच में खुलासा हुआ कि यह कंटेंट नारनौंद के एक गांव में बनाया गया था.
29 मई को सीबीआई ने सोमनाथ के खिलाफ मामला दर्ज किया. जांच के दौरान पीड़ित बच्चियों और उनके परिजनों से बात की गई, लेकिन उन्हें गोपनीयता बनाए रखने को कहा गया ताकि आरोपी को भनक न लगे. 3 जून को सीबीआई ने सोमनाथ के घर पर छापा मारा और उसे गिरफ्तार कर लिया. तलाशी में कई इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस बरामद हुए, जिनमें आपत्तिजनक तस्वीरें और वीडियो थे. इनसे कई पीड़ित बच्चियों की पहचान भी हुई.
इंटरनेट पर अश्लील सामग्री का जुनून
सीबीआई के मुताबिक, सोमनाथ को बाल यौन शोषण से जुड़ी सामग्री सर्च करने और इकट्ठा करने का जुनून था. वह अपने बनाए वीडियो और फोटो को पोर्न वेबसाइट्स पर अपलोड करता था और अपने दोस्तों को भी भेजता था. उसकी कई मेल आईडी से इस तरह की सामग्री अपलोड करने के सबूत मिले हैं.
आरोपी की पृष्ठभूमि
सोमनाथ के माता-पिता की मृत्यु 30 साल पहले हो चुकी थी. उसकी दो बहनें अनाथ आश्रम में पलीं और बाद में उनकी शादी हो गई. वह अकेला रहता था और उसकी शादी भी नहीं हुई थी. ग्रामीणों का कहना है कि उसका व्यवहार इतना सामान्य था कि किसी को उसकी असलियत का अंदाजा नहीं था.
सीबीआई की आगे की जांच
सीबीआई ने इस मामले की जानकारी गृह मंत्रालय और इंडियन साइबर क्राइम कोऑर्डिनेशन सेंटर (I4C) को दी. सोमनाथ से पूछताछ जारी है ताकि यह पता लगाया जा सके कि वह कितने समय से इस अपराध में लिप्त था और कितनी बच्चियों को उसने निशाना बनाया.
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