अनिरुद्धाचार्य की कथा का एक वीडियो देख साहिबा खान बनी खुशी तिवारी और इंद्र कुमार के साथ हो गया बड़ा कांड
गोरखपुर के कुशीनगर में 18 एकड़ जमीन के लालच में महिला ने सोशल मीडिया पर शादी के लिए फंसाया, फिर की हत्या. कथा का वायरल वीडियो बना साजिश की नींव, आरोपी साहिबा समेत 2 गिरफ्तार.
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मध्य प्रदेश के जबलपुर घर के रहने वाले इंद्र कुमार तिवारी के साथ बड़ा कांड हो गया. इंद्र कुमार की लाश उत्तर प्रदेश के कुशीनगर जिले में मिली है. पहले तो शव की पहचान नहीं हो सकी. जब जबलपुर पुलिस कुशीनगर पहुंची तो पता चला कि इंद्र कुमार तिवारी की हत्या हो गई है. हत्या में एक युवती शामिल है जिसका नाम साहिबा उर्फ खुशी है.
अब सवाल ये है कि इंद्र कुमार तिवारी कुशीनगर कैसे पहुंचे? साहिबा ने उनकी हत्या क्यों करवाई. साहिबा का साथ देने वाला कौशल गौड़ कौन है. इस पूरे मसले का कथावाचक अनिरुद्धाचार्य के कथा आयोजन से क्या कनेक्शन है? इस पूरे हत्याकांड का केंद्र अनिरुद्धाचार्य की कथा में इंद्र कुमार का एक सवाल है.
हत्याकांड से पहले की कहानी
जबलपुर के मझौली थाना इलाके के इंद्र कुमार तिवारी अनिरुद्धाचार्य की कथा में शामिल होने मई में मथुरा पहुंचे थे. यहां प्रश्नोत्तरी के दौरान इंद्र कुमार ने एक सवाल पूछा. इसका जवाब अनिरुद्धाचार्य ने दिया. ये वीडियो काफी वायरल हुआ. देखिए क्या सवाल-जवाब था?
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- इंद्र कुमार- 'महाराज जी मेरी शादी-आदी नहीं हो रही...18 एकड़ जमीन भरी है.'
- अनिरुद्धाचार्य- 'आपके पास 18 एकड़ जमीन है तो क्या लड़की वाले ये नहीं देख पा रहे ये? कितनी उम्र हो गई आपकी?'
- इंद्र कुमार- 45 साल.
- अनिरुद्धाचार्य- '45 तो हो ही गई है...अब क्या... आप साधु बन जाओ अब क्या शादी करना बुढ़ापे में'
- इंद्र - 'शादी तो जरूर करेंगे महाराज जी क्यों कि वंश हमको चलाना..मेरे माता-पिता कोई नहीं हैं. शादी लगती तो है पर लोग बहका देते हैं. आपकी दया हो जाए तो मेरी शादी हो जाए'
- अनिरुद्धाचार्य- 'वैसे भी लड़कियां कम हो गई हैं और लड़के ज्यादा हो गए हैं. आपके खाते की लड़की लगता है भगवान ब्रह्मा जी बनाना भूल गए.'
वीडियो में पकड़ी कमजोरी और बनाया हथियार
इस वीडियो के वायरल होते ही यूपी के कुशीगनर में साहिबा खान ऊर्फ खुशी और कौशल गौड़ ने देखा कि इंद्र कुमार शादी करने के लिए काफी बेचैन हैं. इनके पास 18 एकड़ की प्रॉपर्टी है और इनका कोई वारिस भी नहीं है. बस इसी कमजोरी को हथियार कौशल ने सोशल मीडिया पर इंद्र को ढूंढा और इनका मोबाइल नंबर ले लिया.
शादी के लिए इंद्र झट से तैयार हो गए
इधर शादी का ऑफर आते ही इंद्र कुमार झट से तैयार हो गए. साहिबा की तस्वीर दिखाकर बताया गया कि ये खुशी तिवारी है. दोनों की बातें भी कराई गई. कौशल ने शर्त रखी कि शादी गोरखपुर से होगी. इधर इंद्र ने कुछ जमीन बेच दुल्हन के लिए गहने बनवाए. कुछ पुश्तैनी गहने भी लेकर 2 जून को गोरखपुर के लिए रवाना हो गए. तिवारी परिवार के दूसरे सदस्यों से बताया कि गोरखपुर शादी करने जा रहे हैं. 6 जून तक दुल्हन के साथ लौट आएंगे.
संपर्क टूटा तो चचेरे भाई ने कराई गुमशुदगी की रिपोर्ट
एडिशनल एसपी सूर्यकांत शर्मा ने बताया कि 8 जून को पड़वार गांव के अजय तिवारी ने इंद्र कुमार की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई. अजय ने बताया- इंद्र कुमार 2 जून को घर से निकला था. 5 जून को आखिरी बार बात हुई. उसके बाद से कोई संपर्क नहीं हुआ. मोबाइल भी बंद है.
पुलिस को मिले ये क्लू
पुलिस को इंद्र के मोबाइल की आखिरी लोकेशन गोरखपुर की मिली. पता चला कि एक शख्स का फोन आया था. उसने 11 जून को आकर इंद्र की जमीन के कागजात के लिए आने को कहा था. पुलिस ने जाल बिछाया. वो या पर पुलिस की भनक लगते ही फरार हो गया. पुलिस ने उसका पीछा किया.
पुलिस पहुंची कुशीनलगर, वहां जो हुआ उससे परिवार के उड़े होश
परिवार के लोग पुलिस के साथ कुशीनगर के थाना हाटा पहुंचे. पता चला कि वहां 6 जून को नाले के पास एक लाश मिली थी उसकी शिनाख्त नहीं हो पाई थी. परिजनों ने शव की शिनाख्त इंद्र कुमार के रूप में की. इधर हाटा पुलिस ने मामले में हत्या का प्रकरण दर्ज कर लिया था. पुलिस कौशल गौड़ और साहिबा तक पहुंच गई.
खुला हत्या का राज
पता चला कौशल और साहिबा ने इंद्र कुमार से पैसे, गहने, जमीन हड़पने का प्लान बनाया था. दोनों ने अन्य दो की मदद से इंद्र को गोरखपुर बुलाया. यहां फर्जी शादी कर उन्हें बंधक बनाकर परिवार वालों से आखिरी बार बात कराई. फिर गहने वगैरह ले लिए. विरोध करने पर इंद्र की हत्या कर कुशीनगर में नाले के पास फेंक दिया. सोचा लाश सड़ जाएगी और पहचान नहीं हो पाएगी. मामले में पुलिस अन्य दो की तलाश कर रही है.