सिंधिया 28 विधायकों को लेकर आए थे बीजेपी, कमलनाथ अपने साथ कितने MLA लाएंगे, चर्चा शुरू
आखिरकार इतिहास दौहराया जा रहा है. ज्योतिरादित्य सिंधिया ने 2020 में कमलनाथ की नीतियों के खिलाफ विद्रोह किया था और अपने साथ 28 विधायकों को लेकर बीजेपी में शामिल हो गए थे और कमलनाथ की सरकार को गिरा दिया था. अब वही इतिहास फिर से दौहराया जा रहा है.

Kamal Nath Controversy: आखिरकार इतिहास दौहराया जा रहा है. ज्योतिरादित्य सिंधिया ने 2020 में कमलनाथ की नीतियों के खिलाफ विद्रोह किया था और अपने साथ 28 विधायकों को लेकर बीजेपी में शामिल हो गए थे और कमलनाथ की सरकार को गिरा दिया था. अब वही इतिहास फिर से दौहराया जा रहा है. इस बार खुद कमलनाथ के कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल होने की खबरें सामने आ रही हैं. अब चर्चाएं इस बात की शुरू हो गई हैं कि क्या कमलनाथ सिर्फ अपने बेटे नकुलनाथ के साथ बीजेपी में शामिल होंगे या सिंधिया की तरह बड़ी संख्या में अपने समर्थक विधायकों की फौज लेकर बीजेपी में शामिल होंगे.
चूंकि सिंधिया जब 28 समर्थक विधायकों को लेकर बीजेपी में शामिल हुए थे तो सिंधिया ने बीजेपी में अपनी उपयोगिता को बेहतर तरीके से साबित किया था और उनके विधायकों को शिवराज सरकार में कैबिनेट मंत्री बनने का मौका भी मिला था. अब इसी तरह कमलनाथ की ओर भी देखा जा रहा है कि वे अपने साथ कितने समर्थक विधायकों को लेकर बीजेपी में आते हैं.
आपको बता दें कि कमलनाथ अपने सांसद बेटे नकुलनाथ के साथ बीते रोज से ही दिल्ली में डेरा डाले हैं. ऐसे में उनके समर्थक विधायकों ने भी उनके साथ दिल्ली का रुख कर दिया है. बड़ी संख्या में दिल्ली स्थित कमलनाथ के बंगले पर उनके समर्थक विधायकों ने पहुंचना शुरू कर दिया है. सूत्रों के अनुसार कम से कम अपने साथ 15 विधायकों के साथ कमलनाथ बीजेपी में शामिल हो सकते हैं.
ग्वालियर विधायक और महापौर के सामने पशोपेश की स्थिति
वहीं ग्वालियर पूर्व से विधायक सतीश सिकरवार और उनकी महापौर पत्नी शोभा सिकरवार के घर पर बीती रात लंबी बैठक चली है. कमलनाथ समर्थक नेताओं ने इस मीटिंग में कुछ निर्णय लिए हैं. सतीश सिकरवार ने एमपी तक से चर्चा में कहा है कि कमलनाथ ही उनके नेता हैं. जहां वे रहेंगे, वे भी वहीं जाएंगे. हालांकि उन्होंने फिलहाल कांग्रेस छोड़ने की बात नहीं कही है. लेकिन सतीश सिकरवार ने कहा है कि कांग्रेस पार्टी अभी संकट के दौर में हैं और फिलहाल बिना सोचे-समझे कुछ भी कहना ठीक नहीं होगा. वे कमलनाथ के आगामी स्टेप को देख रहे हैं. सतीश सिकरवार का यह भी कहना है कि कमलनाथ की ओर से अभी तक उनके पास बीजेपी में जाने को लेकर कोई आदेश या अनुरोध नहीं आया है. वे फिलहाल पूरी स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं.
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इनपुट: ग्वालियर से सर्वेश पुरोहित की रिपोर्ट.










