कभी दादा से डरता था पूरा चंबल!....आज पोते ने कर दिया ऐसा काम कि हर तरफ हो रही है चर्चा

News Tak Desk

देश की सबसे कठिन यूपीएससी परीक्षा 2024 में मध्य प्रदेश के ग्वालियर के देव तोमर ने 629वीं रैंक हासिल कर आखिरी प्रयास में सफलता पाई. उन्होंने विदेश की नौकरी छोड़ कर UPSC क्लियर करने का बनने सपना देखा और उसे पूरा किया.

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हाल ही में देश की सबसे कठिन मानी जाने वाली यूपीएससी परीक्षा का रिजल्ट जारी हुआ है. वर्ष 2024 में आयोजित इस परीक्षा में कुल 1009 अभ्यर्थियों को सफलता मिली है. रिजल्ट आने के बाद से कई अभ्यर्थियों की संघर्ष और सफलता की कहानियां सामने आ रही हैं. इन्हीं में से एक हैं मध्य प्रदेश के ग्वालियर निवासी देव तोमर.

देव तोमर को UPSC 2024 में 629वीं रैंक मिली है. खास बात यह है कि यह उनका आखिरी अटेम्प्ट था और उन्होंने इसे सफलता में बदल दिया. देव के अनुसार, उन्होंने इस बार निकालने के अपनी पूरी जी जान लगा दी  थी. देव ने बताया कि वो तीन बार अंतिम चरण यानी इंटरव्यू तक पहुंच चुके थे, लेकिन चयन नहीं हो पा रहा था. उन्होंने कहा कि  इस बार फाइनल लिस्ट में अपना नाम देखाकर बहुत  खुशी हुई.

 88 लाख का पैकेज छोड़ा 

आपको बता दें कि देव नीदरलैंड में एक कंपनी के हेड क्वार्टर में साइंटिस्ट के तौर पर काम कर रहे थे. इस दौरान उनका सालाना पैकेज करीब 88 लाख रुपये था. देव का कहना है कि नौकरी छोड़ने के बाद उन्होंने  तय कर लिया था कि अब सिर्फ IAS बनना है. इसमें उनके अपने परिवार और पत्नी का पूरा समर्थन मिला.

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चंबल के कुख्यात डकैत थे दादा

वहीं देव का पारिवारिक इतिहास भी बेहद दिलचस्प है. उनके दादा रामगोविंद सिंह तोमर कभी चंबल के कुख्यात डकैत रहे हैं, जिनका नाम सुनकर इलाका कांप उठता था. लेकिन उनके पिता बलबीर सिंह तोमर ने उस विरासत से अलग राह चुनी. उन्होंने संस्कृत में पीएचडी की, शिक्षा क्षेत्र में काम किया और बेटे को भी पढ़ाया-लिखाया. आज उसी विरासत की नई कहानी देव ने रची है.

मां बचपन से ही कहती थी कलेक्टर

देव की मां ने 'एमपी तक' को बात करते हुए बताया कि “उन्होंने बहुत खुशी है. जब से वह पैदा हुआ, तभी से मैं कलेक्टर-कलेक्टर कहती रहती थी. मुझे नहीं पता था कि कलेक्टर क्या होता है, लेकिन आज जब मेरा बेटा IAS बन गया है तो सपने पूरे हो गए. 

नौकरी के साथ शुरू की तैयारी

देव का परिवार मूल रूप से मध्य प्रदेश के मुरैना जिले का रहने वाला है. देव ने IIT से इंजीनियरिंग करने के बाद 2019 से नौकरी के साथ ही UPSC की तैयारी शुरू कर दी थी. अब जाकर उन्हें वह सफलता मिली जिसका सपना उन्होंने वर्षों पहले देखा था.

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