नरक या पाकिस्तान? जावेद अख्तर ने चुना अपना ठिकाना, ट्रोलर्स को दिया ये मैसेज
मशहूर गीतकार और लेखक जावेद अख्तर ने शनिवार को मुंबई में एक कार्यक्रम में अपनी बेबाक राय रखी. उन्होंने कहा कि अगर उनके सामने नरक और पाकिस्तान में से किसी एक को चुनना हो तो वह इसे चुनेंगे...
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मशहूर गीतकार और लेखक जावेद अख्तर ने शनिवार को मुंबई में एक कार्यक्रम में अपनी बेबाक राय रखी. उन्होंने कहा कि अगर उनके सामने नरक और पाकिस्तान में से किसी एक को चुनने का विकल्प हो, तो वह बिना किसी हिचकिचाहट के नरक को चुनेंगे. उनके इस बयान से सियासी और सामाजिक गलियारों में चर्चाएं शुरू हो गई है.
दोनों तरफ से मिलती हैं गालियां
जावेद अख्तर ने यह टिप्पणी उन आलोचनाओं के जवाब में दी, जो उन्हें दोनों धार्मिक समुदायों के कट्टरपंथी लोगों से मिलती हैं. उन्होंने शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) के नेता संजय राउत की किताब "नरकातला स्वर्ग" के लॉन्च इवेंट के दौरान यह बात कही. इस कार्यक्रम में शरद पवार और उद्धव ठाकरे जैसे बड़े नेता भी शामिल थे.
जावेद अख्तर ने कहा, "मुझे दोनों तरफ से गालियां पड़ती हैं. कोई मुझे काफिर कहकर नरक भेजने की बात करता है, तो कोई मुझे जिहादी बताकर पाकिस्तान जाने के लिए कहता है. अगर मुझे इन दोनों में से किसी एक को चुनना पड़े, तो मैं नरक जाना पसंद करूंगा."
स्पष्ट विचारों के लिए जाने जाते हैं जावेद
जावेद अख्तर हमेशा से ही अपने स्पष्ट विचारों और सामाजिक-राजनीतिक मुद्दों पर खुलकर बोलने के लिए जाने जाते हैं. उनके अनुसार, जो भी व्यक्ति सार्वजनिक जीवन में सक्रिय है, उसे सिर्फ तारीफ ही नहीं बल्कि आलोचनाओं के लिए भी तैयार रहना चाहिए.
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संजय राउत की किताब 'नरकातला स्वर्ग' का विमोचन
आपको बता दें कि जावेद अख्तर मार्च 2010 से मार्च 2016 तक राज्यसभा के सदस्य भी रह चुके हैं. उन्हें तत्कालीन राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल ने राज्यसभा के लिए नॉमिनेट किया था. इस मौके पर संजय राउत की किताब "नरकातला स्वर्ग" भी लॉन्च हुई. यह किताब संजय राउत के राजनीतिक जीवन के अनुभव और उनके संघर्षों के बारे में है. इसमें उन्होंने जेल, सत्ता और राजनीतिक दबावों के समय का भी जिक्र किया है.