UP पुलिस कस्टडी में मोहित पांडेय की मौत के बाद CCTV में क्या दिखा? CM योगी ने परिवार वालों से क्या कहा?
मोहित के परिजन सोमवार को सीएम योगी आदित्यनाथ सरकारी आवास पर पहुंच गए और उनसे मुलाकात की. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घटना के बारे में पूरी जानकारी ली और दोषी पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई करने का भरोसा दिलाया.
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न्यूज़ हाइलाइट्स

मृतक मोहित के परिजन सीएम योगी से मिले.

सीएम योगी ने परिजनों को 10 लाख रुपये की आर्थिक मदद दी है.
उत्तर प्रदेश पुलिस की कस्टडी में एक युवक मोहित पांडेय की मौत पर बवाल मच गया है. परिजनों का आरोप है कि मोहित और उसके भाई को रातभर बिना लिखित रिकॉर्ड के थाने में जबरन रखा गया. परिजनों का आरोप है कि मोहित की थाने में पिटाई भी की गई. शनिवार को मोहित की तबीयत बिगड़ी और लोहिया अस्पताल ले जाने के बाद उसकी मौत हो गई.
इधर मोहित के परिजन सोमवार को सीएम योगी आदित्यनाथ के सरकारी आवास पर पहुंच गए और उनसे मुलाकात की. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घटना के बारे में पूरी जानकारी ली और दोषी पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई करने का भरोसा दिलाया. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने परिवार को 10 लाख रुपये की आर्थिक मदद भी दी है.
क्या है ये पूरा मामला
शुक्रवार को मोहित पांडेय को रात 10:56 बजे लखनऊ के चिनहट थाने में लाया गया. शांतिभंग के आरोप में मोहित और उसके भाई को गिरफ्तार किया गया. आरोप है कि रातभर थाने में रखने के बाद दोपहर 1:05 बजे उसकी गिरफ्तारी दिखाई गई और बिना लिखित रिकॉर्ड के मोहित और उसके भाई को पूरी रात थाने में रखा गया.
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हुआ क्या था?
बताया जा रहा है कि शुक्रवार को झगड़े के बाद पुलिस ने मोहित और उसके भाई शोभाराम को हिरासत में लिया था. शनिवार को कोर्ट ले जाते समय मोहित की तबीयत बिगड़ी जिससे उसे लोहिया अस्पताल ले जाया गया. वहां उसकी मौत हो गई.
पुलिस का दावा और सीसीटीवी में क्या दिखा?
मोहित पांडेय की मौत के बाद मामले ने तूल पकड़ा तो थाने का सीसीटीवी फुटेज भी सामने आ गया. इसमें मोहित पांडेय के हाथ-पैर में ऐंठन होता दिख रहा है. एक अन्य युवक मोहित की पीठ सहला रहा है. वहीं, लॉकअप के गेट पर बैठे दूसरे युवक ने पानी की बोतल दी और स्थिति बिगड़ती देख महिला कांस्टेबल को सूचित किया गया.
चिनहट थाने के इस मामले में पुलिस कमिश्नरेट का बयान आया है. उनका कहना है कि मोहित पांडेय की तबीयत बिगड़ने पर उन्हें सीएचसी चिनहट में तुरंत मेडिकल सुविधा दी गई. यहां से राम मनोहर लोहिया अस्पताल रेफर किया गया और जांच के बाद डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मृत्यु का कारण अनिश्चित पाया गया है. विस्तृत जांच के लिए विसरा को संरक्षित किया गया है. परिवार की तहरीर पर रिपोर्ट दर्ज कर लिया गया है. मामले में किसी भी अधिकारी की दोषपूर्ण भूमिका पाई जाती है तो उसके खिलाफ कठोरतम कानूनी कार्रवाई की जाएगी.
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