Supreme Court से राजनीति में In-Out होते सेंथिल बालाजी की क्या है कहानी?

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तमिलनाडु की राजनीति और सत्ता AIADMK और डीएमके के बीच बारी-बारी से ट्रांसफर होती रही. सेंथिल बालाजी में ये काबिलियत थी कि वो दोनों पार्टियों में रहे. दोनों पार्टियों की सुप्रीम लीडरशिप के लाडले रहे. दोनों के लिए बेहद लॉयल रहे. 2013 में जयललिता सरकार में मंत्री रहते हुए गरीबों को सस्ता पानी मुहैया कराने वाली अन्ना जल स्कीम को अच्छे से लागू कराया. तब जयललिता उनके लिए भगवान जैसी थीं. आय से अधिक संपत्ति केस में जयललिता कोर्ट से बेदाग बरी होने पर जश्न मनाने के लिए सिर तक मुंडवा लिया था जो जयललिता ने अच्छा नहीं माना.
तमिलनाडु की राजनीति और सत्ता AIADMK और डीएमके के बीच बारी-बारी से ट्रांसफर होती रही. सेंथिल बालाजी में ये काबिलियत थी कि वो दोनों पार्टियों में रहे. दोनों पार्टियों की सुप्रीम लीडरशिप के लाडले रहे. दोनों के लिए बेहद लॉयल रहे. 2013 में जयललिता सरकार में मंत्री रहते हुए गरीबों को सस्ता पानी मुहैया कराने वाली अन्ना जल स्कीम को अच्छे से लागू कराया. तब जयललिता उनके लिए भगवान जैसी थीं. आय से अधिक संपत्ति केस में जयललिता कोर्ट से बेदाग बरी होने पर जश्न मनाने के लिए सिर तक मुंडवा लिया था जो जयललिता ने अच्छा नहीं माना.