मणिपुर के बाद अब असम सरकार ने राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा में फंसाया पेच
राहुल गांधी की बहुचर्चित भारत जोड़ो यात्रा का पार्ट 2 भारत जोड़ो न्याय यात्रा के नाम से शुरू होने वाला है. यह यात्रा 14 जनवरी से मणिपुर के इंफाल से शुरू हो रही है.
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Bharat Jodo Nyay Yatra: राहुल गांधी की बहुचर्चित भारत जोड़ो यात्रा का पार्ट 2 भारत जोड़ो न्याय यात्रा के नाम से शुरू होने वाला है. यह यात्रा 14 जनवरी से मणिपुर के इंफाल से शुरू हो रही है. पहले मणिपुर सरकार ने यात्रा शुरू करने की ग्राउंड अनुमति देने से इनकार किया. फिर कुछ शर्तों के साथ राहुल गांधी की यात्रा को पैलेस ग्राउंड से शुरू करने की इजाजत दी. अब असम की हेमंत बिस्वा सरकार ने राहुल गांधी की इस यात्रा में नया पेच फंसा दिया है.
पीटीआई भाषा की रिपोर्ट के मुताबिक असम कांग्रेस नेता और विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष देबब्रत सैकिया ने इस बारेमें जानकारी दी है. उनके मुताबिक असम सरकार ने यात्रा के दौरान दो जिलों में पब्लिक ग्राउंड में रात को रुकने की मंजूरी देने से इनकार कर दिया है. सैकिया ने बताया है कि कांग्रेस की तरफ से असम की बीजेपी सरकार से धेमाजी जिले के एक स्कूल के मैदान में रात में रुकने की इजाजत मांगी थी. इस मैदान में कंटेनर वाली गाड़ियों के साथ राहुल गांधी और दूसरे नेता रुकते.
कांग्रेस नेता के मुताबिक पहले तो असम सरकार ने इसकी इजाजत दे दी. पर बाद में अंतिम क्षणों में इस मंजूरी को कैंसिल कर दिया गया. इसी तरह असम सरकार की तरफ से जोरहाट जिले में एक कॉलेज के ग्राउंड में यात्रियों के ठहरने की मांग भी नहीं मानी गई है.
तो क्या करेगी कांग्रेस?
ऐसे में सवाल यह उठ रहा है कि कांग्रेस अब क्या करेगी. सैकिया ने बताया कि अब यात्रियों और कंटेनर वाली गाड़ियों को ठहराने के लिए निजी कृषि वाली जमीनों की खोज की जा रही है. इसे ग्राउंड की तरह इस्तेमाल कर राहुल गांधी और अन्य लोगों के रात में रुकने की व्यवस्था कराई जाएगी.
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इस बार की राहुल गांधी की यात्रा में क्या है खास?
राहुल 14 जनवरी को मणिपुर की राजधानी इंफाल से इस यात्रा पर निकलने वाले हैं. यात्रा का पूरा रूट मैप और प्लानिंग सामने आ गई है. राहुल गांधी के नेतृत्व में मणिपुर से मुंबई तक की इस यात्रा में कांग्रेस, INDIA अलायंस के सभी नेताओं को इसमें शामिल होने के लिए आमंत्रित करेगी. यात्रा लगभग 66-68 दिनों में 6713 किलोमीटर की दूरी तय करते हुए 15 राज्यों के 110 जिलों और 100 लोकसभा सीटों से होकर गुजरेगी. राहुल की यह ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ 15 राज्यों की 100 लोकसभा सीटों को कवर करेगी. वैसे तो इन 15 राज्यों में लोकसभा की 357 सीटें हैं, पर राहुल 100 सीटों की अपनी यात्रा से इन सभी सीटों को प्रभावित करने की फिराक में हैं. इन 357 लोकसभा सीटों में से कांग्रेस के पास अभी सिर्फ 14 सीटें है वहीं बीजेपी के पास 239.