अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में डेमोक्रेटिक उम्मीदवार कमला हैरिस की है खूब चर्चा, जानिए उनकी पूरी कहानी 

News Tak Desk

ADVERTISEMENT

NewsTak
social share
google news

Democratic candidate Kamala Harris: अमेरिका में इस साल राष्ट्रपति के चुनाव होने है. डेमोक्रेटिक पार्टी से कमला हैरिस तो वहीं रिपब्लिकन पार्टी से डोनाल्ड ट्रंप उम्मीदवार है. इन्हीं दोनों के बीच कांटे का मुकाबला होने की उम्मीद है. वैसे बता दें कि, कमला हैरिस फिलहाल अमेरिका की उप-राष्ट्रपति है. बीते दिन दोनों नेताओं के बीच पहला प्रेसिडेंशियल डिबेट हुई  जिसमें तीखी नोकझोंक देखने को मिली. राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार कमला हैरिस अगर चुनाव जीतती हैं तो वह अमेरिका की पहली राष्ट्रपति और पहली भारतीय अमेरिकी राष्ट्रपति बन सकती है. आइए आपको बताते हैं कमला हैरिस की कहानी. 

पहले कमला हैरिस को जानिए

कमला हैरिस का जन्म 20 अक्टूबर में 1964 में ऑकलैंड, कैलिफोर्निया में हुआ था. उनके माता-पिता भारतीय और जमैका के रहने वाले है. उनकी माता श्यामला गोपालन को ब्रेस्ट कैंसर के इलाज के खोज में महत्वपूर्ण योगदान किया है. उनके पिता डोनाल्ड जे. हैरिस इकोनॉमिक्स के प्रोफेसर थे. जब वह 5 साल की थी उनके माता-पिता के बीच अनबन की वजह से तलाक हो गया था. उनकी माता ने कमला और उनकी छोटी बहन माया की पूरी जिम्मेदारी ली और पालन पोषण में कोई कमी नहीं छोड़ी.

हावर्ड यूनिवर्सिटी से कमला हैरिस ने किया हैं ग्रेजुएशन 

कमला हैरिस ने 1986 में हावर्ड यूनिवर्सिटी से अपनी ग्रेजुएशन पूरी की है. इसके बाद 1989 में कैलिफोर्निया के हेस्टिंग्स से अपनी लॉ की पढ़ाई पूरी की है . साल 1990 में कमल को डेप्युटी डिस्टिक अटॉर्नी के रूप में नियुक्त किया गया था कैलिफोर्निया में 1988 में सेन फार्सिकल में डिस्टिक अटॉर्नी टेरेंस हॉलिनन ने नियुक्त किया गया था. साल 2000 में हैरिस ने सन फ्रांसिस्को में सिटी अटॉर्नी लूसिस रैनी के अंदर काम करती थी. साल 2003 में वह पहली बार सैन फ्रांसिस्को की डिस्ट्रिक्ट अटॉर्नी चुनी गई थी. फिर 2010 से 2014 के बीच कैलिफोर्निया की इलेक्टेड अटॉर्नी जनरल बनी थी. इसके बाद कैलिफोर्निया की जूनियर सिनेट चुनी गईं. वह अमेरिकी सिनेट में शामिल होने वाले दूसरे अफ्रीकी-अमेरिकी और पहली साउथ एशियन महिला थी. 

ADVERTISEMENT

2010 में कमला बनी कैलिफोर्निया की अटॉर्नी जनरल 

साल 2010 में कमला हैरिस ने कैलिफोर्निया के अटॉर्नी जनरल के चुनाव में स्टीव कूली को हराया था और 3 जनवरी को 2011 में पहली अमेरिका अफ्रीकन महिला ने ये जिम्मेदारी संभाली थी. 2014 में हैरिस बहुत ही प्रसिद्ध वकील बन गई. कमला ने जब राजनीति में अपने कदम बढ़ाया पहली बार वह सुर्खियों में तब बनी जब उन्होंने गन कंट्रोल के लिए अमेरिका में कानून लेकर आई थी.

पिछले चुनाव में बनी उपराष्ट्रपति 

साल 2019 में कमला हैरिस डेमोक्रेट्स की तरफ से राष्ट्रपति पद की उम्मीदवारी कर रही थी. उन्होंने अपनी पार्टी के लिए जोर-शोर से कैंपेन शुरू कर दी थी. हैरिस करीब साल भर तक प्रेसिडेंशियल कैंडिडेट के लिए कैंपेन करती रहीं. फिर डेमोक्रेटिक पार्टी ने 2020 के राष्ट्रपति चुनाव में जो बिडेन को अपना उम्मीदवार बनाया. कमला हैरिस ने पार्टी के साथ विचार करने के बाद बिडेन का समर्थन  दिया. इसके बाद वह वाइस प्रेसिडेंट चुनी गई थी.  

ADVERTISEMENT

बाइडन के उम्मीदवारी वापस लेने पर बनी प्रेसिडेंट कैंडिडेट 

2024 के चुनाव में भी डेमोक्रेटिक पार्टी की तरफ से राष्ट्रपति बाइडन अपनी दावेदारी पेश कर रहे थे. हालांकि खराब स्वास्थ्य की वजह से बीच में ही उन्होंने अपनी दावेदारी वापस ले ली. इसके बाद पार्टी ने कमला हैरिस को राष्ट्रपति के चुनाव में उम्मीदवार के तौर पर खड़ा किया. दिलचस्प बात तो ये है कि, बाइडन और डोनाल्ड ट्रम्प के इतर वह इस चुनाव में एक नया चेहरा है जिससे लोग उन्हें काफी पसंद कर रहे है. इतना ही नहीं कमला हैरिस ने चुनाव कैंपियन में डोनल ट्रंप को पीछे छोड़ दिया है. एक पोल ट्रैकर के मुताबिक ट्रम्प, हैरिस से पीछे होते हुए दिखाई दे रहे हैं.

ADVERTISEMENT

    follow on google news
    follow on whatsapp

    ADVERTISEMENT