महादेव ऐप को सरकार ने किया बैन, इधर इसके ‘नए मालिक’ शुभम ने बघेल सरकार की बढ़ाई टेंशन

अभिषेक

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Mahadev App, Bhupesh Baghel
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News Tak: छत्तीसगढ़ में महादेव बेटिंग ऐप से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में रोज नए-नए खुलासे हो रहे हैं. विधानसभा चुनावों से ठीक पहले अब एक शख्स सामने आया है, जिसने खुद को महादेव ऐप का मालिक बताया है. इसने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को 508 करोड़ देने का आरोप लगाया है. इस शख्स का नाम है शुभम सोनी. अबतक जांच एजेंसियां सौरभ चंद्राकार का नाम आगे कर रही थीं. 2022 में सौरभ चंद्राकर को ऐप के प्रमोटर के तौर पर पहचान की गई थी. अब सारी चर्चाएं  शुभम सोनी और इसके एक्स्प्लोसिव दावों की ओर मुड़ गई है. शुभम ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का नाम ले लिया है. उधर केंद्र सरकार ने महादेव ऐप को बैन कर दिया है. CM बघेल ने इसपर तंज कसा है की आखिरकार केंद्र सरकार को होश आ गया.

कौन है शुभम सोनी जिसका वीडियो भूपेश बघेल को पड़ न जाए भारी

शुभम सोनी नाम के शख्स ने दुबई से एक वीडियो बयान जारी किया है. वीडियो में उसने कहा है कि वही ऐप का असली मालिक है और उसने ही 2021 में कंपनी बनाई थी. छत्तीसगढ़ बीजेपी ने शुभम सोनी के जारी वीडियो को शेयर करते हुए लिखा है कि, यह महादेव सट्टेबाजी ऐप का मालिक है, जिसकी जांच प्रवर्तन निदेशालय (ED) कर रही है. वीडियो में सोनी ने दावा किया है कि उसने प्रदेश CM भूपेश बघेल को 508 करोड़ रुपए दिए हैं. बीते दिन बीजेपी मीडिया संयोजक सिद्धार्थनाथ सिंह ने भी प्रेस वार्ता में कथित वीडियो को दिखाया और कहा कि CM बघेल को नैतिक रूप से अपना पद छोड़ देना चाहिए.

वहीं छत्तीसगढ़ कांग्रेस के मीडिया प्रभारी आनंद शुक्ला ने वीडियो को भाजपा की साजिश करार दिया. उन्होंने कहा कि, ‘भाजपा राज्य में कांग्रेस से मुकाबला करने में विफल रही है और इसलिए उसने ऐसी साजिशों का सहारा लिया है. कोई भी वीडियो जारी कर खुद को महादेव ऐप का मालिक बता सकता है, जबकि इस मामले में सौरभ चंद्राकर को मुख्य आरोपी बताया जा रहा है. छत्तीसगढ़ की जनता चुनाव में भाजपा को सबक सिखाएगी.’

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कौन है सौरभ चंद्राकर जिसको अबतक बताया जा रहा था मालिक

सौरभ चंद्राकर भिलाई का रहने वाला है. वह जब छोटा था तब कपड़े की दुकान में काम करता था वही से उसे सट्टे का चस्का लगा था. बाद में उसने भिलाई में जूस की दुकान खोली थी. सितंबर 2022 में चंद्राकर ने दुबई के सात सितारा होटल में शादी की थी जिसमें करोड़ों रुपए खर्च किये. शादी में कई बॉलीवुड सेलिब्रिटी ने भी शिरकत की थी. 2022 में ED ने चंद्राकर को महादेव कंपनी का प्राइमरी प्रमोटर बताकर गिरफ्तार कर किया था. दावा था कि महादेव ऐप बनाने के पीछे चंद्राकर का ही दिमाग है.

केंद्र सरकार ने महादेव सहित 22 ऐप को किया बैन

केंद्र सरकार ने पांच नवंबर को जांच एजेंसी ED के अनुरोध पर महादेव सहित 22 अवैध सट्टेबाजी ऐप को बैन करने का आदेश जारी किया. केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने छत्तीसगढ़ सरकार पर ये आरोप लगाया है कि बैन करने के अधिकार होने के बावजूद भी प्रदेश सरकार ने इन प्लेटफॉर्म पर रोक लगाने की सिफारिश नहीं की.

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CM बघेल ने दिया जवाब

CM भूपेश बघेल ने एक्स पर ट्वीट करते हुए लिखा कि, आख़िरकार केंद्र सरकार को होश आ गया और उसने ‘महादेव ऐप’ पर बैन लगाने का फ़ैसला किया. उन्होंने लिखा कि सट्टा खिलाने वाले इस ऐप की जांच ED कई महीनों से कर रही इसके बावजूद भी ऐप का संचालन लगातार होता रहा. उन्होंने तो यहां तक कहा कि शायद 28 प्रतिशत जीएसटी के लालच में प्रतिबंध नहीं लग रहा था या फिर भाजपा का ऐप संचालकों से लेन-देन था.

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