कांग्रेस संग 55 सालों का रिश्ता तोड़ छोड़ी पार्टी, जानिए कौन हैं मिलिंद देवड़ा?

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कांग्रेस संग 55 सालों का रिश्ता तोड़ छोड़ी पार्टी, जानिए कौन हैं मिलिंद देवड़ा, क्या है प्लान?
कांग्रेस संग 55 सालों का रिश्ता तोड़ छोड़ी पार्टी, जानिए कौन हैं मिलिंद देवड़ा, क्या है प्लान?
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MIlind Deora news: कांग्रेस की सेकेंड जेनरेशनल लीडरशिप के अहम चेहरा रहे मिलिंद देवड़ा ने भी आखिरकार ग्रैंड ओल्ड पार्टी को अलविदा कह ही दिया. ज्योतिरादित्य सिंधिया, जितिन प्रसाद जैसे नेताओं के बाद अब मिलिंद देवड़ा वो नाम हैं, जो एक वक्त राहुल गांधी की कोर टीम का हिस्सा हुआ करते थे और जिनकी अब राहें जुदा हैं. मिलिंद देवड़ा पूर्व केंद्रीय मंत्री और दो दशकों तक महाराष्ट्र में कांग्रेस का चेहरा रहे मुरली देवड़ा के बेटे हैं. मिलिंद देवड़ा वैसे तो लंबे समय से पार्टी लीडरशिप के साथ सेम पेज पर नहीं दिख रहे थे. पर पार्टी से इस्तीफा देने का हालिया कारण मुंबई दक्षिण की लोकसभा सीट बताई जा रही है. इस सीट पर शिवसेना (उद्धव) गुट ने दावेदारी जताई थी, जिससे मिलिंद नाखुश थे. उन्होंने सार्वजनिक तौर पर आपत्ति जताई थी. अब इस बात की चर्चा तेज है कि मिलिंद देवड़ा शिवसेना (शिंदे) गुट का दामन थाम सकते हैं.

कौन हैं मिलिंद देवड़ा?

मिलिंद देवड़ा कांग्रेस के दिग्गज नेता रहे मुरली देवड़ा के बेटे हैं. मिलिंद ने 2004 और 2009 में मुंबई दक्षिण लोकसभा सीट पर जीत दर्ज की थी. मिलिंद ने कैथेड्रल एंड जॉन कॉनन स्कूल से स्कूली शिक्षा हासिल करने के बाद बॉस्टन यूनिवर्सिटी के क्वेस्ट्रॉम स्कूल ऑफ बिजनेस से बैचलर ऑफ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन किया है.

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इस तस्वीर में एक साथ खड़े ज्योतिरादित्य सिंधिया, जितिन प्रसाद और अब मिलिंद देवड़ा, ये तीनों नेता कांग्रेस का साथ छोड़ चुके हैं.

मिलिंद देवड़ा की सियासी पारी

मिलिंद देवड़ा ने मुंबई से सियासत की अपनी पारी शुरू की थी. इस सीट को उनके पिता मुरली देवड़ा का गढ़ माना जाता था. मुरली देवड़ा खुद इस सीट पर 1984, 1996 और 1998 में चुनाव जीत चुके थे. 2004 में मिलिंद देवड़ा मुंबई दक्षिणी सीट से खड़े हुए और सिर्फ 27 सालों की उम्र में बीजेपी की जयवंतीबेन मेहता को हरा सांसद बन गए. कांग्रेस की संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (UPA) की पहली सरकार में मिलिंद रक्षा मंत्रालय की स्टैंडिंग कमेटी के सदस्य बना गए. 2006 में वह शहरी विकास मंत्रालयण की परमार्शदात्री समिति के सदस्य बन गए.

मिलिंद देवड़ा ने 2009 के लोकसभा चुनाव में भी इस सीट से जीत दर्ज की. जुलाई 2011 में मिलिंद देवड़ा यूपीए 2 में सूचना प्रसारण राज्य मंत्री बने. बाद में वह 2012 में जहाजरानी मंत्रालय सौंप दिया गया.

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2014 और 2019 लगातार दो चुनाव हार चुके हैं मिलिंद

मिलिंद देवड़ा 2014 और 2019, लगातार दो लोकसभा चुनाव हार चुके हैं. दोनों ही बार उन्हें शिवसेना के अरविंद गणपत सांवत से हार का सामना करना पड़ा. अरविंद सावंत वही नेता हैं, जिनके लिए शिवसेना उद्धव गुट ने मुंबई दक्षिण की सीट पर दावेदारी ठोक रखी है. यह भी कहा जा रहा है कि महाराष्ट्र में महाविकास अघाड़ी (कांग्रेस-एनसीपी-शिवेसना का गठबंधन) में सीट शेयरिंग के दौरान यह सीट शिवसेना उद्धव गुट को जा सकती है. ऐसी कयाबाजी लगाई जा रही हैं कि मिलिंद देवड़ा ने इस सीट पर अपनी पकड़ कमजोर होती देख कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया है और नई संभावनाएं तलाश सकते हैं. इस बात की चर्चा तेज है कि मिलिंद देवड़ा एकनाश शिंदे की शिवसेना में शामिल हो सकते हैं.

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