शिवराज बोले- न तो मैं मुख्यमंत्री का दावेदार पहले था और न आज, तो कौन बनेगा मध्य प्रदेश का CM?
मध्य प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने भले ही 163 सीटें जीतकर प्रचंड बहुमत हासिल कर लिया है, लेकिन लाख टके का सवाल अब भी बना हुआ है. सवाल यह कि आखिर मध्य प्रदेश का मुख्यमंत्री कौन बनेगा?
ADVERTISEMENT

कौन बनेगा मुख्यमंत्रीः मध्य प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने भले ही 163 सीटें जीतकर प्रचंड बहुमत हासिल कर लिया है, लेकिन लाख टके का सवाल अब भी बना हुआ है. सवाल यह कि आखिर मध्य प्रदेश का मुख्यमंत्री कौन बनेगा? क्या शिवराज सिंह चौहान पांचवीं बार सीएम पद की शपथ लेंगे या बीजेपी यहां भी चौंकाएगी? इस बीच सीएम शिवराज का एक वीडियो सोशल मीडिया पर सामने आया है. शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि,
‘मैं न तो मुख्यमंत्री का दावेदार पहले था और न ही आज हूं. एक कार्यकर्ता के नाते पार्टी मुझे जो काम सौंपेगी मैं अपनी क्षमता के अनुसार उसे करूंगा.’ एक अन्य इंटरव्यू में शिवराज कहते हैं कि मैं दिल्ली नहीं जाऊंगा बल्कि छिंदवाड़ा जाऊंगा लोकसभा की तैयारियों के लिए जुटना है. लोकसभा में वह सीट भी बीजेपी लाएगी.
मध्य प्रदेश में प्रचंड बहुमत के बाद भारतीय जनता पार्टी के लिए अब एक बड़ी चुनौती है कि कौन हो मध्य प्रदेश का मुख्यमंत्री. इसे लेकर सत्ता के गलियारों में काफी भगदड़ तेज है. भोपाल से लेकर दिल्ली तक नेता हाईकमान के संपर्क में बने हुए हैं. लेकिन अभी तक किसी भी नाम पर मुहर नहीं लगी है. ऐसी चर्चा है कि मुख्यमंत्री का नाम भोपाल से नहीं बल्कि दिल्ली से ही तय होगा. इसलिए नेताओं के साथ-साथ समर्थकों और वोटरों की भी निगाहें अपने चहेते नेता को मुख्यमंत्री बनने को देखने के लिए अटकी हुई हैं.
आज तक को दिए एक इंटरव्यू में नरसिंहपुर सीट से विधायकी लड़े सासंद प्रहलाद पटेल ने बताया कि यह एक लोकतांत्रिक प्रक्रिया है जिसमें पर्यवेक्षक दिल्ली से आएंगे और विधायकों और नेताओं से बात कर किसी नाम को फाइनल करेंगे. उसके बाद विधायक दल की बैठक होगी. विधायक दल की बैठक के बाद ही यह तय होगा कि कौन बनेगा मुख्यमंत्री.
यह भी पढ़ें...
मध्य प्रदेश में सीएम पद की रेस में इन नामों की चर्चा!
लिस्ट में कई नाम शामिल हैं. जिसमें शिवराज सिंह चौहान, ज्योतिरादित्य सिंधिया, नरेंद्र सिंह तोमर, फग्गन सिंह कुलस्ते, प्रह्लाद पटेल और कैलाश विजयवर्गीय शामिल हैं. आज बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने दिल्ली में बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात की है. वहीं फग्गन सिंह कुलस्ते, प्रह्लाद पटेल और नरेंद्र सिंह तोमर की मुलाकात कल यानी सोमवार को जेपी नड्डा से कर चुके हैं.
विश्लेषकों का मानना है कि बीजेपी अभी ओबीसी की पॉलिटिक्स पर काफी ध्यान दे रही है. इस लिहाज से प्रह्लाद पटेल भी रेस में हैं. वैसे शिवराज सिंह चौहान भी ओबीसी से ही आते हैं. आदिवासी नेता फग्गन सिंह कुलस्ते का नाम भी रेस में हैं. इसके पीछ तर्क दिया जा रहा है कि पूरे देश में सबसे ज्यादा आदिवासी जनसंख्या मध्यप्रदेश में ही है. लेकिन अगर देखा जाए तो कुलस्ते अपना चुनाव भी नहीं जीत पाए हैं तो क्या वह सही दावेदार होंगे? यह एक बड़ा सवाल है. ज्योतिरादित्य सिंधिया के नाम की भी चर्चा है.
कुछ अन्य राजनैतिक विश्लेषकों को कहना है कि पार्टी इन सबके उलट किसी तीसरे चेहरे की तलाश में है. लेकिन वह कौन होगी इसकी सही जानकारी नहीं है. इसके पीछे वह तर्क देते हैं कि हरियाणा में मनोहर लाल खट्टर, उत्तराखंड में पुष्कर सिंह धामी और गुजरात में भूपेन्द्रभाई पटेल, यह सब वह चेहरे हैं जो मुख्यमंत्री की रेस में नहीं थे. बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने भी मुख्यमंत्री बनने को लेकर कहा कि यह दिल्ली में बैठे हमारे नेता तय करेंगे. पहले विधायक दल की बैठक होगी फिर पार्लियामेंट्री बोर्ड उस पर मुहर लगाएगी. विजयवर्गीय ने कहा कि बीजेपी का कोई कार्यकर्ता ही सीएम बनेगा.