उत्तराखंड टनल से अब गुड न्यूज आने में देर नहीं, सब ठीक रहा तो यूं बाहर निकाले जाएंगे मजदूर
उत्तराखंड के उत्तरकाशी में मजदूरों को बाहर निकालने का रेस्क्यू ऑपरेशन आखिरी स्टेज में है. सुरंग के 60 मीटर अंदर चल रही खुदाई अब पूरी होने वाली है. सूबे के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी घटनास्थल पर कार्रवाई का जायजा लेने पहुंचे हैं.
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![उत्तराखंड टनल से अब गुड न्यूज आने में देर नहीं, सब ठीक रहा तो यूं बाहर निकाले जाएंगे मजदूर उत्तराखंड के उत्तरकाशी में मजदूरों को निकालने का काम फाइनल स्टेज में](https://akm-img-a-in.tosshub.com/lingo/nwtak/images/story/202311/new-project-1024x576.jpg?size=948:533)
Uttarakhand Tunnel Rescue: उत्तराखंड के उत्तरकाशी में मजदूरों को बाहर निकालने का रेस्क्यू ऑपरेशन आखिरी स्टेज में है. सुरंग के 60 मीटर अंदर चल रही खुदाई अब पूरी होने वाली है. सूबे के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी घटनास्थल पर कार्रवाई का जायजा लेने पहुंचे हैं. इससे पहले आज सुबह सड़क परिवहन राजमार्ग एवं नगर विमानन राज्य मंत्री जनरल वीके सिंह भी जायजा लेने पहुंचे.
किस स्टेज में पहुंचा रेस्क्यू मिशन
पीएमओ के पूर्व सलाहकार और उत्तराखंड सरकार में OSD भास्कर खुल्वे ने बताया कि रात में ड्रिलिंग के वक्त 45 मीटर खुदाई होने के बाद मशीनों के सामने एक सरिया आ गया था जिस काटने में 6 घंटे का समय लगा. अमेरिकन ऑगर मशीनों ने फिर से काम करना शुरू कर दिया है. अब केवल 18 मीटर की खुदाई बाकी है. जिसमें 6-6 मीटर के तीन पाइप डाले जाएंगे. एक पाइप को डालने में करीब 4 घंटे का समय लगेगा. सुरंग में पहले 900 मिलीमीटर के 4 पाइप डाले जाने के बाद 800 मिलीमीटर के पाइप डाले जा रहे हैं. मजदूरों को बाहर निकालने की कोशिश में लगे बचावकर्मी सुरंग के भीतर जाकर ऑगर मशीनों से खुदाई कर रहे हैं, जहां न ही रोशनी की उचित व्यवस्था है और न ही पर्याप्त ऑक्सीजन.
मिशन को अंजाम तक पहुंचाने के लिए एनडीआरएफ और एसडीआरएफ है मौजूद
ड्रिलिंग कर रही अमेरिकी ऑगर मशीनों में किसी भी किस्म की खराबी की स्थिति में दिल्ली से हेलीकॉप्टर से 7 इंजीनियर्स को बुलाया गया है. वैसे अभी भी अनिश्चितता की स्थिति बनी हुई है. रास्ते में कोई ठोस स्ट्रक्चर या लोहे की संरचना आने पर ज्यादा समय लग सकता है. खुदाई पूरी हो जाने और पाइप डाले जाने के बाद एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमों को सुरंग के अंदर भेजा जाएगा. वहां का जाएजा और मजदूरों की हालत देखने के बाद उनको वहां से निकालने का काम शुरू किया जाएगा. जानकारी के मुताबिक मजदूरों को पाइपलाइन के जरिए पहिए लगी ट्रॉली में बैठाकर निकाला जाएगा.
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