CM गहलोत दे रहे थे भाषण, अचानक सिर पर कुर्सी उठाकर जाने लगे लोग, फिर रोकने के लिए उठाया यह कदम
Rajasthan: मुख्यमंत्री अशोक गहलोत शुक्रवार को संभाग स्तरीय कार्यकम को संबोधित करने अजमेर पहुंचे. लेकिन सीएम अशोक गहलोत के कार्यकम स्थल पर पहुंचते ही तेज बारिश ओर ओले गिरने से कार्यकम में खलल पड़ गया. कार्यकर्ता जिन कुर्सियों पर बैठे थे उन्हें ही पहले तो छाता बनाकर कर बरसात से बचाव किया और उसके बाद […]
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Rajasthan: मुख्यमंत्री अशोक गहलोत शुक्रवार को संभाग स्तरीय कार्यकम को संबोधित करने अजमेर पहुंचे. लेकिन सीएम अशोक गहलोत के कार्यकम स्थल पर पहुंचते ही तेज बारिश ओर ओले गिरने से कार्यकम में खलल पड़ गया. कार्यकर्ता जिन कुर्सियों पर बैठे थे उन्हें ही पहले तो छाता बनाकर कर बरसात से बचाव किया और उसके बाद उन कुर्सियों को लेकर वहां से रवाना हो गए. यह पूरा वाक्या मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ही मौजूदगी में ही चलता रहा. कार्यकर्ताओं को कुर्सियां लेकर भागता देख कांग्रेसी नेताओं के हाथपांव फूल गए और आनन फानन में कुछ नेता कार्यकम स्थल के गेट पर पहुंचे और कार्यकर्ताओं को रोकने का प्रयास किया लेकिन कार्यकर्ता नहीं रूके. इस दौरान कार्यकर्ताओं ने सडक पर लगे बैनर पोस्टर भी फाड दिए.
भारी बरसात के बीच की मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने संबोधन दिया और कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने इस बात को लेकर तारीफ भी कि भारी बारिश के बीच भी उनका जो जज्बा है वह काबिले तारीफ है. इस अवसर पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भाषण में आव्हान किया कि राजस्थान सरकार की जन कल्याणकारी योजनाओं को आम जनता तक पहुंचाई जाएगी ताकि भारतीय जनता पार्टी जनता के बीच जो भ्रम पैदा कर रही है उसे दूर किया जा सके और आम जनता को सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ मिल सके.
कार्यकम को कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा ने भी कार्यकर्ता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि प्रदेश की राजस्थान सरकार ने ऐतिहासिक कार्य किए हैं और जनता एक बार फिर राजस्थान की सत्ता कांग्रेस को सौंपना चाहती है. अब कांग्रेस कार्यकर्ताओं की बारी है कि वह जनता के बीच जाए और कांग्रेस सरकार की उपलब्धियों को बताए इस कार्यकर्ता सम्मेलन को कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा, आरटीडीसी चेयरमैन धर्मेंद्र सिंह राठौड़, विधायक रघु शर्मा सहित अन्य नेताओं ने भी संबोधित किया.
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कार्यकम के बाद मीडिया से बातचीत में गहलोत ने केंद्र की मोदी सरकार को जमकर आड़े हाथों लिया और आरोप लगाया कि भाजपा के शासन काल में संवैधानिक संस्थाओं का दुरुपयोग किया जा रहा है और नतीजा देश का संविधान और लोकतंत्र अब खतरे में हैं. राहुल गांधी ने जिस तरह से अडाणी का मुद्दा उठाया उसका सरकार को जवाब देना चाहिए था. लोकतंत्र मे पक्ष विपक्ष भी है. संसद में जवाब दिया नहीं उन्हें संसद की सदस्यता से ही बाहर कर दिया. इन सब से राहुल गांधी को फर्क नहीं पड़ता लेकिन इन बातों का मोदी सरकार पर फर्क पड़ता है. देश के हालात चिंताजनक है.
भाजपा द्वारा हिंदू राष्ट्र बनाए जाने की बात कहीं जाने की वजह से ही पंजाब में अमृतपाल खालिस्तान की बात कर रहा है. देश के हालात लगातार चिंताजनक होती जा रही है. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि जिस तरह से आज कांग्रेस के कार्यकर्ता सम्मेलन में भारी बरसात के बीच भी कांग्रेस कार्यकर्ता जुटे रहे यह इस बात का संकेत है कि जनता अब भारतीय जनता पार्टी को नकार रही.
कार्यकर्ता ने लगाए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जिंदाबाद के नारे- तेज बारिश के दौरान कांग्रेसी कार्यकर्ता एक ओर जहां बारिश से बचने के लिए कुर्सियो को उल्टाकर बारिश से बच रहे थे तो वहीं एक कार्यकर्ता ने अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि जिस तरह से यह कुर्सियां उल्टी हुई है उसी तरह यह सरकार भी उलट चुकी है. इसके बाद कार्यकर्ता ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जिंदाबाद के नारे लगाना शुरू कर दिया.
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के अजमेर दौरे के दौरान अखिल भारतीय विधार्थी परिषद के कार्यकर्ता राजस्थान की बदहाल चिकित्सा, कानून व शिक्षा व्यवस्था सहित पेपरलीक मुद्दों पर ज्ञापन देने की तैयारी में थे. लेकिन अजमेर पुलिस ने एबीवीपी के राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य आशुराम डूकिया को लॉ कॉलेज से गिरफ्तार कर लिया. इसके बाद छात्रों में आकोश ओर बढ़ गया. छात्र सीएम को ज्ञापन देने के लिए पुलिस लाईन चौराहे पर पहुंचे जहां से पुलिस ने एमडीएस छात्रसंघ अध्यक्ष महिपाल गोदारा, महानगर सहमंत्री उदय सिंह शेखावत, छात्रसंघ महासचिव अंकित शर्मा, बंटी गुर्जर को हिरासत में लिया.
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