भजनलाल सरकार को घेरने के लिए गहलोत को मिल गया मौका! कैबिनेट मंत्री ने दिया अजीबोगरीब बयान तो दे डाली ये सलाह
राजस्थान सरकार में जलदाय मंत्री कन्हैयालाल चौधरी का बयान चर्चा में है. इसे पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी दुर्भाग्यपूर्ण बताया है. उन्होंने कहा कि राजस्थान सरकार के पेयजल मंत्री का बयान बेहद ही दुर्भाग्यपूर्ण और पानी की किल्लत से परेशान जनता की भावनाओं के साथ खिलवाड़ करने वाला है.
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राजस्थान सरकार में जलदाय मंत्री कन्हैयालाल चौधरी का बयान चर्चा में है. इसे पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी दुर्भाग्यपूर्ण बताया है. उन्होंने कहा कि राजस्थान सरकार के पेयजल मंत्री का बयान बेहद ही दुर्भाग्यपूर्ण और पानी की किल्लत से परेशान जनता की भावनाओं के साथ खिलवाड़ करने वाला है. एक मंत्री को ऐसी भाषा इस्तेमाल करना शोभा नहीं देता. बता दें कि जलदाय ने सोमवार 27 मई को सचिवालय में मीडिया से बातचीत करते हुए कहा था कि "मैं फूंक मारकर, बालाजी बनकर पानी ला दूं, संभव नहीं. पानी तो जितना हमारे पास है, वही डिस्ट्रीब्यूट होगा."
मंत्री के बयान पर पलटवार करते हुए गहलोत (Ashok Gehlot) ने कहा कि राजस्थान में जल संकट हर गर्मियों में आता है, परन्तु पहले से प्लानिंग कर इसे आसानी से हल किया जा सकता है. छह महीने से सरकार में होने के बावजूद कोई योजना नहीं बनाई गई, इसलिए ऐसी परिस्थिति बनी. अब पेयजल मंत्री गैर जिम्मेदाराना बयानबाजी कर रहे हैं.
"मुख्यमंत्री किसी जिम्मेदारी व्यक्ति को दे विभाग"
पूर्व सीएम ने आगे कहा कि अगर पेयजल मंत्री इस परिस्थिति में जनता को राहत पहुंचाने की क्षमता नहीं रखते तो उन्हें मुख्यमंत्रीजी से अपने विभाग में बदलाव करने का निवेदन कर किसी जिम्मेदार व्यक्ति को काम करने देना चाहिए. पेयजल और बिजली संकट में राज्य सरकार, PHED विभाग और बिजली विभाग, जिला प्रशासन, नगरीय एवं पंचायतीराज निकाय सभी की जिम्मेदारी थी कि पहले से योजना बनाई जाती और आकस्मिक परिस्थितियों से भी निपटने की तैयारी की जाती. ऐसा समय पर नहीं किया गया इसलिए जनता त्राहिमाम-त्राहिमाम कर रही है, लेकिन सरकार इसे गंभीरता से नहीं ले रही है.
यहां पढ़िए कैबिनेट मंत्री का पूरा बयान
दरअसल, पेयजल संकट के सवाल पर जलदाय मंत्री ने कहा था कि जितना पानी हमारे पास है. उतना हम दे रहे हैं. जनता से अपील है कि वह पानी की बचत करे. जितना बीसलपुर में पानी है, जितनी हमारी कैपेसिटी है. उतना 100 परसेंट पानी जनता को दे रहे हैं, जयपुर में दे रहे हैं. मैं समाधान बता रहा हूं. समाधान यह तो है नहीं कि मैं फूंक मार दूं और बालाजी बनकर, यहां लाकर यह कर दूं. जितना पानी हमारे पास उपलब्ध होता है. वही डिस्ट्रीब्यूशन करूंगा. उसमें कोई बेईमानी हुई तो सुचारू करेंगे. जो लीकेज हो रहा है उसको रोकेंगे. जो चोरी हो रहा है, वह लोग रोकेंगे.
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