Dholpur: प्री-बीएसटीसी और प्री-डीएलएड परीक्षा में पकड़ा गया फर्जी परीक्षार्थी, डमी कैंडिडेट बनने के पीछे बताई ये वजह

Umesh Mishra

शिक्षक प्रशिक्षण के लिए भर्ती परीक्षा के तौर पर 30 जून को प्री-बीएसटीसी और प्री-डीएलएड प्रवेश परीक्षा आयोजित हुई. धौलपुर के एक एग्जाम सेंटर पर डमी कैंडिडेट परीक्षा देते हुए पकड़ा गया.

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शिक्षक प्रशिक्षण के लिए भर्ती परीक्षा के तौर पर 30 जून को प्री-बीएसटीसी और प्री-डीएलएड प्रवेश परीक्षा आयोजित हुई. धौलपुर जिले में 52 केन्द्रों पर परीक्षा हुई. कुल 14 हजार 649 में से 13 हजार 585 परीक्षार्थियों ने परीक्षा दी. जिले के एक एग्जाम सेंटर पर डमी कैंडिडेट पकड़ा गया. इस फर्जी परीक्षार्थी को स्कूल की प्रिंसिपल ने पकड़ा, जिसके बाद इसकी सूचना धौलपुर एसपी को दी गई. दरअसल, जवाहर नवोदय विद्यालय में परीक्षा जारी थी. स्कूल के कमरा नंबर 6 में प्रिंसिपल अर्चना सिंह पहुंची. तभी एक परीक्षार्थी पर प्रिंसिपल को शक हुआ. प्रिंसिपल ने उसकी पहचान का आधार कार्ड की फोटो से मिलान किया गया तो सच्चाई सामने आ गई.

फोटो आईडी से मिलान के बाद पूरा फर्जीवाड़ा खुल गया. जिसके बाद प्रिंसिपल ने पुलिस में शिकायत की. सूचना मिलने के बाद एसपी सुमित मेहरणा और सदर थाना एसएचओ रामनरेश मीणा विद्यालय पर पहुंच गए.

 

 

चचेरे भाई की जगह एग्जाम दे रहा था अभ्यर्थी

पुलिस ने फर्जी परीक्षार्थी से पूछताछ की गई तो उसकी पहचान सत्येंद्र कुशवाहा के तौर पर सामने आई. पूछताछ में आरोपी ने पुलिस को बताया कि वह अपने चचेरे भाई संजय कुशवाहा की जगह परीक्षा दे रहा था. सत्येंद्र कुशवाहा और संजय कुशवाहा जिले के मनियां थाना इलाके में लाडमपुर गांव के रहने वाले हैं. पुलिस ने मामला दर्ज कर अग्रिम कार्रवाई शुरू कर दी हैं.

इस मामले की पुष्टि करते हुए सदर थाना एसएचओ रामनरेश मीणा ने बताया कि एग्जाम में फर्जी परीक्षार्थी की सूचना मिली थी. सूचना के बाद एसपी स्कूल पहुंचे. पूछताछ के दौरान फर्जी परीक्षार्थी ने बताया कि वह परिवार के दूसरे बच्चे की जगह परीक्षा दे रहा था. फर्जी परीक्षार्थी के खिलाफ मामला दर्ज कर अग्रिम कार्रवाई की जा रही हैं. 

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