नरेश मीणा जिस सचिन पायलट को मानते हैं गुरु उन्होंने थप्पड़ कांड पर ये क्या कह दिया

बृजेश उपाध्याय

सचिन पायलट ने आगे कहा- 'मैं कहता हूं...राजस्थान हो या देश का कोई कोना...कोई भी व्यक्ति विशेष रूप से जो राजनीति में हों कोई भी कारण रहे, किसी पर आक्रमण करते हैं या किसी पर हिंसा करते हैं तो मैं इसे गलत मानता हूं.

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तस्वीर: सोशल मीडिया से.
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न्यूज़ हाइलाइट्स

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सचिन पायलट ने सरकार और जांच पर भी उठाए सवाल.

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पायलट ने कहा- राजनैतिक व्यक्ति हिंसा करे तो ये औैर गलत बात.

राजस्थान में 7 सीटों पर विधानसभा उपचुनाव के दौरान देवली-उनियारा सीट पर मचे बवाल की आग थमने का नाम नहीं ले रही. नरेश मीणा के थप्पड़ कांड की गूंज अभी भी प्रदेश की सियासत में है. नरेश मीणा जिसे अपना राजनैतिक गुरु मानते हैं उन्होंने थप्पड़ कांड पर चुप्पी तोड़ दी है. सचिन पायलट ने एसडीएम को थप्पड़ मारने के मामले पर कहा- 'मैं उसका खंडन करता हूं. कोई हिंसा का सहारा लेता है तो उसे टॉलरेट नहीं किया जा सकता है.' 

सचिन पायलट ने आगे कहा- 'मैं कहता हूं...राजस्थान हो या देश का कोई कोना...कोई भी व्यक्ति विशेष रूप से जो राजनीति में हों कोई भी कारण रहे, किसी पर आक्रमण करते हैं या किसी पर हिंसा करते हैं तो मैं इसे गलत मानता हूं. हिंसा का सहारा लेते हैं तो मैं इसका खंडन करता हूं. ये सरकार के ऊपर भी लागू होता है.

प्रशासन-पुलिस ने गांव में घुसकर रात के अंधेरे में बच्चे, महिलाएं और लोगों को पीटा है. आंसू गैस के गोले छोड़े. उन्होंने क्या गुनाह किया था. सरकार का असली एक चेहरा सामने आया है. जांच इस बात की होनी चाहिए कि किस राजनैतिक पार्टी को फायदा पहुंचाने के लिए ये सब किया है. सरकार पूरी तरह फेल हो चुकी है.जांच इस बात की होनी चाहिए.  

अपनी गाड़ी में आग कौन लगाता है- पायलट

सचिन पायलट ने मंगलार को पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए कहा कि समरावता गांव में लोगों का मकान तोड़ दिया गया, गाड़ियां फूंक दी. कौन अपनी गाड़ी को आग लगाता है. बाहर के लोग थे तो अंदर आए कैसे. सरकार पूरी तरह फेल हो चुकी है. पुलिस प्रशासन ने जानबूझकर टारगेटेड कार्रवाई की गई है. जनता इसका जवाब देगी. 

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इस जांच में कुछ निकलकर नहीं आएगा- पायलट

सरकारी कर्मचारी की जांच यदि सरकार करेगी तो इसमें क्या तथ्य निकलकर आएगा. अगर अधिकारी की जांच बड़ा अधिकार करेगा तो कुछ भी निकलकर सामने नहीं आएगा. मैं अभी से बता देता हूं. हमें तथ्य तक पहुंचना है तो न्यायिक जांच करनी चाहिए थी. पहले बोला कि जुडिशियल इन्क्वायरी होगी. अब कह रहे हैं कि संभागीय आयुक्त से जांच कराएंगे. जांच इस बात की होनी चाहिए कि ये लापरवाही जानबूझकर की गई क्या. हमें तथ्य तक पहुंचना है तो जुडिशियल इन्क्वायरी करनी चाहिए थी. 

गहलोत ने बिना नाम लिए किया था टारगेट

नरेश मीणा के थप्पड़ कांड पर पूर्व सीएम अशोक गहलोत ने कहा- 'ये घटना हुई ही क्यों?  गहलोत ने सवाल उठाया कि टिकट नहीं मिला तो नरेश मीणा खड़े ही क्यों हुए? किसकी शह पर चुनाव में खड़े हुए?' चर्चा ये है कि गहलोत ने ये सवाल सचिन पायलट की तरफ इशारा करते हुए उठाए हैं. 

ध्यान देने वाली बात है कि हाल ही में संपन्न हुए विधानसभा चुनाव में नरेश मीणा सचिन पायलट की तरफ खुलकर थे और उन्हें अपना राजनैतिक गुरु मानते थे. कांग्रेस पार्टी से टिकट नहीं मिलने पर नरेश मीणा ने निर्दलीय चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया और पायलट के लिए कहा-'मैं सचिन पायलट का चमचा नहीं हूं. चमचागिरी तो मैं अपने बाप की भी नहीं करता. पायलट को तो मैं अपना बड़ा भाई मानता था.'

हनुमान बेनीवाल ने किया थप्पड़ कांड का समर्थन

इधर सांसद हनुमान बेनीवाल ने नरेश मीणा के थप्पड़ कांड का समर्थन करते हुए कहा कि नरेश ने सही किया. उसे (SDM को) कई थप्पड़ मारने थे. एसडीएम अमित चौधरी खुराफाती अधिकारी है. जब वो नागौर में था तब मैं खुद सकी खिदमत करना चाह रहा था पर नरेश मीणा ने उसे थप्पड़ मारकर मेरा काम आसान कर दिया. गौरतलब है कि देवली उनियारा से निर्दलीय चुनाव लड़ने वाले नरेश मीणा अब 14 दिन की न्यायिक हिरासत में हैं.

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