पेपर लीक और डमी परीक्षार्थी...SI भर्ती परीक्षा-2021 में गड़बड़झाले का हो गया पर्दाफाश, जानिए पूरी कहानी

Naresh Bishnoi

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राजस्थान का सांचौर जिला लगातार अलग-अलग भर्ती परीक्षाओं के पेपर लीक और नकल गिरोह के मामले में सुर्खियों में रहा है. अब एक बार फिर ऐसे ही मामले का खुलासा हुआ है. लगातार सांचौर जिले में पेपर लीक का नकल नकल गिरोह में शामिल लोगों की गिरफ्तारी की गई है. इसी दौरान पुलिस उप निरीक्षक भर्ती परीक्षा-2021 के टॉपर सांचौर जिले के नरेश खिलेरी को हिरासत में लिया है. इस मामले को लेकर पुलिस गिरफ्तार हुए संदिग्धों से पूछताछ कर रही है. जिसमें खुलासा होने के बाद ट्रेनिंग कर रहे 15 एसआई को हिरासत में लिया है. जिसमें राजस्थान में टॉप करने वाला सांचौर का नरेश खिलेरी बिश्नोई भी शामिल है.

दरअसल, एसआई भर्ती में टॉप करने पर नरेश के घर में मिठाई बंट रही थी. इससे पहले वह जालोर के चितलवाना स्थित तेलिया में राजकीय प्रवेशिका संस्कृत विद्यालय में क्लर्क था. इसी स्कूल में परीक्षा देकर नरेश ने टॉप किया था. वहीं, मामले में स्कूल का प्रिंसिपल सुरेश विश्नोई भी आरोपी है, जो फिलहाल फरार है. 

 

 

जब एसओजी ने एफआईआर दर्ज की तो टॉपर सहित तीन ट्रेनिंग सेंटर से फरार हो गए थे. जिनसे पूछताछ के बाद आरपीए से 12-बाड़मेर रोड़, सांचौर और किशनगढ़ से एक-एक एसआई को पकड़ा है. इनमें 6 महिलाएं और 9 पुरुष हैं. आरोप है कि इन्होंने एसआई भर्ती-2021 की परीक्षा अपनी जगह डमी अभ्यर्थियों को बैठाकर पास की है. इन सभी से एसओजी देर रात तक पूछताछ कर रही थी. 

धीरे-धीरे ऐसे सामने आने लगे राज

दरअसल, 2 फरवरी को एसओजी ने आरपीए से डमी कैंडिडेट हरचंद को बिठाकर पास हुए डालूराम को गिरफ्तार किया था. इन्हीं ने पूछताछ में करीब 25 ट्रेनी एसआई के ऐसे ही पास होने की जानकारी दी है. इसी कड़ी में जेईएन भर्ती पेपरलीक में गिरफ्तार शिक्षक राजेंद्र कुमार यादव और जगदीश विश्नोई ने भी एसआई भर्ती में डमी परीक्षार्थी बैठाने का खुलासा किया. दोनों आरोपियों ने एसआई भर्ती 2021 में भी जोधपुर, बाड़मेर, पाली, जालोर, सांचोर और सिरोही इलाके में उनके परिचितों की स्कूलों में नकल करवाई और डमी परीक्षार्थी बैठाए थे. इसके बाद एसओजी ने आरपीए निदेशक से संदिग्ध चयनित एसआई से पूछताछ की अनुमति ली और 12 को हिरासत में लिया. सभी एसआई से अलग-अलग पूछताछ की जा रही है. प्रारंभिक जांच में सामने आया कि पेपरलीक कर या डमी कैंडिडेट बैठाकर एसआई की परीक्षा में कई अभ्यर्थी पास हुए थे.

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