असम जाने पर जरूर करें कामाख्या देवी के दर्शन, जानें मंदिर से जुड़े रहस्य
कमाख्या देवी मंदिर को अत्यंत शक्तिशाली माना जाता है. ऐसा माना जाता है कि यहां देवी योनि रूप में विराजमान हैं. अगर आप इस बार असम घूमने की प्लानिंग कर रहे हैं, तो एक बार इस मंदिर के दर्शन जरूर करें.
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भारत में कई ऐसे मंदिर हैं जो अपनी- अपनी विशेष मान्यताओं के लिए जाने जाते हैं. इन्ही मंदिरों में शामिल असम में स्थित, कमाख्या देवी मंदिर हिंदू धर्म के 51 शक्तिपीठों में से एक है. यह मंदिर देवी कामाख्या को समर्पित है, जो देवी पार्वती का एक रूप मानी जाती हैं. अगर आप इस बार असम घूमने की प्लानिंग कर रहे हैं, तो एक बार इस मंदिर के दर्शन जरूर करें.
कमाख्या देवी मंदिर को अत्यंत शक्तिशाली माना जाता है. ऐसा माना जाता है कि यहां देवी योनि रूप में विराजमान हैं. मंदिर योनि पूजा के लिए भी प्रसिद्ध है, जो एक तंत्रिक अनुष्ठान है. बता दें, ये मंदिर असम के गुवाहटी से करीब 7 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है.
मंदिर की विशेषताएं
यह मंदिर एकमात्र ऐसा मंदिर है जहाँ देवी के योनि की पूजा की जाती है. योनि को 'योनि गुहा' कहा जाता है, जो मंदिर के गर्भगृह में स्थित है. प्रत्येक साल जून-जुलाई महीने में, मंदिर में 'अंबुबाची मेला' का आयोजन किया जाता है. जिसमें मंदिर के पास स्थित ब्रह्मपुत्र का पानी तीन दिन के लिए लाल हो जाता है. ऐसी मान्यता है कि पानी का यह लाल रंग कामाख्या देवी के मासिक धर्म के कारण होता है. इन तीन दिनों के बाद यहां दर्शन के लिए भक्तों की भीड़ उमड़ने लगती है.
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मंदिर में पूरी होती है भक्तों की मनोकामनाएं
मान्यता है कि इस मंदिर में मनोकामना पूरी करने के लिए कन्या पूजन व भंडारा कराया जाता है. साथ ही पशुओं की बलि भी दी जाती है. मंदिर के बाजू में स्थित एक मंदिर में मां की मूर्ति विराजित है. जिसे कामादेव मंदिर कहा जाता है. इस मंदिर के तांत्रिक बुरी शक्तियों को दूर करने में निपुण माने जाते हैं.
कामाख्या मंदिर पहुंचने के कई तरीके हैं
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हवाई जहाज से:- गुवाहाटी का सबसे नजदीकी हवाई अड्डा लोकेश्वर नारायण बोरो अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा (GIMT) है. यह हवाई अड्डा देश के कई प्रमुख शहरों से जुड़ा हुआ है. हवाई अड्डे से आप टैक्सी या बस द्वारा मंदिर तक पहुंच सकते हैं.
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रेल यात्रा:- कामाख्या देवी मंदिर के नजदीक में स्थित रेलवे स्टेशन कामाख्या ही है, जो कामाख्या देवी मंदिर से मात्र 6 किमी की दूरी पर स्थित है.
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