CM धामी का बड़ा ऐलान: उत्तराखंड बनेगा वेलनेस की ग्लोबल राजधानी, गढ़वाल-कुमाऊं में बनेंगे स्पिरिचुअल इकोनॉमिक जोन

न्यूज तक

CM Dhami Yog Niti: 11वें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के मैके पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भराड़ीसैंण में राज्य की पहली योग नीति लॉन्च की. इस दौरान सीएम ने गढ़वाल और कुमाऊं में स्पिरिचुअल इकोनॉमिक जोन बनाने और वेलनेस हब विकसित करने का ऐलान किया.

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 Uttarakhand CM Pushkar Dhami
सीएम पुष्कर सिंह धामी (फोटो x/@ukcmo)
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CM Dhami Yog Niti: उत्तराखंड की ग्रीष्मकालीन राजधानी भराड़ीसैंण 21 जून को  मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने राज्य की पहली योग नीति का औपचारिक शुभारंभ किया. 11वें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर उन्होंने ऐलान किया कि उत्तराखंड को योग और वेलनेस की वैश्विक राजधानी के रूप में विकसित किया जाएगा.

मुख्यमंत्री ने “हर घर योग, हर जन निरोग” का संदेश देते हुए कहा कि केंद्र सरकार के सहयोग से गढ़वाल और कुमाऊं क्षेत्रों में एक-एक स्पिरिचुअल इकोनॉमिक जोन स्थापित किए जाएंगे. यहां आयुर्वेद, योग और आध्यात्मिक पर्यटन को अंतरराष्ट्रीय पहचान दी जाएगी.

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अर्थव्यवस्था से जुड़ेगा योग, पलायन पर लगेगा ब्रेक

मुख्यमंत्री धामी ने बताया कि इन ज़ोन्स से रोजगार के अवसर बढ़ेंगे, जिससे पर्वतीय क्षेत्रों से हो रहा पलायन रुकेगा. दो आधुनिक नगर भी बसाए जाएंगे, जो वेलनेस और योग उद्योग के ग्लोबल हब के रूप में विकसित होंगे.

सब्सिडी और रिसर्च ग्रांट से मिलेगा प्रोत्साहन

नई योग नीति के तहत योग केंद्रों की स्थापना पर 20 लाख रुपये तक की सब्सिडी और शोध कार्यों के लिए 10 लाख रुपये तक का अनुदान मिलेगा. मार्च 2026 तक सभी आयुष वेलनेस केंद्रों में योग सेवाएं शुरू होंगी और 2030 तक 5 नए योग हब स्थापित होंगे.

दुनिया भर के प्रतिनिधि हुए शामिल

इस भव्य आयोजन में मेक्सिको, नेपाल, फिजी, मंगोलिया, सूरिनाम, लातविया, श्रीलंका और रूस के राजनयिकों ने भाग लिया. उन्होंने मुख्यमंत्री के साथ सामूहिक योग किया. योग गुरु पद्मश्री स्वामी भारत भूषण की उपस्थिति ने आयोजन को विशेष गरिमा प्रदान की.

छात्रों से मिले मुख्यमंत्री, योग अपनाने की अपील

कार्यक्रम से पहले मुख्यमंत्री ने स्थानीय छात्रों और नागरिकों से मुलाकात की. उन्होंने युवाओं से योग को अपनी दिनचर्या में शामिल करने और स्वस्थ जीवन शैली अपनाने का आह्वान किया.

एकता और मानवता का सेतु- सीएम

मुख्यमंत्री धामी ने अपने भाषण में कहा, “योग केवल व्यायाम नहीं, यह जीवन का दर्शन है.” उन्होंने योग को मानवता और वैश्विक एकता का सबसे शक्तिशाली सेतु बताया. साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की इस क्षेत्र में वैश्विक स्तर पर पहल की सराहना की.

संस्कृति, प्रकृति और नीति का संगम

मुख्यमंत्री ने भराड़ीसैंण को उत्तराखंड की सांस्कृतिक और प्राकृतिक विरासत का केंद्र बताया. उन्होंने कहा कि अब यह स्थान योग, अध्यात्म और नीति निर्माण के लिए भी एक अहम मंच बन चुका है.

प्रमुख हस्तियों की उपस्थिति

इस कार्यक्रम में कैबिनेट मंत्री डॉ. धन सिंह रावत, भारत में मैक्सिको के राजदूत फेडेरिको सालास, नेपाल के राजदूत डॉ. शंकर प्रसाद शर्मा सहित कई देशों के राजनयिक, चमोली के डीएम संदीप तिवारी, एसपी सर्वेश पंवार और हजारों की संख्या में प्रतिभागी मौजूद रहे.

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