राघव (काल्पनिक नाम) ने कभी नहीं सोचा था कि उसकी जिंदगी का सबसे बड़ा मोड़ एक छोटी-सी लौंग से जुड़े एक रहस्य से आएगा. जीवन की परेशानियों से जूझते हुए, उसने कई उपाय किए, लेकिन कुछ भी काम नहीं आया. नौकरी में संघर्ष, रिश्तों में तनाव और हर तरफ से नकारात्मक ऊर्जा ने उसे घेर लिया था.
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एक दिन, एक संन्यासी ने उसे एक रहस्यमयी उपाय बताते हुए कहा कि "अपनी उम्र के बराबर लौंग लेकर एक माला बनाओ और मां दुर्गा को अर्पित करो. तुम्हारी सभी समस्याएं खत्म हो जाएंगी." यह सुनकर राघव हँस पड़ा, लेकिन जब हर रास्ता बंद हो गया, तो उसे यह आखिरी उम्मीद लगी.
शनिवार की रात, वह मंदिर गया, लौंग की माला बनाई और देवी के चरणों में रखकर प्रार्थना की. लेकिन उसे क्या पता था कि यह सिर्फ एक परंपरागत उपाय नहीं, बल्कि एक अदृश्य शक्ति से जुड़ी कड़ी थी, जो उसकी तकदीर बदलने वाली थी. अगले ही दिन से अजीब घटनाएं घटने लगीं- शत्रु दूर होने लगे, नए अवसर मिलते गए और जीवन धीरे-धीरे संवरने लगा.
लेकिन क्या यह सिर्फ संयोग था, या लौंग की माला में सच में कोई चमत्कारी शक्ति थी? क्या यह तंत्र का प्रभाव था या देवी की कृपा? इस पर पंडित 'शैलेंद्र पांडेय' बताते हैं कि लौंग न सिर्फ एक मसाला है, बल्कि इसके आयुर्वेदिक, स्वास्थ्य और ज्योतिषीय लाभ भी इसे खास बनाते हैं. ये न केवल खाने का स्वाद बढ़ाती है, बल्कि जीवन की कई समस्याओं को दूर करने में भी मददगार साबित हो सकती है. आइए पंडित 'शैलेंद्र पांडेय' से जानते हैं लौंग के इन चमत्कारी गुणों के बारे में.
स्वास्थ्य के लिए वरदान
लौंग को आयुर्वेद में औषधीय गुणों से भरपूर माना जाता है. यह दांत दर्द, शरीर के दर्द और पाचन संबंधी समस्याओं में बेहद कारगर है. इसकी विशेष खुशबू और काले रंग के कारण इसे शनि और बुध ग्रह से जोड़ा जाता है. लौंग और हल्दी को दो सबसे चमत्कारी मसाले माना जाता है, जो अपने गुणों और प्रभाव के लिए प्रसिद्ध हैं.
ज्योतिष और तंत्र में महत्व
लौंग का प्रयोग सिर्फ रसोई तक सीमित नहीं है. तंत्र-मंत्र की क्रियाओं और देवी दुर्गा की पूजा में इसका विशेष स्थान है. ज्योतिष के अनुसार, लौंग का सही इस्तेमाल कर मनोकामनाएं पूरी की जा सकती हैं. चाहे करियर में सफलता हो, धन प्राप्ति हो या शत्रुओं से मुक्ति, लौंग के उपाय आपके लिए लाभकारी हो सकते हैं.
मनोकामना पूर्ति के लिए उपाय
अपनी उम्र के बराबर लौंग (जैसे 40 साल की उम्र में 40 लौंग) लेकर काले धागे में पिरोकर माला बनाएं. इसे बुधवार या शनिवार को मां दुर्गा को समर्पित करें. महिलाएं इसे गले में पहन सकती हैं, जबकि पुरुष इसे मां के चरणों में रखें. अपनी मनोकामना बोलकर प्रार्थना करें. आमतौर पर 1 से 3 महीने में मनोकामना पूरी हो जाती है. पूरी होने के बाद माला को बहते जल में प्रवाहित करें या पीपल के नीचे दबा दें. यह उपाय नवरात्रि में किसी भी दिन या सामान्य दिनों में बुधवार-शनिवार को करें.
शत्रुओं से मुक्ति का उपाय
अगर शत्रु या विरोधी परेशान कर रहे हैं, तो लगातार 27 दिन तक मां दुर्गा को दो-दो लौंग अर्पित करें. 28वें दिन सभी लौंग को कपूर, आम या नीम की लकड़ी की अग्नि में जलाएं. जलाते समय मां दुर्गा का स्मरण करें और प्रार्थना करें कि शत्रु शांत हो जाएं. राख को जल में बहाएं या जमीन में दबाएं. इससे विरोधी लंबे समय तक शांत रहेंगे.
नजर दोष और तंत्र से बचाव
रोज सुबह सूर्य को जल चढ़ाने के बाद एक लौंग को पत्थर पर घिसकर माथे या गले पर तिलक लगाएं. घर से निकलते वक्त जेब में एक लौंग रखें. गंभीर नजर दोष या तंत्र के प्रभाव से बचने के लिए चांदी की दो लौंग बनवाकर किसी बुधवार, शनिवार या नवरात्रि में मां दुर्गा को अर्पित करें. इससे नकारात्मक ऊर्जा का असर खत्म हो जाएगा.
Disclaimer: यह जानकारी ज्योतिष और उसके इर्द-गिर्द बनी मान्यताओं और तर्कों पर आधारित है. हम ज्योतिर्विद के हवाले से यह जानकारी आपको दे रहे हैं. न्यूज़ तक ऐसी मान्यताओं और टोटकों का समर्थन नहीं करता है.
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