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Bihar Adhikar Yatra: बिहार में आगामी चुनाव को लेकर हर एक राजनीतिक पार्टी वोट बैंक मजबूत करने की जुगत में जुटी हुई है. इसी कड़ी में महागठबंधन की 'वोटर अधिकार यात्रा' के बाद अब बिहार के पूर्व उप मुख्यमंत्री और विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने 'बिहार अधिकार यात्रा' की शुरुआत की है. तेजस्वी 5 दिनों में 10 जिलों की यात्रा कर अपना वोट बैंक मजबूत करने की कोशिश करेंगे. इसी दौरान हमारे संवाददाता ने तेजस्वी यादव से खास बातचीत की, जिसमें उन्होंने महागठबंधन का सीएम चेहरा, 243 सीटों पर चुनाव समेत कई मुद्दों पर खुलकर बात की. आइए जानते है पूरी कहानी.
महागठबंधन का सीएम चेहरा कौन?
तेजस्वी यादव ने इस सवाल का जवाब देते हुए कहा कि, हम लोगों की कोशिश है सीट शेयरिंग के बाद सब कुछ तय हो जाए. मेनिफेस्टो का अंतिम रूप चल रहा है और उसके बाद जो है हम लोग सारी चीजें सामने ले आएंगे. हालांकि हर चीज तय है ही नाम को लेके फेस को लेके कोई कंफ्यूजन है नहीं. वहीं उन्होंने एनडीए के सीएम फेस पर कहा कि, नीतीश जी को चुनाव तक रखा है. हमने एक आर्टिकल देखा था अमित शाह जी का उसमें साफ तौर पर उन्होंने कहा कि चुनाव के बाद कौन मुख्यमंत्री होगा? ये समय बताएगा. तो हमको लगता है कि वहां इनसिक्योरिटी की भावना ज्यादा है.
243 सीटों पर लड़ेंगे चुनाव?
तेजस्वी यादव ने 243 सीटों पर चुनाव लड़ने वाली बात पर कहा कि, जहां मेरा अलायंस है वहां तेजस्वी भी है और 243 सीटों पर लड़ना है. क्योंकि गठबंधन धर्म का यही तो नियम है कि आपको जो सीटें मिली आप केवल वहीं नहीं लड़ रहे. आपके लिए उतना महत्वपूर्ण वह भी सीट है जहां आपके घटक दल भी लड़ रहे हैं. इसलिए हमने कहा कि हम 243 सीटों पर चुनाव लड़ रहे हैं.
वोटर अधिकार यात्रा से कितनी अलग बिहार अधिकार यात्रा?
इस सवाल के जवाब में तेजस्वी यादव ने कहा कि, ये तेजस्वी की यात्रा नहीं है. यह बेरोजगार, नौजवान, किसान-मजदूर के सम्मान, बेहतर शिक्षा, चिकित्सा व्यवस्था, बिहार को अपराध मुक्त, भ्रष्टाचार मुक्त बनाने की यात्रा है. यह यात्रा महिलाओं की सुरक्षा के लिए, व्यवसायी की सुरक्षा के लिए, कारखानों के विकास, बिहार में निवेश आए इसके लिए है. इस यात्रा के दौरान लोगों का अपार समर्थन और प्यार मिल रहा है.
तेजस्वी ने आगे कहा कि, बिहार की जनता मौजूदा सरकार से परेशान हो गई है. वे कह रहे हैं 2005 से 2025...बहुत हुए नीतीश. अब बिहार की जनता बदलाव चाहती है और निश्चित तौर पर इस बार हम सब लोग सरकार का परिवर्तन करेंगे.
पढ़ाई, दवाई और कमाई का क्या है मतलब?
जब हमारे संवाददाता ने कहा कि आप हर जगह तीन बातें दोहरा रहे हैं -पढ़ाई, दवाई और कमाई. क्या अभी भी बिहार में इन मूलभूत सुविधाओं की कमी है? इस पर तेजस्वी यादव ने तंज कसते हुए कहा कि, पीएम जिस पूर्णिया जिले में आए, वहां आलीशान हजारों करोड़ का जीएमसीएच बना हुआ. लेकिन यह एक ऐसा मेडिकल कॉलेज सह अस्पताल है जहां आईसीयू ही नहीं है. पढ़ाने वाले प्रोफेसर नहीं है, अपने क्षमता का केवल 10 फीसदी स्टाफ और डॉक्टर नर्सेज हैं, टेक्नशियंस नहीं है, मशीन नहीं है, मेन बिल्डिंग जो है वो चल नहीं रहा है.
तेजस्वी ने आगे सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि इन लोगों ने केवल भ्रष्टाचार किया, अपराधियों को संरक्षण दिया और बिहार को बदहाल कर दिया. और अभी भी नीतीश कुमार जी अचेत अवस्था में है.
महागठबंधन में टिकट शेयरिंग का फॉर्मूला?
महागठबंधन में सीट शेयरिंग के सवाल पर उन्होंने कहा कि सब लोगों ने अपने-अपने दावे रखे हैं, जो कि सबका अधिकार बनता है और स्मूथली जो है हम लोग बात कर रहे हैं. कहीं भी किसी चीज को लेकर विवाद या कॉन्फ्लिक्ट नहीं है. हम लोगों का एकमात्र लक्ष्य है कि सरकार बनाना है और मौजूदा सत्ता में जो बैठे हैं उनको हराना है.
इस बार उन्हें ही टिकट दिया जाएगा जो जीतने वाले हैं या जिनकी जीतने की ज्यादा संभावना है. टिकट बंटवारे में कुछ नहीं देखना है कि कौन जाति के हैं, कौन धर्म का हैं, मतलब है तो सिर्फ जनता जिसे चाहती है उसे टिकट दिया जाएगा. तेजस्वी ने आगे कहा कि हमारी रणनीति है कि हम सब को एक साथ लेकर चलें. साथ ही हर धर्म-हर जाति के लोगों को ज्यादा से ज्यादा हम प्रतिनिधित्व का मौका दें.
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