बिहार: राघोपुर में बुजुर्ग ने रोका राबड़ी देवी का काफिला, खरी-खोटी सुनाते हुए कहा- “इस क्षेत्र को सौतेला बेटा मानते हैं आप लोग”

राघोपुर में चुनाव प्रचार के दौरान राबड़ी देवी को एक बुजुर्ग की नाराजगी का सामना करना पड़ा, जिन्होंने तेजस्वी यादव पर इलाके की अनदेखी का आरोप लगाया. राबड़ी ने माहौल संभालने की कोशिश की, लेकिन जनता के तीखे सवालों के बीच उन्हें चुपचाप आगे बढ़ना पड़ा.

राबड़ी देवी
राबड़ी देवी

संदीप आनंद

31 Oct 2025 (अपडेटेड: 31 Oct 2025, 01:49 PM)

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बिहार में चुनावी माहौल गर्म है. कुछ ही दिनों में यहां विधानसभा चुनाव भी होने वाले हैं. इस बीच सभी नेता एक-एक कर जनता के बीच पहुंच रहे हैं तो जनता भी अब उनसे खुलेआम सवाल पूछ रही है. ऐसा ही एक नजारा हुआ राघोपुर में, जहां लालू परिवार की परंपरागत सीट पर प्रचार के लिए पहुंचीं राबड़ी देवी को एक बुजुर्ग ने रोक लिया और जमकर अपनी नाराजगी जताई.

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राबड़ी देवी अपने बेटे और आरजेडी नेता तेजस्वी यादव के लिए राघोपुर में प्रचार कर रही थीं. इसी दौरान पहाड़पुर इलाके में एक बुजुर्ग ने उनका काफिला रोक लिया. बुजुर्ग ने तेजस्वी यादव पर इलाके की अनदेखी करने का आरोप लगाया और कहा, 'आप लोग राघोपुर को सौतेला बेटा मानते हैं.'

मुसीबत के समय कभी नहीं आए तेजस्वी

राबड़ी देवी ने बुजुर्ग को समझाने की कोशिश की और कहा कि “राघोपुर तो पूरे बिहार में सबसे प्यारा विधानसभा क्षेत्र है.” लेकिन बुजुर्ग यहीं नहीं रुके. उन्होंने आगे कहा कि तेजस्वी यादव बाढ़ और मुसीबत के वक्त कभी नहीं आए और केवल चुनावी वक्त पर ही लोगों से मिलने पहुंचते हैं. पीछे से किसी ने मजाकिया लहजे में कहा, “बाढ़ में घूमने नहीं, डांस करने आते हैं.”

राबड़ी देवी ने माहौल शांत करने की कोशिश की और मुस्कराते हुए बुजुर्ग से हाथ जोड़ लिए. इसके बाद उनका काफिला आगे बढ़ गया.

खास रही है ये सीट

राघोपुर सीट लालू परिवार के लिए हमेशा खास रही है. खुद लालू प्रसाद यादव और राबड़ी देवी इस सीट से दो-दो बार विधायक रह चुके हैं. तेजस्वी यादव ने भी अपनी राजनीतिक शुरुआत यहीं से की थी और 2015 से लगातार इस क्षेत्र का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं.

लेकिन इस बार जनता के सवाल और नाराजगी कुछ अलग नजर आ रही है. चुनावी मौसम में जब नेता जनता की अदालत में पहुंचते हैं तो लोगों को भी मौका मिलता है अपने प्रतिनिधियों से जवाब मांगने का और इस बार जनता के सीधे सवालों के घेरे में खुद पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी फंसती दिखीं.

राघोपुर की यह घटना साफ दिखाती है कि जनता अब सिर्फ भाषण नहीं बल्कि काम का हिसाब चाहती है.

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