बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की तारीखों का ऐलान हो गया है. प्रेस कॉन्फ्रेंस में तारीखों का ऐलान करने से पहले मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार ने कहा- 'बिहार में हम लोग सभी राजनीति दलों से मिले. सभी जिला कलेक्टर एसपी, आईजी, डीआईजी से मिले. इस बार बिहार के चुनाव न केवल मतदाताओं के लिए बहुत ही सुगम और सरल होंगे. न केवल पूरी चुनावी मशीनरी पूरी तत्परता के साथ मतदाताओं के साथ खड़ी रहेगी, बल्कि बिहार के चुनाव सबसे अच्छे चुनाव के रूप में परिलक्षित होंगे ये चुनाव आयोग की मंशा है.
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मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार ने बिहार चुनावों का ऐलान करते हुए कहा- ' बिहार के चुनाव 2 फेज कराए जाएंगे.'
चुनावों की तारीखें
- दो फेस में चुनाव होंगे.
- पहले का गजट नोटिफिकेशन 10 अक्टूबर को और दूसरे फेज का 13 अक्टूबर को जारी होगा.
- नामांकन की आखिरी तारीख: पहले फेज के लिए 17 अक्टूबर और दूसरे फेज के लिए 20 अक्टूबर है.
- नामांकन की स्क्रूटनी पहले फेज के लिए 18 अक्टूबर और दूसरे फेज के लिए 21 अक्टूबर है.
- नाम वापसी के लिए आखिरी तारीख: पहले फेज के लिए 20 अक्टूबर और दूसरे फेज के लिए 23 अक्टूबर है.
मतदान की तारीख
- पहले फेज के लिए 6 नवंबर, गुरुवार
- दूसरे फेज के लिए 11 नवंबर, मंगलवार
रिजल्ट
- 14 नवंबर को मतगणना होगी और इसी दिन चुनाव परिणाम घोषित किए जाएंगे.
ओवर व्यू
- 243 विधानसभा सीटें
- अनुसूचित जाति के 38
- अनुसूचित जनजाति के लिए 2 सीट रिजर्व हैं
- 100 वर्ष की आयु पूरा करने वाले करीब 14,000 मतदाता हैं.
गौरतलब है कि बिहार में सबसे पहले मतदाता सूची का गहन पुनरीक्षण किया गया. CEC ज्ञानेश कुमार ने बताया कि 24 जून 2025 से मतदाता सूची का गहन पुनरीक्षण शुरू किया गया. 1 अगस्त को ड्रॉफ्ट सूची पब्लिश की गई. 1 अगस्त से 1 सितंबर तक क्लेम एंड ऑब्जेक्शन का पीरियड रहा. उसके बाद पात्रता का परिक्षण हुआ. 30 सितंबर को फाइनल मतदाता सूची प्रकाशित की गई. इसे सभी पार्टियों को दी चुकी है.
मतदाता सूची में गड़बड़ी होने पर क्या करें
- अभी मतदाता सूची में कोई गड़बड़ी पाई गई तो उसकी शिकायत जिला कलेक्टर से की जा सकती है.
किसी का मतदाता सूची में नाम नहीं हो तो क्या करें?
- चुनाव आयोग के मुताबिक जिसका नाम मतदाता सूची में जुड़ नहीं पाया है वो अभी भी जुड़वा सकता हैं.
- हालांकि वे ये काम नॉमिनेशन से 10 दिन पहले तक कर सकते हैं. इसके बाद नाम नहीं जुड़ पाएगा.
- नॉमिनेशन के बाद जो मतदाता सूची फाइनल होगी उसी पर बिहार में चुनाव होंगे.
- जिन मतदाताओं का पता बदल गया है या कोई चेंज है उन्हें नए वोटर कार्ड दिए जाएंगे.
मोबाइल फोन जमा कराने समेत मिलेंगी ये सुविधा
- यदि कोई मतदाता मोबाइल लेकर बूथ पर वोट देने जाता है तो उसे मोबाइल जमा करने की सुविधा दी जाएगी.
- वोटर इन्फोर्मेशन स्लिप दी जाती है. पोलिंग स्टेशन का नंबर और जगह दिखा दी जाती है.
- चुनाव आयोग की करीब 40 एप्लिकेशन हैं.
- इसलिए सभी एप को मिलाकर ECI net में सभी को एक स्थान पर किया जा रहा है.
- कैडिडेट्स के बूथ पहले मतदान केंद्र के दूर लगाए जाते थे. अब 100 मीटर की दूरी पर बूथ लगाया जा सकता है.
- मतदाता पहचान पत्र पर फोटो अब कलरफुल होगी.
- EVM के आखिरी 2 राउंड से पहले पोस्टल बैलेट की गिनती करना अनिवार्य होगा.
- अगर कोई भी व्यक्ति ECI net को डाऊनलोड करता है और एपिक नंबर डालता है तो अपने BLO से बात करके समस्या कर निदान कर सकता है.
- 1950 पर +91 और एसटीडी कोड लगाकर कॉल करने पर 243 ERO सारे मतदाताओं के लिए एवेलेबल रहेंगे.
- बिहार का चुनाव मदर ऑफ ऑल इलेक्शंस हैं. पोलिंग पर्सनर्ल्स 4.5 लाख हैं.
- पुलिस ऑफिशियल्स ढाई लाख होंगे. कुल मिलाकर 8.5 लाख चुनावी कर्मी होंगे.
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