Bihar election 2025 DB survey: बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण के मतदान की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है. 6 नवंबर को 65.08 प्रतिशत रिकॉर्ड तोड़ मतदान के बाद अब सबकी नजरें बाकी बचे 122 विधानसभा सीटों पर है. इन सीटों में हॉट सीटें तो कई है लेकिन काराकाट सीट पर सबकी नजरें टिकी हुई है. इसके पीछे की एक बड़ी वजह है भोजपुरी सुपरस्टार पवन सिंह की पत्नी ज्योति सिंह का चुनावी मैदान में उतरना. इस सीट दैनिक भास्कर ने पहले चरण के चुनाव से पहले एक सर्वे किया. DB सर्वे के मुताबिक काराकाट सीट पर इस बार जदयू, सीपीआई-एमएल और निर्दलीय उम्मीदवार ने त्रिकोणीय मुकाबला बना दिया है.
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काराकाट सीट पर किसके बीच टक्कर?
इस सीट पर जदयू की ओर से महाबली सिंह के सामने CPI-ML के डॉ. अरुण कुमार चुनावी मैदान में थे. माना जा रहा था कि इस सीट पर इन दोनों के बीच ही मुकाबला होने वाला है. लेकिन पवन सिंह की पत्नी ज्योति सिंह ने निर्दलीय पर्चा भर त्रिकोणीय मुकाबला कर दिया है. कहा जा रहा है कि ज्योति सिंह के पास महिलाओं का सहानुभूति वाला वोट बैंक है.
DB के सर्वे में क्या है समीकरण?
इस सीट पर फिलहाल CPI-ML से अरुण कुमार विधायक है. DB सर्वे के मुताबिक अरुण कुमार से वहां की जनता खुश नहीं है और उनमें नाराजगी देखी जा रही है. वहीं जदयू उम्मीदवार महाबली सिंह के पक्ष में भी कम लोगों को ही देखा जा रहा है. ज्योति सिंह की पहचान पवन सिंह के वजह से हुई थी जब उन्होंने लोकसभा चुनाव के दौरान उनका प्रचार-प्रसार किया था, हालांकि तब पवन सिंह हार गए थे.
लेकिन अब पवन सिंह और ज्योति सिंह का विवाद खुलकर सामने आने के बाद लोगों के जहन में ज्योति सिंह बसने लगी है, खासकर महिलाओं के मन में. अब ज्योति को उनके पति के साथ झगड़े की वजह से सिंपैथी वोट मिलने के आसार जताए जा रहे हैं.
काराकाट सीट पर कैसा रहा इतिहास?
DB सर्वे में यह भी बताया गया है कि काराकाट सीट पर आजादी के बाद कुल 14 बार चुनाव हुए है, जिसमें सबसे ज्यादा 4 बार CPI-ML के उम्मीदवार ने जीत हासिल की. वहीं जदयू और राजद को इस सीट पर एक बार ही विजय प्राप्त हुआ है. पिछले विधानसभा चुनाव 2020 में CPI-ML के अरुण सिंह ने भाजपा के राजेश्वर राज को 18 हजार 189 वोटों से हरा दिया था.
हालांकि अगर इस बार के समीकरण कुछ अलग ही कह रहे है. अरुण कुमार से वहां की जनता खुश नजर आ रही है और वहीं ज्योति सिंह की एंट्री ने इस सीट पर अलग ही पेंच फंसा दिया है. अब 11 नवंबर को देखना होगा कि आखिर इस सीट का वोटिंग प्रतिशत कितना है. साथ ही 14 नवंबर के परिणाम पर भी सबकी निगाहें टिकी हुई है.
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