Bihar election 2025: बिहार में गुरुवार को पहले चरण के तहत 121 विधानसभा सीटों पर मतदान संपन्न हो गया. इस बीच समस्तीपुर जिले से एक चौंकाने वाली खबर सामने आई है. शनिवार को एक कॉलेज के पास भारी संख्या में VVPAT की पर्चियां मिलने से हड़कंप मच गया. मामला सारायरंजन विधानसभा क्षेत्र का है. घटना के बाद RJD ने चुनाव प्रक्रिया पर सवाल उठाए हैं. वहीं, निर्वाचन आयोग ने इस पर ऑफिसियल बयान जारी करते हुए कहा है ये VVPAT की पर्चियां मॉक पोल के दौरान इस्तेमाल की गई थीं. आयोग ने बताया कि इन पर्चियों को नष्ट करने में सहायक रिटर्निंग अधिकारी (ARO) की लापरवाही रही है. मामले को गंभीरता से लेते हुए चीफ इलेक्शन कमिश्नर (CEC) ज्ञानेश कुमार ने बड़ा एक्शन लिया है और ARO को निलंबित कर दिया है. साथ ही जिला निर्वाचन अधिकारीको मौके पर पहुंचकर जांच करने और रिपोर्ट सौंपने के निर्देश दिए गए हैं.
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क्या था मामला?
दरअसल, बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण में 6 नवंबर को राज्य की 121 विधानसभा सीटों पर मतदान संपन्न हुआ था. इसी दौरान सारायरंजन विधानसभा क्षेत्र में भी वोटिंग हुई थी. बता दें कि वास्तविक वोटिंग शुरू होने से पहले हर बूथ पर मॉक पोल किया जाता है, जिससे कि ये चेक किया जा सके कि EVM और VVPAT मशीनें सही तरीके से काम कर रही हैं या नहीं. 'आज तक' कि खबर के अनुसार, इससे पहले भी वोटिंग के दो दिन बाद शीतलपट्टी गांव में VVPAT की पर्चियां कूड़े में मिलने का मामला सामने आया था.
RJD ने पाेस्ट कर उठाए सवाल
अब इस मामले में विपक्षी दल अटैकिंग मोड में आ गए और महागठबंधन में शामिल दल निर्वाचन आयोग पर सवाल उठा रहे हैं. मामले पर RJD ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर पोस्ट किया है. इसमें पार्टी ने लिखा कि 'समस्तीपुर के सरायरंजन विधानसभा क्षेत्र के KSR कॉलेज के पास सड़क पर भारी संख्या में EVM से निकलने वाली VVPAT पर्चियां फेंकी हुई मिली. कब, कैसे, क्यों किसके इशारे पर इन पर्चियों को फेंका गया? क्या चोर आयोग इसका जवाब देगा? क्या यह सब बाहर से आकर बिहार में डेरा डाले लोकतंत्र के डकैत के निर्देश पर हो रहा है.' इस बीच विवाद बढ़ा तो समस्तीपुर के डीएम रोशन कुशवाहा और एसपी अरविंद प्रताप सिंह ने मौके का मुआयना किया.
डीएम रोशन कुशवाहा ने क्या कहा?
समस्तीपुर के डीएम रोशन कुशवाहा ने हमारे सहयोगी आजतक को बताया कि VVPAT की पर्चियां सड़क के किनारे बिखरी मिली हैं. मैं और पुलिस अधीक्षक मौके पर पहुंचे थे. इस दौरान जांच में सामने आया कि मॉक पोल के बाद ज्यादा पर्ची काट दी गई थी. डीएम ने बताया कि कुछ पर्चियां बिना शेडिंग किए हुए पाई गईं . EVM के नंबर से जिम्मेदार मतदान कर्मी का पता चल जाएगा और फिर उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. डीएम ने कहा कि इस दौरान सरायरंजन सीट पर चुनाव लड़ने वाले उम्मीदवार भी आए थे. उन्हें हमने जानकारी दे दी है कि ये मॉक पोल के दौरान निकली पर्चियां हैं. उन्होंने कहा कि पर्चियाें के निस्तारण में लापरवाही बरती गई है. इस मामले में असिस्टेंट रिटर्निंग ऑफिसर को निलंबित कर दिया है और उनके खिलाफ FIR दर्ज की जाएगी.
चुनाव आयोग ने लिया ये बड़ा एक्शन
वहीं, मामले में मुख्य चुनाव आयुक्त (CEC) ज्ञानेश कुमार ने कार्रवाई करते हुए संबंधित सहायक रिटर्निंग ऑफिसर यानी ARO पर बड़ी कार्रवाई की है. CEC ने ARO को लापरवाही के आरोप में सस्पेंड कर उनके खिलाफ FIR दर्ज करने के निर्देश दिए हैं. साथ ही समस्तीपुर के जिला निर्वाचन अधिकारी (जिलाधिकारी) को मौके पर जाकर जांच कर रिपोर्ट सौंपने काे कहा है. निर्वाचन आयोग ने अपने ऑफिसियल में बयान कहा है कि ये VVPAT पर्चियां मॉक पोल के समय इस्तेमाल की गई थीं. ARO ने इन्हें निस्तारित करने में लापरवाही बरती. इससे वास्तविक वोटिंग प्रक्रिया की अखंडता पर कोई असर नहीं हुआ है और DM ने सभी प्रत्याशियों को इसकी जानकारी दे दी गई है.
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