बिहार की सियासत में इस वक्त एक ही नाम चर्चा में है और वो है तेज प्रताप यादव. लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे और महुआ से उम्मीदवार तेज प्रताप यादव को लेकर राजनीतिक गलियारों में कयासों का दौर शुरू हो गया है. सवाल उठ रहा है कि क्या तेज प्रताप अब एनडीए में शामिल होने जा रहे हैं?
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दरअसल, हाल ही में एयरपोर्ट पर तेज प्रताप यादव की मुलाकात बीजेपी सांसद रवि किशन से हुई. दोनों के बीच गर्मजोशी से हुई बातचीत ने लोगों के बीच नई चर्चाओं को जन्म दे दिया. जब मीडिया ने रवि किशन से पूछा कि क्या तेज प्रताप यादव को बीजेपी में लाने की तैयारी है तो उन्होंने कहा- “बीजेपी तो हमेशा निस्वार्थ सेवा करने वालों के लिए दिल खोलकर खड़ी रहती है. तेज प्रताप जी दिल से अच्छे इंसान हैं और भोलेनाथ के भक्त भी.”
किस तरफ है रवि किशन का इशारा
यानी रवि किशन ने साफ इशारा किया कि अगर तेज प्रताप यादव बीजेपी में आना चाहें तो दरवाजे खुले हैं. इसी कड़ी में एक और बीजेपी नेता और सांसद मनोज तिवारी ने भी तेज प्रताप यादव की तारीफ की. उन्होंने कहा, “तेज प्रताप के साथ जो हुआ वो ठीक नहीं था. बिहार की जनता में उनके लिए सहानुभूति है. बीजेपी का दरवाजा हर उस व्यक्ति के लिए खुला है जो सबका साथ, सबका विकास चाहता है.”
मनोज तिवारी के बयान ने बढ़ाई सियासी तापमान
मनोज तिवारी के इस बयान ने सियासी तापमान और बढ़ा दिया. लोग यह मानने लगे कि शायद चुनाव के बाद तेज प्रताप यादव का रुख बदल सकता है.
फिलहाल तेज प्रताप यादव अपनी पार्टी जनशक्ति जनता दल (JJD) से बिहार विधानसभा चुनाव लड़ रहे हैं. उनकी पार्टी ने इस बार 44 उम्मीदवार मैदान में उतारे हैं. तेज प्रताप को पहले आरजेडी और परिवार दोनों से निष्कासित कर दिया गया था जिसके बाद उन्होंने अपनी नई राह बनाई.
जब तेज प्रताप से पूछा गया कि क्या वे एनडीए या बीजेपी में शामिल होंगे, तो उन्होंने कहा, “अभी ऐसा कोई मामला नहीं है. ”
अब देखना दिलचस्प होगा कि चुनाव के बाद तेज प्रताप यादव का अगला कदम क्या होता है. क्या वो एनडीए में शामिल होंगे, बीजेपी ज्वाइन करेंगे, विपक्ष में रहेंगे, या आरजेडी में वापसी करेंगे?
बिहार की राजनीति में इस वक्त हर कोई यही जानना चाहता है कि तेज प्रताप यादव का अगला राजनीतिक कदम क्या होगा?
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