Bihar News: राष्ट्रीय जनता दल के एक्स पर लिखे एक पोस्ट ने फिर से डोमिसाइल नीति को लेकर चर्चा शुरू कर दी है. हालांकि यह चर्चा छात्र नेता दिलीप ने शुरू की थी. जब दिलीप ने यह ऐलान किया की 5 जून को डोमिसाइल नीति लागू करने के लिए आंदोलन होगा. इसके बाद अब आरजेडी के तेजस्वी की फोटो वाली पोस्ट के समर्थन ने इस आंदोलन को बल दे दिया है. आरजेडी ने एक्स पर पोस्ट कर लिखा है कि अगर उनकी सरकार बनती है तो राज्य में 100% डोमिसाइल नीति लागू की जाएगी.
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सोशल मीडिया पर यह भी लिखा गया कि जो हमने कह दिया, समझो वह पूरा हुआ. तेजस्वी यादव जी की हर बात, हर संकल्प की यही विश्वसनीयता उन्हें सभी राजनेताओं से अलग बनाती है, युवाओं के हृदय में स्थान दिलाती है! तेजस्वी के इस पोस्ट को लेकर एक बार फिर भले ही चर्चा डोमिसाइल नीति को लेकर हो रही है लेकिन 5 जून को छात्र नेता दिलीप ने आंदोलन की बात कही है.
शिक्षा मंत्री रहे चंद्रशेखर कर चुके हैं डोमिसाइल का विरोध
नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव भले ही डोमिसाइल नीति के पक्ष में हो लेकिन जब महागठबंधन की सरकार थी तो शिक्षा मंत्री रहे आरजेडी के कोटे से चंद्रेशखर ने इसका विरोध किया था. जब शिक्षक बहाली के लिए पद निकाले गए थे तो उसे पूरे देश के लिए खोला गया था. तब के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर ने यह कहा था कि बिहार के युवा सक्षम नहीं हैं. ऐसे में पूरे देश से उम्मीदवारों के आवेदन इस भर्ती के लिए स्वीकार किए जाएंगे. चंद्रशेखर के इस बयान को लेकर उस वक्त भी कई छात्र गुटों ने विरोध किया था.
आरजेडी के पोस्ट पर बीजेपी ने साधा निशाना
आरजेडी के इस फैसले को लेकर बीजेपी ने भी निशाना साधा है. बीजेपी प्रवक्ता प्रभाकर मिश्रा ने डोमिसाइल नीति को लागू करने का विरोध किया है और साफ- साफ कहा है कि अगर ऐसा होता है तो बिहार के छात्रों को दूसरे राज्यों में मौका नहीं मिल पाएगा. प्रभाकर मिश्रा ने यह भी कहा कि डोमिसाइल नीति के जरिए भ्रम की स्थिति पैदा कर रहे हैं तेजस्वी यादव. तेजस्वी यादव की बातें हवा हवाई और गुमराह करने वाली होती है.
क्या है डोमिसाइल नीति ?
आपको बता दें कि डोमिसाइल नीति से उस राज्य के निवासियों को सरकारी नौकरियों और योजनाओं में प्राथमिकता मिलेगी.आपको यह भी बता दें कि भारत के कई राज्यों में डोमिसाइल नीति पहले से लागू है. इस नीति के हक में बिहार में इसलिए बात की जा रही है कि बिहार में सरकार सरकारी नौकरियां लगातार निकाल रही है लेकिन इसका फायदा बिहार के युवाओं को ही सिर्फ नहीं मिल रहा है. डोमिसाइल नीति को भारत के संघीय ढांचे पर आघात करने वाला भी बताया जाता है और इससे जुड़े विवाद कई बार कोर्ट में भी पहुंच जाते हैं. ऐसे में चुनाव से पहले एक बार फिर डोमिसाइल पर चर्चा गर्मा सकता है और इसका असर विधानसभा चुनाव पर भी दिखेगा.
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