निवेश पर मैच्योरिट की Real रकम कोई नहीं बताता, जानिए 70 के फार्मूले से, सच्चाई उड़ा देगी होश

Investment Return vs Inflation Rule of 70 : निवेश करने वाले अक्सर मैच्योरिटी की रकम को आज के वक्त के हिसाब से देेखते हैं. यदि इसे महंगाई दर के चश्मे से देखेंगे तो Real रकम पता चलेगी.

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तस्वीर: न्यूज तक.

बृजेश उपाध्याय

12 May 2025 (अपडेटेड: 12 May 2025, 11:46 AM)

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न्यूज़ हाइलाइट्स

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महंगाई दर को करेंगे इग्नोर फायदे की जगह होगा नुकसान.

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मैच्योरिटी पर मिलने वाली REAL रकम जरूर जान लें.

लोग अपनी पूंजी अलग-अलग योजनाओं में लगाते हैं ताकि आने वाले वर्षों में इमर्जेंसी फंड, मकान, कार, बच्चों की पढ़ाई, उनकी शादी, बुढ़ापे के लिए एक बड़ी पूंजी जुटा सकें. हम पैसों का जुगाड़ तो आज से 35-40 साल बाद बुढ़ापे के लिए करते हैं कि कई बार हम रकम का आंकलन लगाते समय आज के समय के हिसाब से सोचते हैं. 

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कहते हैं न...इन पैसों का मोल क्या है? कभी 10 रुपए में झोले भरकर सब्जियां आती थीं. आज एक पाव सब्जी भी 10 रुपए में नहीं मिलती है. यानी महंगाई दर ने 10 रुपए की वैल्यू को कम कर दिया. आज के समय में 500 रुपए में झोले भरकर सब्जी आती है. जब हम आज से 35-40 साल बाद इसी 500 रुपए के नोट को लेकर बाजार जाएंगे तो शायद 1 किलो या पाव भी सब्जी ही खरीद पाएंगे. 

कुल मिलाकर आज के 500 रुपए के हिसाब से यदि आप अपना भविष्य सुरक्षित रखना चाहते हैं तो यकीन मानिए कि निवेश के इस कैलकुलेशन के साथ आप घाटे का सौदा कर रहे हैं. निवेश करते समय महंगाई दर का ध्यान जरूर रखें. महंगाई दर को बीट करने वाला रिटर्न ही आज से 35-40 साल बाद आपके काम आ सकता है. Personal Finance की इस सीरीज में हम आपको 70 का फार्मूला बता रहे हैं (Rule of 70 inflation). इस फॉर्मूले से आप जान सकते हैं कि मैच्योरिटी पर मिलने वाली निवेश की रकम कितने काम की होगी?

राजीव की कहानी से समझें इस फार्मूले को 

25 साल के राजीव ने जैसे ही अपने बैंक स्टेटमेंट की तरफ देखा, तो उन्हें लगा वे सही रास्ते पर हैं. हर महीने ₹5,000 बचाकर वे एक साल से 3% ब्याज वाले सेविंग अकाउंट में निवेश कर रहे थे. उन्हें लगता था कि ये पैसा धीरे-धीरे बढ़ेगा और भविष्य सुरक्षित हो जाएगा. 

क्या है 70 का नियम 

"70 का नियम" बताता है कि किसी चीज की वैल्यू कितने साल में आधी हो जाएगी. अगर वो एक निश्चित दर से घट रही हो, जैसे महंगाई (Investment return vs inflation). राजीव ने अपने निवेश को ऐसे कैलकुलेट किया:  

  • 70 ÷ महंगाई दर (%) = रकम आधा होने वाला साल
  • 70 ÷ 4= 17.5 साल

राजीव जो निवेश कर रहे हैं, उसपर 3 फीसदी रिटर्न मिल रहा है. वहीं महंगाई दर अभी के हिसाब से उससे ज्यादा है. आगे आने वाले वक्त में महंगाई दर अभी बढ़ेगी. यदि हम 6 फीसदी महंगाई दर के हिसाब से इसे कैलकुलेट करें तो...

  • 70 ÷ 6= 11.66 साल (लगभग 12 साल)

हर साल 3% घट रही राजीव की रकम 

यानी राजीव को यदि 12 साल बाद 10 लाख की रकम मिलती है तो तो उसकी वैल्यू आज के 5 लाख के बराबर होगी (Inflation impact on savings). यानी आज वो जिस सामान को 5 लाख में खरीद रहे हैं उसका मूल्य 12 साल बाद 10 लाख रुपए हो जाएगी. राजीव मान रहे हैं कि उन्हें उनकी रकम पर 3% ब्याज मिल रहा है. जबकि असल में हर साल उनका पैसा 3% घट रहा है. ऐसे में राजीव को ऐसे प्लान में पैसे लगाने चाहिए जहां उनको रिटर्न 6 फीसदी से ज्यादा यानी 8-10 फीसदी या इससे ऊपर मिले. 

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क्या होती है Real वैल्यू 

राजीव 1 लाख रुपए 20 साल के लिए 3 फीसदी चक्रवृद्धि ब्याज दर पर जमा करते हैं तो उन्हें 20 साल में करीब 1 लाख 80 हजार के आसपास रकम मिलेगी. यदि इसे महंगाई दर के चश्मे से देखेंगे तो REAL रकम दिखाई देगी. यानी 20 साल बाद ये असली रकम आज के ₹53,000 रुपए जितनी होगी. यानी राजीव ने इस निवेश में पैसे फंसाकर घाटे का सौदा किया है. 

राजीव को क्या करना चाहिए?  

अगर राजीव महंगाई दर को "बीट" (पछाड़ना) चाहते हैं, तो निवेश में महंगाई दर से ज्यादा ब्याज वाले प्लान में जाना चाहिए. माना कि महंगाई दर औसतन 6 फीसदी है तो निवेश पर कम से कम 7%-8% का रिटर्न होना चाहिए. राजीव की कहानी से पता चलता है कि कम ब्याज वाले प्लान में पैसा रखना असल में नुकसान है. महंगाई दर एक छुपा हुआ टैक्स है जो आपके पैसों की वैल्यू को हर साल चुपचाप कम करता रहता है. 

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