अप्रेजल लेटर आने के बाद दफ्तर में कहीं खुशी तो कहीं गम होता है. कोई खुश इस बात से होता है कि टीम में उसका इन्क्रीमेंट सबसे बेहतर है. कोई दुखी इस बात से होता है कि- 'मैंने ज्यादा मेहनत की पर मुझसे ज्यादा मेरे सहकर्मी को इन्क्रीमेंट मिला'. बहुत कम लोग होते हैं जो अपने इन्क्रीमेंट को महंगाई दर से मैच करके देखते हैं.
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आपकी सैलरी में साल-दर-साल बढ़ोत्तरी अगर महंगाई दर को बीट कर रही है तो आप सही जा रहे हैं. अब सवाल ये है कि क्या महंगाई दर के हिसाब से बढ़ने वाली सैलरी पर संतोष कर लेना चाहिए. जवाब है- नहीं. आप अपनी क्षमता को बढ़ाइए ताकि आपकी सैलरी में और इजाफा हो.
Personal Finance की इस सीरीज में हम आपको बता रहे हैं महंगाई दर को बीट करने वाले आपके इन्क्रीमेंट और बुढ़ापे की प्लानिंग के बारे में, यानी कम से कम आपकी सैलरी उस सीमा रेखा को साल दर साल क्रॉस करती रहे जो महंगाई की रेड लाइन है.
तेज भागती महंगाई को ध्यान में रखकर ही अपना बुढ़ापा भी प्लान करना चाहिए क्योंकि आज 1 लाख रुपए की वैल्यू 30 साल बाद काफी घट जाएगी. इसलिए भविष्य की प्लानिंग परिस्थितियों का आंकलन करते हुए ही करें. रौनक, अभिषेक और अनीता की कहानी से हम इस पूरी गणित को समझते हैं.
रौनक की सैलरी 50,000 रुपए महीने है. अनीता 1 लाख रुपए मंथली कमाती हैं. अभिषेक की सैलरी 1 लाख 50 हजार रुपए मंथली है. तीनों एक ही निजी कंपनी में काम करते हैं. तीनों का इन्क्रीमेंट होने वाला है. मन में उहापोह है कि कितना इन्क्रीमेंट होगा?
सैलरी में बढ़ोत्तरी महंगाई दर को बीट करने वाली हो
- महंगाई दर फिलहाल 4 फीसदी से नीचे है. हालांकि हम इसे औसतन 5 फीसदी मान लेते हैं.
- ऐसे में रौनक, अभिषेक और अनीता की सैलरी में कम से कम 5 फीसदी का इजाफा तो होना ही चाहिए.
30 साल बाद इनकी सैलरी कितनी होनी चाहिए?
- रौनक की सैलरी ₹2,16,097
- अनीता की सैलरी ₹4,32,194
- अभिषेक की सैलरी ₹6,48,291
कम से कम इतनी सैलरी होगी तो ये बढ़ती महंगाई दर से फाइट करती हुई आपके लाइफ स्टाइल और खर्चों पर फिट बैठ जाएगी. हालांकि रौनक, अनीता और अभिषेक को कोशिश करनी चाहिए कि सैलरी इससे भी ज्यादा हो ताकि वे और भी बेहतर लाइफ स्टाइल जीने के साथ बुढ़ापे के लिए बड़ा निवेश कर सकें.
माना कि रौनक, अनीता और अभिषेक की उम्र 28 साल है. यदि इस सैलरी पर इनका गुजारा हो रहा है तो रिटायरमेंट तक इन्हें कितना पैसा मंथली चाहिए जिससे इनका बुढ़ापे का खर्च संभल सके.
32 साल बाद, औसतन 5% महंगाई दर मानकर मंथली इनकम
- ₹50,000- ₹2,38,247
- ₹1,00,000- ₹4,76,494
- ₹1,50,000- ₹7,14,741
इस मंथली खर्च को टारगेट करते हुए रौनक, अभिषेक और अनीता को अपने बुढ़ाने के लिए प्लानिंग करनी चाहिए.
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