SWP का दम: 5000 रुपए निवेश से 1 लाख की मंथली इनकम और करोड़ों का फंड, 50 की उम्र से हो जाएगी मौज

फाइनेंशियल फ्रीडम चाहने वाले युवाओं के लिए Systematic Withdrawal Plan (SWP) बड़े काम का है. यह निवेश न केवल लंबे समय में बड़ा फंड तैयार करता है बल्कि हर महीने नियमित इनकम भी सुनिश्चित करता है.

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तस्वीर: SWP क्या है और कैसे होता है इसमें मंथली इनकम? जानें

बृजेश उपाध्याय

01 Oct 2025 (अपडेटेड: 01 Oct 2025, 02:27 PM)

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हर युवा या तो अपना खुद को बिजनेस करना चाहता है या फाइनेंशियल फ्रीडम के साथ कुछ करना चाहता है. निजी क्षेत्र की नौकरियों में उम्र बढ़ने के साथ जॉब लॉस के जोखिम के साथ कोई परिवार और उसके खर्चों को लेकर आगे नहीं बढ़ना चाहता है. कोई करोड़ों रुपए का बड़ा फंड बनाकर उसे FD में डालकर घर बैठे मंथली खर्च का पुख्ता इंतजाम करना चाहता है तो कोई कम वक्त में बड़ा फंड बनाकर उससे मंथली ज्यादा रिटर्न पाना चाहता है. 

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Personal Finance की इस सीरीज में हम आपको कम वक्त में बड़ा फंड बनाकर उसके एकमुश्त निवेश से ज्यादा रिटर्न वाली स्कीम की पूरी  डिटेल फुल कैलकुलेशन के साथ बता रहे हैं. 

पहले जान लीजिए...SWP है क्या? 

SWP यानी सिस्टमैटिक विड्रॉल प्लान (Systematic Withdrawal Plan). ये म्युचुअल फंड की ऐसी स्कीम है जिसमें एकमुश्त राशि लगाकर हर महीने रिटर्न लिया जा सकता है. SWP म्यूचुअल फंड में एक सुविधा है. इसमें आप पहले एकमुश्त रकम (लंपसम) इन्वेस्ट करते हैं और फिर हर महीने/तिमाही/सालाना के आधार पर एक तय रकम निकालते हैं. बाकी बचा पैसा बाजार में रहता है और उसपर रिटर्न मिलता रहता है. यानी महीने की इनकम के साथ आपकी पूंजी भी ग्रो करती रहती है. 

SWP से ऐसे होती है मंथली इनकम 

SWP में मंथली इनकम लेने के लिए सबसे पहले आपको बड़ा फंड बनाना पड़ेगा. मान लेते हैं रीना की उम्र 25 साल है. वो आईटी प्रोफेशनल हैं. उन्हें एक  निजी कंपनी में नौकरी मिल गई है. रीना नहीं चाहती कि 50 साल की उम्र तक जाते-जाते वे फाइनेंशियल प्रेशर के साथ नौकरी करें और घरेलू खर्चों के तले दबकर नौकरी बचाने के डर के साथ आगे बढ़ें. 

पहले रीना ने SIP करना शुरू किया. 25 की उम्र में हर महीने उन्होंने 10,000 रुपए की SIP शुरू की. नौकरी की शुरूआत में यदि रीना 10,000 रुपए मंथली SIP में नहीं डाल सकती तो वे स्टेप-अप एसआईपी कर सकती हैं. माना कि उन्होंने स्टेपअप एसआईपी में 5000 रुपए मंथली से शुरूआत की. हर साल रीना ने इसमें 10 फीसदी का एनुअल स्टेप-अप किया तो औसतन 12 फीसदी का रिटर्न लगा लें और कैलकुलेट करें तो 50 की उम्र में करीब 1 करोड़ 90 लाख का फंड इकट्‌ठा हो जाएगा. यहां समझें स्टेप-अप SIP की पूरी गणित

ऐसे सममझें SWP की पूरी गणित

  •  निवेश की राशि 1 करोड़ 90 लाख रुपए जो कि एकमुश्त SWP में जमा करना है. इससे 1 लाख रुपए मासिक यानी 12 लाख रुपए सालाना पैसे निकालने हैं. ये पैसे फिलहाल 20 साल के लिए निवेश करने हैं. निवेश की समय सीमा और बढ़ाई जा सकती है. ऐसे में 20 साल में रीना ₹2.40 करोड़ निकाल लेंगी. इस निवेश के लिए 3 सिनारियो है. तीनों को समझिए...

पहला सिनारियो: 8% एनुअल रिटर्न (मॉडरेट इक्विटी + डेब्ट बैलेंस्ड फंड)

  • शुरुआती 1.90 करोड़ पर 8% रिटर्न- यानी ₹15.2 लाख सालाना. 
  • इसमें से ₹12 लाख रीना निकाल रही हैं, यानी हर साल ₹3.2 लाख बच रहे. 
  • कंपाउंडिंग से 20 साल बाद फंड वैल्यू ₹3.5 करोड़ के करीब होगी. 
  • यानी हर महीने 1 लाख निकालने के बाद भी रीना ने 3.5 करोड़ रुपए की पूंजी SWP अकाउंट में बचा ली. 

दूसरा सिनारियो: 10% वार्षिक रिटर्न (एग्रेसिव हाइब्रिड / इक्विटी फंड)

  • 1.90 करोड़ पर 10% रिटर्न  यानी ₹19 लाख सालाना पैसे बन रहे. 
  • ₹12 लाख निकालने के बावजूद 7 लाख बच रहे. 
  • कंपाउंडिंग से 20 साल बाद फंड वैल्यू होगी ₹6.5 करोड़ होगी.  
  • यानी रीना हर महीने 1 लाख निकलेंगी, बावजूद इसके इनके पास 6.5 करोड़ का फंड होगा. 

तीसरा सिनारियो: 12% वार्षिक रिटर्न (गुड इक्विटी फंड, लॉन्ग टर्म)

  • 1.90 करोड़ निवेश पर 12% रिटर्न पर ₹22.8 लाख सालाना पैसे बनेंगे.
  • ₹12 लाख निकालने के बाद भी ₹10.8 लाख बचेगा. 
  • 20 साल बाद फंड वैल्यू ₹11 करोड़ के करीब हो सकती है. 
  • यानी 20 साल तक मंथली 1 लाख रुपए निकालने के बाद भी ₹11 करोड़ का फंड बचा. 

SWP को ऐसे कैलकुलेट करें

इन बातों का जरूर ध्यान दें 

चूंकि ये निवेश म्युचुअल फंड आधारित है. ऐसे में इसमें रिस्क तो है. फिर भी यदि Hybrid और Debt फंड को प्राथमिकता देंगे तो रिस्क कम होगा. SIP जितनी जल्दी शुरू करेंगे  उतनी जल्दी बड़ा फंड इकट्‌ठा कर  सकते हैं. फिर टारगेट तय करें (रिटायरमेंट, एक्स्ट्रा इनकम, बच्चों की पढ़ाई आदि) के हिसाब से पैसे निकालें और अपने निवेश का रिव्यू जरूर करते रहें. 

डिस्क्लेमर: ये जानकारीआपको निवेश के प्रति जागरूक करने के लिए दी गई है. निवेश से पहले फाइेंशियल एक्सपर्ट की सलाह जरुर लें.

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