Pakistani hiding in Chhattisgarh: पहलगाम के बैसरन घाटी में हुए हमले के बाद भारत सरकार(Indian Government) ने पाकिस्तान के ऊपर कड़ी कार्रवाई की. भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ पांच फैसले लिए थे जिसमें एक था भारत में रह रहे पाकिस्तानी नागरिकों की वतन वापसी. सभी शॉर्ट टर्म वीजा वाले पाकिस्तान नागरिकों को 27 अप्रैल तक भारत छोड़ना था. अगर कोई मेडिकल वीजा पर आया हो तो उसके लिए ये तारीख 29 अप्रैल तक की थी. अब तक अटारी-बाघा बॉर्डर से कुल 272 पाकिस्तानी नागरिक अपने मुल्क जा चुके है.
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इसी बीच छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले में पुलिस ने दो पाकिस्तानी नागरिकों को गिरफ्तार किया है, जिन पर फर्जी वोटर आईडी और अन्य भारतीय दस्तावेज हासिल करने का आरोप है. यह कार्रवाई उस समय हुई, जब अवैध विदेशियों की पहचान के लिए जिला पुलिस ने एक विशेष अभियान चलाया.
बनाया था फर्जी वोटर आईडी कार्ड
पुलिस के अनुसार, गिरफ्तार किए गए दोनों व्यक्ति, इफ्तिखार शेख (29) और अर्निश शेख (25), मूल रूप से पाकिस्तान के कराची के रहने वाले हैं. ये दोनों वैध पाकिस्तानी पासपोर्ट और लॉन्ग टर्म वीजा (LTV) के साथ भारत में रह रहे थे. जांच में पता चला कि इन्होंने गलत जानकारी देकर भारतीय मतदाता पहचान पत्र और अन्य दस्तावेज हासिल किए थे.
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पुलिस ने किया गिरफ्तार
रायगढ़ पुलिस को सूचना मिली थी कि दोनों पाकिस्तानी नागरिक जूटमिल थाना क्षेत्र के कोड़ातराई गांव में याकूब शेख के घर पर रह रहे हैं. इसके बाद पुलिस ने छापेमारी कर इन्हें हिरासत में लिया. दोनों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 199, 200, 419, 467, 468 और 34 के तहत मामला दर्ज किया गया है, जिसमें धोखाधड़ी, जालसाजी और गलत बयान देने जैसे अपराध शामिल हैं.
आतंकी हमले के बाद सख्ती
यह कार्रवाई उस समय हुई, जब भारत सरकार ने 12 श्रेणियों के अल्पकालिक वीजा धारक पाकिस्तानी नागरिकों के लिए देश छोड़ने की समय सीमा समाप्त की थी. यह कदम कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद उठाया गया, जिसमें 26 पर्यटक मारे गए थे. पुलिस मामले की गहन जांच कर रही है.
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