स्वतंत्रता दिवस के मौके पर दुर्ग जिले के भिलाई में रहने वाली प्रतिभाशाली छात्रा अस्मी खरे को उनके एतिहासिक उपलब्धि के लिए, राष्ट्रपति भवन में आयोजित 'एट होम' स्वागत समारोह में भाग लेने के लिए विशेष निमंत्रण भेजा है.
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खास बात ये है इस राज्य से अस्मी खरे एकलौती युवती है जिसे ये विशेष आमंत्रण मिला है. दरअसल 79वें स्वतंत्रता दिवस पर यह निमंत्रण उन चुनिंदा युवाओं को दिया जाता है, जिन्होंने देश के तकनीकी या सामाजिक विकास में योगदान दिया हो.
कौन है अस्मी खरे
अस्मी खरे को ये सम्मान स्मार्ट इंडिया हैकाथॉन 2024 में उनकी टीम 'कोडिंग विजार्ड' के शानदार प्रदर्शन के लिए मिला है. वह भिलाई में स्थित इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (BIT) की कंप्यूटर साइंस की छात्रा हैं.
अस्मी खरे की टीम ने सार्वजनिक उपक्रम गेल इंडिया के लिए जियो-लोकेशन आधारित अटेंडेंस सिस्टम बनाया था. यह सिस्टम खास तौर पर उन क्षेत्रों के लिए बनाया गया है, जहां इंटरनेट नहीं है या इसकी उपलब्धता काफी सीमित होती है.
यह सिस्टम ऐसे बनाया गया है कि जिसकी मदद से कर्मचारी अपनी हाजिरी ऑफलाइन (बिना इंटरनेट) तरीके से दर्ज कर सकते हैं और किसी भी इमरजेंसी जैसी स्थिति में जल्दी से रिपोर्ट भेजी जा सके.
इस प्रोजेक्ट को "कोडिंग विजार्ड" नाम की टीम ने बनाया है, जिसमें अस्मी के साथ यशवर्धन सिंह, विपिन कुमार गौतम, प्रथम साहू, मयंक देशलहरा और जतिन कुंजाम जैसे होशियार छात्र शामिल थे. इन छात्रों की नई सोच और तकनीकी समझ ने उन्हें पूरे देश में पहचान दिलाई है.
अस्मी खरे ने इस निमंत्रण पर क्या कहा
''मैं BIT दुर्ग में पढ़ती हूं. मुझे 15 अगस्ते के दिन राष्ट्रपति महोदया से 'एट होम' कार्यक्रम का निमंत्रण मिला है." अस्मी ने बताया कि साल 2024 के दिसंबर महीने में उसकी कॉलेज की टीम स्मार्ट इंडिया हैकाथॉन में शामिल हुई थी, जहां गेल इंडिया ने उसे एक समस्या दी थी. जिसका उन्हें समाधान निकालना था. अस्मी ने बताया कि इस टास्क में हमारी टीम विजेता बनी. हम NIT श्रीनगर गए थे. मैं टीम लीडर थी और यही कारण है कि मुझे निमंत्रित किया गया है.
अस्मी ने बताया कि वह इस निमंत्रण से काफी खुश है और राष्ट्रपति भवन में अन्य लोगों से मिलने के लिए उत्साहित है. उसने कहा कि वह छत्तीसगढ़ से एकमात्र चुनी गई है.
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