CJI बीआर गवई पर जूता फेंकने वाली घटना पर मां कमलताई गवई और बहन कीर्ति अर्जुन ने क्या कहा? देखें वीडियो

सुप्रीम कोर्ट में CJI BR गवई पर हुए जूता फेंकने की घटना ने देशभर में सनसनी फैला दी है. अब चीफ जस्टिस की मां और बहन दोनों सामने आई हैं.उन्होंने इस घटना की निंदा करते हुए इसे संविधान पर हमला बताया है.

CJI BR Gavai news
CJI BR Gavai news

संदीप कुमार

• 06:30 PM • 07 Oct 2025

follow google news

सोमवार को सुप्रीम कोर्ट में चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया (CJI) बीआर गवई पर जूता फेंकने वाली घटना पर अब CJI के परिवार ने के सदस्यों का रिएक्शन आया है. उनकी  बहन कीर्ति अर्जुन गवई ने इसे संविधान पर हमला बताया है. वहीं उनकी मां डॉ कमलताई गवई ने इस हमले की निंदा करते हुए शांति और संवैधानिक मार्ग अपनाने की अपील की है. गौरतलब है कि इस मामले में बार काउंसिल ऑफ इंडिया (BCI) ने अब आरोपी वकील के खिलाफ सख्त कार्रवाई शुरू कर दी है.

Read more!

बहन कीर्ति गवई ने बताया 'संविधान पर हमला'

CJI बीआर गवई की बहन कीर्ति अर्जुन गवई ने इस घटना को व्यक्तिगत हमला मानने के बजाय देश के संविधान पर हमला बताया है. उन्होंने कहा कि हमारा संविधान सबसे श्रेष्ठ है और ये हमारा कर्तव्य है कि हम अपने संविधान को सुरक्षित रखें और अपने देश के संवैधानिक अधिकारों की रक्षा करें. उन्होंने देश की आने वाली पीढ़ियों के लिए एक सुरक्षित भारत देने की बात कही. कीर्ति ने लोगों से विनती की कि वे जो भी आवाज उठाएं या काम करें. वो बाबा साहेब आंबेडकर द्वारा दी गई संवैधानिक रूपरेखा के भीतर ही हो. 

यहां देखों कीर्ति गवई का वीडियो

मां डॉ. कमलताई गवई क्या कहा

CJI की मां डॉ. कमलताई गवई ने इस घटना की निंदा की. उन्होंने कहा कि डॉ. बाबा साहेब आंबेडकर ने भारतीय संविधान सभी को समान अवसर देने के लिए देश की जनता को सौंपा है. उन्होंने दुख व्यक्त किया कि कुछ लोग कानून को अपने हाथ में ले रहे हैं. ये देश के लिए शर्मिंदगी की बात है. इससे देश में अराजकता फैल सकती है. उन्होंने सभी से निवेदन किया कि अपने प्रश्नों और बातों को संवैधानिक और शांतिपूर्ण तरीके से रखें.

यहां देखों CJI की मां का वीडियो

खंडित मूर्ति विवाद था घटना की जड़

गौरतलब है कि ये पूरा विवाद मध्य प्रदेश के जावरी मंदिर में 7 फुट की खंडित विष्णु प्रतिमा के पुनर्स्थापन से जुड़ी एक याचिका से शुरू हुआ था, इस याचिका को  CJI गवई ने खारिज कर दिया था. आरोप है कि याचिका खारिज करते समय CJI ने कहा था कि "यह केवल प्रचार संबंधित मामला है. अब खुद देवता से पूछो. आप भगवान विष्णु के सच्चे भक्त हैं, तो अब जाकर प्रार्थना करो." दावा किया गया कि वकील राकेश इसी टिप्पणी से आहत थे. हालांकि, CJI बीआर गवई ने बाद में सफाई देते हुए कहा था कि उनकी टिप्पणी को सोशल मीडिया पर गलत तरीके से दिखाया गया है और वह सभी धर्मों का सम्मान करते हैं.

ये भी पढ़ें: CJI पर जूता फेंकने वाले वकील राकेश किशोर का आया पहला बयान, कहा-'एक्शन पर ये मेरा रिएक्शन', देखें वीडियो

    follow google news