दिल्ली के लाल किले धमाके में इस्तेमाल हुई i20 कार (HR 26 CE 7674) को लेकर अब एक के बाद एक चौंकाने वाले खुलासे हो रहे हैं. पुलिस की जांच में सामने आया है कि यह कार नियमों को ताक पर रखकर एक साल के अंदर सात बार बेची गई थी.
ADVERTISEMENT
ब्लास्ट से 11 दिन पहले का वीडियो
सुरक्षा एजेंसियों के हाथ अब एक बेहद अहम वीडियो लगा है. यह वीडियो ब्लास्ट से ठीक 11 दिन पहले यानी 29 अक्टूबर की शाम 4 बजकर 20 मिनट की है और इसे एक प्रदूषण नियंत्रण केंद्र पर रिकॉर्ड किया गया था.
गाड़ी में तीन लोग
वीडियो में साफ दिख रहा है कि कार का प्रदूषण चेकअप हो रहा है और उस वक्त कार में तीन लोग मौजूद थे. माना जा रहा है कि इन तीनों में से एक शख्स वह लंबी दाढ़ी वाला तारिक हो सकता है, जिसके नाम पर कथित तौर पर डॉक्टर उमर ने यह कार खरीदी थी.
सुरक्षा एजेंसियां अब इस वीडियो में दिख रहे तीनों संदिग्धों की पहचान करने में जुट गई हैं, ताकि ब्लास्ट के पीछे की पूरी साजिश का पता लगाया जा सके.
गाड़ी बेचने वाले डीलर पर शिकंजा
इस मामले में नियमों के घोर उल्लंघन की बात सामने आने के बाद, पुलिस ने रॉयल कार जोन नामक कार डीलरशिप के मालिक सोनू को हिरासत में ले लिया है.
पता चला है कि सोनू ने ब्लास्ट के मुख्य आरोपी उमर को यह i20 कार महज चार दिन पहले OLX पर बेची थी.
सोनू को हिरासत में लिया गया
हरियाणा पुलिस ने सोनू को हिरासत में लेने के बाद दिल्ली पुलिस को सौंप दिया है, जिससे इस अवैध खरीद-फरोख्त की चेन को तोड़ा जा सके.
यह खुलासा इस बात की ओर इशारा करता है कि ब्लास्ट के लिए इस्तेमाल की गई गाड़ी की खरीद-फरोख्त में बड़े पैमाने पर धांधली हुई थी. पुलिस अब इस बात की तह तक जा रही है कि कार को इतनी बार क्यों और किन-किन लोगों को बेचा गया और क्या यह सब किसी बड़ी साजिश का हिस्सा था.
ये भी पढ़ें: Delhi car Blast: PM मोदी ने भूटान में धमाके का जिक्र करते हुए कहा- षड्यंत्रकारियों को बख्शा नहीं जाएगा
ADVERTISEMENT

