नए साल से पहले राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली को एक बड़ी सौगात मिली है. केंद्र सरकार ने दिल्ली-NCR के लोगों, खासकर सरकारी कर्मचारियों और रोजाना ट्रैवल करने वाले यात्रियों की सुविधा को देखते हुए 16 KM नए मेट्रो लाइन को मंजूरी दे दी है. आज यानी बुधवार को पीएम मोदी की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट की बैठक में दिल्ली मेट्रो के Phase- VA को मंजूरी मिल गई है. इस फैसले की जानकारी देते हुए हुआ केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि इस योजना के लिए करीब 12,015 करोड़ रुपए खर्च होंगे. आइए विस्तार से जानते हैं कैबिनेट के फैसले की पूरी बात.
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400 किमी के पार होगा दिल्ली मेट्रो का जाल
इस योजना के साथ ही अब दिल्ली मेट्रो का जाल 400 किलोमीटर के आंकड़े को पार कर जाएगा. कैबिनेट ब्रीफिंग के दौरान अश्विनी वैष्णव ने कहा कि, चीन और अमेरिका के बाद अब भारत के पास दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा मेट्रो नेटवर्क है. इस योजना के विस्तार से दिल्ली की लाइफलाइन और भी आसान और सशक्त होगा.
बनाए जाएंगे 13 नए मेट्रो स्टेशन
दिल्ली मेट्रो के इस परियोजना के लिए कुल 12,015 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे. इसके तहत 16 किलोमीटर का नया कॉरिडोर बनाया जाएगा, जिसमें यात्रियों की सुविधा के लिए 13 नए स्टेशन भी बनाएं जाएंगे. इन 13 स्टेशनों में 10 स्टेशन अंडरग्राउंड और 3 एलिवेटेड होगा. वहीं इस पूरे परियोजना को पूरा करने के लिए 3 साल का लक्ष्य रखा गया है.
इस योजना से क्या होगा लाभ?
सरकार के मुताबिक इस परियोजना की वजह से पर्यावरण और जनता दोनों को ही फायदा होगा. सरकार के हिसाब से इससे सालाना 33000 टन कार्बन डाइऑक्साइड उत्सर्जन में कमी आएगी. वहीं इससे कर्तव्य भवन और केंद सरकार के कर्मचारियों को भी सीधा फायदा पहुंचेगा. दरअसल, इस फेज की खास बात यह है कि यह कॉरिडोर कर्तव्य भवन(सेंट्रल विस्टा क्षेत्र) को मेट्रो नेटवर्क से जोड़ने का काम करेगा, जिससे की केंद्र सरकार के 60,000 कर्मचारी और रोजाना आने वाले लगभग 2 लाख विजिटर्स को सीधा फायदा होगा. इस वजह से समय के साथ-साथ प्रदूषण में भी कमी आएगी.
मैजेंटा लाइन ने जुड़ेगा नया कॉरिडोर
इस नए परियोजना के तहत मैजेंटा लाइन का और विस्तार किया जाएगा, जो कि आरके आश्रम से इंद्रप्रस्थ तक जाएगा. इस परियोजना में जिन स्टेशनों का विस्तार किया जाएगा, उनमें आरके आश्रम, शिवाजी स्टेडियम, सेंट्रल सेक्रेटेरियट, कर्तव्य भवन, इंडिया गेट, वॉर मेमोरियल/हाई कोर्ट-बरौदा हाउस, भारत मंडपम और इंद्रप्रस्थ शामिल हैं. इस कॉरिडोर को सीधे तौर पर कर्तव्य भवन से जोड़ा जाएगा, जिसमें मुख्य रूप से केंद्रीय कर्मचारियों को ज्यादा लाभ मिलेगा.
रोजाना 65 लाख यात्री करते हैं सफर
मौजूदा समय की बात करें तो फिलहाल दिल्ली मेट्रो में रोजना 65 लाख यात्री सफर कर अपने गंतव्य तर पहुंचते है. अभी दिल्ली मेट्रो का जाल 395 किलोमीटर में फैला हुआ है और 16 किमी. विस्तार के इस नई परियोजना के बाद दिल्ली के साथ-साथ NCR के संपर्क को भी मजबूती पहुंचाएगी.
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