MP News: दिल्ली के ओल्ड राजेंद्र नगर में बीते दिनों हुए हादसे के बाद मध्य प्रदेश में प्रशासन एक्टिव मूड में नजर आ रहा है. प्रशासन किसी भी कीमत पर कोई लापरवाही बरदास्त नहीं कर रहा है. यही कारण है कि बीते दिन सीएम मोहन यादव ने इसको लेकर निर्देश भी जारी किए थे. इसी को देखते हुए आज यानि कि मंगलवार को राजधानी भोपाल के एमपी नगर इलाके में दो कोचिंगों को सील किया गया है.
ADVERTISEMENT
एसडीएम ने कोचिंग को किया सील
जानकारी के मुताबिक राजधानी भोपाल में भी दिल्ली जैसा हादसा हो सकता था. एमपी नगर की कोचिंग में एसडीएम को निरीक्षण के दौरान पानी भरा हुआ मिला है. जहां पर कोचिंग संचालित की जाती हैं. दिल्ली हादसे के बाद आनन-फानन में में बेसमेंट से संचालन कुछ ही घंटों पहले बंद किया गया था. निरीक्षण के दौरान बेसमेंट में बेंचेस लगी हुई थी. एसडीएम हुजूर आशुतोष शर्मा ने बोर्ड हटाकर बेसमेंट कोचिंग सील कर दिया है. पुलिस की मौजूदगी में जिला प्रशासन की टीम एमपी नगर की अन्य कोचिंग क्लॉसेस की जांच भी कर रही हैं. जिसमें टीम ने कोटिल्य एकेडमी और औरस एकेडमी को सील किया है. टीम ने कहा कि जांच में यदि बेसमेंट में पढ़ाई होते पाया जाता है तो सील करने की कार्रवाई की जाएगी.
ये भी पढ़ें: MP News: दिल्ली हादसे के बाद सतर्क हुई मोहन सरकार, MP में सभी बेसमेंट के सर्वे का दिया आदेश
सीएम मोहन ने कल दिए थे आदेश?
सीएम मोहन यादव ने दिल्ली में हुई घटना के बाद मध्यप्रदेश के बेसमेंट में संचालित कोचिंग केंद्रों के सर्वे के निर्देश दिए गए हैं. कल मंत्रालय में एक समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने ये निर्देश दिए थे. सीएम ने प्रदेश में बेसमेंट में चल रहे कोचिंग के स्थानों में जल भराव होने पर जल निकासी की व्यवस्था देखने और सुरक्षित विद्युत व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए थे. अपर मुख्य सचिव डॉ राजेश राजौरा ने बताया था कि 16 नगर निगम कमिश्नर्स को निर्देश जारी कर कहा गया है कि वे अपने कार्यक्षेत्र में बेसमेंट में चल रहे कोचिंग संस्थानों और अन्य धर्मशालाओं और संस्थाओं का निरीक्षण कर रिपोर्ट राज्य सरकार को सौंपें.
क्या है दिल्ली हादसा?
दिल्ली में ओल्ड राजेंद्र नगर में हुए एक हादसे में बेसमेंट क्षेत्र में पानी भरने से प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे तीन युवाओं की असामयिक मृत्यु हो गई थी. पानी का बहाव इतना तेज था कि चंद मिनट में बेसमेंट में काफी पानी जमा हो गया. आनन-फानन छात्र बेसमेंट से बाहर निकलने लगे. उसी दौरान शॉर्ट सर्किट हो जाने से बिजली भी चली गई. हादसे में दो छात्रा व एक छात्र अंदर फंसे रह गए, जिससे उनकी मौत हो गई. पुलिस ने बताया कि बेसमेंट में पानी घुसने के सही कारण का अभी पता नहीं लग पाया है. पोस्टमॉर्टम की प्रारंभिक रिपोर्ट में छात्रों की डूबने से मौत की पुष्टि हुई है.
ये भी पढ़ें: MP सरकार की 125 योजनाओं के बंद होने का खतरा! वित्त विभाग के इस आदेश से मचा हड़कंप, लाड़ली बहना योजना का क्या होगा?
ADVERTISEMENT