मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा जिले के परासिया इलाके में कोल्ड्रिफ कफ सिरप के सेवन से 26 बच्चों की दर्दनाक मौत के बाद सियासत गरमा गई है. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने राज्य की BJP सरकार पर जोरदार हमला बोला है. उन्होंने दावा किया कि ऐसी मिलावटी दवाएं बनाने वाली कंपनियों पर सख्ती न करने की वजह साफ है - ये फर्में BJP को भारी चंदा देती हैं.
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दिग्विजय सिंह ने शुक्रवार को भोपाल में आयोजित प्रेस वार्ता में कहा कि 2 सितंबर से अब तक ये हादसे हो चुके हैं. जांच में सिरप में डायएथलीन ग्लाइकॉल (DEG) नामक जहरीले तत्व की मात्रा 48.6 प्रतिशत मिली. यह स्तर खतरनाक है. सुरक्षित सीमा सिर्फ 0.01 प्रतिशत होनी चाहिए. दिग्विजय ने स्वास्थ्य मंत्री राजेंद्र शुक्ला से सीधा सवाल किया. अगर रिपोर्ट साबित हो गई तो क्या मंत्री को कुर्सी पर बने रहना चाहिए? उन्होंने इस्तीफे की मांग उठाई.
दिग्विजय सिंह ने किया बड़ा दावा
पूर्व सीएम दिग्विजय ने खुलासा किया कि केंद्र की BJP सरकार को इलेक्टोरल बॉन्ड के जरिए दवा कंपनियों से कुल 945 करोड़ रुपये का चंदा मिला. इनमें से 35 कंपनियों की दवाओं की क्वालिटी हमेशा सवालों के घेरे में रही है.
दिग्विजय सिंह ने राज्य और केंद्र सरकार से फौरी एक्शन की अपील की है. उनकी मांग है कि दोषी कंपनियों पर FIR हो. अधिकारियों को सजा मिले जो लापरवाही बरत रहे हैं. उन्होंने कहा कि तमिलनाडु की स्रेसन फार्मास्यूटिकल्स जैसी फर्मों पर बैन लगे. साथ ही, प्राइवेट डॉक्टरों की लापरवाही भी जांची जाए.
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