Madhya Pradesh Politics: मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में आज सबसे लंबे फ्लाईओवर का उद्घाटन आज सीएम मोहन यादव ने किया लेकिन बड़ी बात यह कि अब तक सरकारी होर्डिंग्स से लेकर पत्रों मे यहां तक की कार्यक्रम के मंच पर इस फ्लाईओवर का नाम जीजी एलिवेटेड कारिडोर रखा था, लेकिन आज अचानक मंच से डॉक्टर मोहन यादव ने इसका नाम जीजी से बदलकर बाबा अंबेडकर के नाम का एलान कर दिया.
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महू में 4 दिन बाद 27 जनवरी को कांग्रेस की महारैली है. जिसमें राहुल गांधी, मल्लिकार्जुन खड़गे समेत कांग्रेस शासित राज्यों के सीएम होंगे शामिल. दरअसल, कांग्रेस जय बापू, जय भीम, जय संविधान यात्रा निकाल रही है. कुछ दिन पहले ही कांग्रेस ने इस यात्रा के तहत बेलगावी में महात्मा गांधी की प्रतिमा का अनावरण किया था.
सीएम मोहन ने क्या कहा?
सीएम मोहन यादव ने कहा कि 'हमने अंबेडकर जी के पंच तीर्थ की स्थापना की अंबेडकर जी के जन्म स्थान मऊ में भी हमने पवित्र धाम बनाने का काम किया अंबेडकर जी ने जहां दीक्षा ली उसका अभी स्मारक बनाने का काम किया अंबेडकर जी ने जहां कार्य किया अंबेडकर जी ने जहां शरीर त्याग अंबेडकर जी ने जहां इंग्लैंड में पढ़ाई की.
उन सभी पांच जगह तीर्थ बनाने का काम प्रधानमंत्री नरेद्र मोदी जी ने किया है. ऐसे में हम जब ब्रिज बना रहे हैं. इसलिए इस ब्रिज का नाम डॉक्टर भीमराव अंबेडकर करने की घोषणा करते हैं.'
क्यों खास है ये फ्लाईओवर
यह 154 करोड़ रुपये की लागत से बना भोपाल के सबसे लंबा फ्लाई-ओवर है जिसे 'अंबेडकर ब्रिज' नाम दिया गया है. करीब पौने तीन किलोमीटर लंबा यह फ्लाई-ओवर शहर के ट्रैफिक मैनेजमेंट में सुधार लाने में मददगार होगा. साथ ही पीक आवर्स में यात्रियों को राहत प्रदान करेगा. भोपाल शहर में मैदा मिल मार्ग पर गायत्री मंदिर से डीबी मॉल चौराहा, बोर्ड ऑफिस चौराहा, प्रगति चौराहा से मानसरोवर कॉम्प्लेक्स होते हुए गणेश मंदिर तक निर्मित फ्लाई-ओवर 2900 मीटर लंबा और 15 मीटर चौड़ा है.
इससे करीब 60 फीसदी ट्रैफिक का लोड कम हो जाएगा, फ्लाई-ओवर से एक रास्ता डीबी. मॉल चौराहे से भोपाल हाट (मंत्रालय मार्ग) की ओर जाती है, जिससे वल्लभ भवन और अरेरा हिल्स पर स्थित सभी राज्य स्तरीय कार्यालयों में कार्य करने वाले कर्मचारियों को पीक आर्वस में लगने वाले जाम से राहत मिलेगी.
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