पढ़ रही थीं बच्चियां, सिर पर आ गिरा छत का प्लास्टर! MP के सरकारी स्कूल का वीडियो देख दहल जाएगा दिल

भोपाल के एक सरकारी स्कूल में पढ़ाई के दौरान अचानक छत का प्लास्टर गिरने से छात्रा घायल हो गई, जिससे स्कूल की खस्ताहाल व्यवस्था उजागर हो गई. सरकारी दावों के बावजूद बच्चे जान जोखिम में डालकर जर्जर स्कूलों में पढ़ने को मजबूर हैं.

Bhopal Government School
Bhopal Government School

न्यूज तक

21 Jul 2025 (अपडेटेड: 21 Jul 2025, 01:30 PM)

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Bhopal Government School: मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से दिल दहला देने वाला वीडियो सामने आया है. जिसमें एक क्लासरूम में कुछ बच्चियां पढ़ाई करती नजर आ रही हैं. उसी वीडियों के कुछ सेकेंड बाद उन बच्चियों पर अचानक छत का प्लास्टर गिर जाता है.  

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यह घटना भोपाल के पीएम श्री महारानी लक्ष्मीबाई कन्या स्कूल की है. हैरान करने वाली बात तो ये है कि ये स्कूल कोई छोटा-मोटा गांव का स्कूल नहीं, बल्कि राजधानी के बीचों-बीच मौजूद एक बड़ा सरकारी स्कूल है, जहां लगभग 1000 से ज्यादा छात्राएं पढ़ती हैं.

क्लास में पढ़ाई चल रही थी और अचानक गिरा प्लास्टर

बताया जा रहा है कि यह घटना शुक्रवार यानी 18 जुलाई की है. इस दिन भी रोज की तरह बच्चे अपनी कक्षा में पढ़ाई कर रहे थे और शिक्षिका पढ़ा रही थीं, उसी वक्त अचानक से छत का प्लास्टर टूटकर बच्चियों के सिर पर गिर पड़ा. इस हादसे के बाद क्लास में अफरातफरी मच गई. छत गिरने के बाद क्लास में मौजूद क्षात्राएं डर के मारे रोने लगीं और बाकी सब दौड़कर बाहर निकल गईं. शिक्षिका भी इस घटना से काफी घबरा गईं.

एक छात्रा को लगी गंभीर चोट आए टांके

इस दुर्घटना में एक बच्ची के सिर में चोट आई है, जिसे चार टांके लगे हैं. स्कूल की प्रिंसिपल ने इस पूरी घटना की जानकारी जिला शिक्षा अधिकारी को दी है और एक लेटर भी सौंपा है, जिसमें स्कूल की खराब हालत का जिक्र किया गया हैय

छतें टपक रही हैं, प्लास्टर उखड़ रहा है

प्रिंसिपल के मुताबिक, कई कक्षाओं में मरम्मत का काम अधूरा है, कई कमरों की छतें गीली हो चुकी हैं और प्लास्टर किसी भी वक्त गिर सकता है. बच्चों की संख्या लगातार बढ़ रही है लेकिन स्कूल की इमारत और कक्षाओं की हालत जस की तस बनी हुई है. 

अधिकारियों ने साधी चुप्पी

इस मामले में जब मीडिया ने प्रिंसिपल और जिला शिक्षा अधिकारी से बात करने की कोशिश की, तो कोई ठोस जवाब नहीं मिला. जिला शिक्षा अधिकारी ने तो फोन तक रिसीव नहीं किया.

क्या ऐसे हालात में तैयार होगा देश का भविष्य?

सबसे बड़ा सवाल यही है कि क्या सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चे इसी तरह डर और खतरे के माहौल में पढ़ाई करते रहेंगे? सरकार दावा करती है कि वह सरकारी स्कूलों को प्राइवेट स्कूलों से बेहतर बना रही है, लेकिन भोपाल जैसे शहर में पीएम श्री स्कूल की ये हालत देखकर ये दावा खोखला नजर आता है. 


 

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