मध्यप्रदेश के गुना जिले में "पार्टी विद डिफरेंस" का नारा देने वाली बीजेपी इस बार अपने ही नेताओं की आपसी गुटबाजी और हाथापाई को लेकर चर्चा में है. मामला नगर पालिका परिषद गुना का है, जहां शुक्रवार यानी 19 सितंबर को होने वाली साधारण बैठक को आखिरी समय में स्थगित करना पड़ा. वजह? भारतीय जनता पार्टी के नेताओं की आपसी लड़ाई, जो एक निजी होटल में सबके सामने हो गई
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इस विवाद का वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है, जिसमें भारतीय जनता पार्टी के पार्षद आपस में उलझते और गाली-गलौच करते नजर आ रहे हैं. जनता सब कुछ तमाशा बन देखती रही और पार्टी की मर्यादा तार-तार हो गई.
प्राइवेट होटल में BJP नेताओं की बैठक में मचा बवाल
यह सारा बवाल गुरुवार को उस वक्त शुरू हुआ जब नगरपालिका परिषद के उपाध्यक्ष धरम सोनी और नपाध्यक्ष सविता गुप्ता के पति अरविंद गुप्ता के बीच कहासुनी हो गई. देखते ही देखते बात हाथापाई तक पहुंच गई. यह बैठक एक बीजेपी नेता के होटल में हो रही थी जहां पार्षदों को इकट्ठा किया गया था.
बताया गया कि पार्षद दो गुटों में बंट चुके हैं. एक तरफ अध्यक्ष के समर्थक हैं तो दूसरी ओर उपाध्यक्ष और जिला अध्यक्ष के करीबी. विवाद उस वक्त और बढ़ गया जब नपाध्यक्ष का ड्राइवर बैठक में पहुंचा और उसने उपाध्यक्ष पर गाली देने का आरोप लगाकर जिलाध्यक्ष से शिकायत कर दी. इससे माहौल और गरमा गया.
भिड़े पार्षद, बैठक हंगामे की भेंट चढ़ी
बैठक में कुल 26 बीजेपी पार्षद पहुंचे थे. इनमें से 8 पार्षद नपाध्यक्ष सविता अरविंद गुप्ता के साथ नजर आए, जबकि बाकी 18 पार्षद विरोधी खेमे में शामिल हो गए. विरोधी गुट ने प्रस्तावित बैठक का बहिष्कार करने की बात कही, जिसके बाद नगर पालिका अध्यक्ष ने मुख्य नगरपालिका अधिकारी को पत्र लिखकर बैठक स्थगित करने का फैसला लिया.
अब यह बैठक 26 सितंबर, दोपहर 3 बजे नगरपालिका के सभा कक्ष में होगी.
करोड़ों की विकास योजनाएं अटक गईं
गुटबाजी की वजह से बैठक रद्द होने का सीधा असर शहर की विकास योजनाओं पर पड़ा. एजेंडे में कई अहम प्रस्ताव शामिल थे:
- रेलवे स्टेशन से वॉक वॉटर कनेक्शन के लिए ₹156 लाख की मंजूरी
- जिला न्यायालय से नानाखेड़ी पेट्रोल पंप तक सड़क डामरीकरण के लिए ₹210 लाख
- हनुमान चौराहे से जज्जी बस स्टैंड ओवरब्रिज तक सड़क निर्माण के लिए ₹150 लाख
- नगर ऑडिटोरियम में 600 कुर्सियों की खरीदी और अन्य कार्यों के लिए ₹60 लाख
अब इन सभी प्रस्तावों पर निर्णय 26 सितंबर को होने वाली बैठक में ही लिया जा सकेगा.
कांग्रेस ने ली चुटकी, अंदरूनी झगड़े पर उठाए सवाल
इस पूरे घटनाक्रम पर कांग्रेस ने भी तंज कसते हुए कहा कि यही BJP का "असल चरित्र" है. एक तरफ पार्टी देश में अनुशासन और विकास की बात करती है, वहीं उनके अपने नेता आपस में गाली-गलौज और हाथापाई कर रहे हैं.
क्या अगली बैठक में होगा समाधान?
मुख्य नगरपालिका अधिकारी ने सभी पार्षदों से अपील की है कि वे 26 सितंबर को समय पर पहुंचें और विकास कार्यों के लिए बैठक को सफल बनाएं. लेकिन, जिस तरह से गुरुवार की रात मामला खुलकर सामने आया, उससे यह साफ है कि आने वाली बैठक में भी टकराव की संभावना बनी हुई है.
बीजेपी के सूत्रों के अनुसार कई नेता अपने पुराने ‘एहसान’ गिनाते नजर आए. किसी की बेटी की शादी में खर्च उठाने की बात, किसी के इलाज का ज़िक्र और उपचुनाव में खर्चे की चर्चा भी हो गई. इससे यह साफ हो गया कि पार्टी के भीतर की खींचतान अब दबने वाली नहीं है.
बीजेपी की गुटबाजी इस बार गुना की सड़कों से लेकर सोशल मीडिया तक चर्चा में है. "पार्टी विद डिफरेंस" का नारा देने वाली पार्टी को अब अपने भीतर झांककर देखना होगा कि असल में फर्क क्या बचा है.
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