MP Monsoon Update: मध्य प्रदेश में मानसून की सक्रियता के चलते मौसम पूरी तरह बदल चुका है. बीते कुछ दिनों से प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में हो रही बारिश ने एक ओर गर्मी से राहत दी है, तो दूसरी ओर कई जिलों में तेज हवाओं, आंधी-तूफान और जलभराव से लोगों की परेशानी बढ़ गई है. 25 जून को भी राज्य के अधिकांश जिलों में गरज-चमक, भारी बारिश और तेज हवाओं के साथ मौसम अस्थिर रहने की संभावना जताई गई है.
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पिछले 24 घंटों का हाल
24 जून को भोपाल, इंदौर, जबलपुर, शहडोल, सागर, ग्वालियर और नर्मदापुरम संभागों के अधिकांश जिलों में मध्यम से भारी बारिश दर्ज की गई. कराहल (122.6 मिमी), कोलारस (115.0 मिमी), श्योपुर (94.2 मिमी), बड़ौदा, बिलासपुर और छिंदवाड़ा सहित कई इलाकों में झमाझम बारिश हुई.
साथ ही, शिवपुरी में 46 किमी/घंटा, हरदा में 41 किमी/घंटा और गुना, सीहोर, अशोकनगर सहित अन्य जिलों में 30-33 किमी/घंटा की रफ्तार से तेज हवाएं चलीं. तापमान की बात करें तो पचमढ़ी का न्यूनतम तापमान 14.8°C और सीधी का अधिकतम तापमान 33°C रहा.
आज कौन से जिले हैं अलर्ट में?
25 जून को मध्य प्रदेश के अधिकांश जिलों में तेज बारिश, गरज-चमक और आंधी की स्थिति बनी रहेगी. श्योपुरकलां में अति भारी बारिश, जबकि शिवपुरी, निवाड़ी, उमरिया, जबलपुर, छिंदवाड़ा, बालाघाट, मंडला और डिंडोरी जिलों में भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है. राजगढ़, शाजापुर, अशोकनगर, बालाघाट, पांढुर्णा और शिवपुरी में 30-40 किमी/घंटा की रफ्तार से तेज हवाएं और आंधी-तूफान का खतरा बना हुआ है.
इसके अलावा भोपाल, इंदौर, रतलाम, धार, गुना, सीहोर, विदिशा, नरसिंहपुर, मंडला, कटनी, दमोह, सागर और पन्ना जिलों में भी गरज-चमक और तेज हवाओं के साथ बौछारें पड़ने की संभावना है.
26 और 27 जून कैसा रहेगा मौसम?
26 जून को भी अधिकांश जिलों में बारिश का सिलसिला जारी रहेगा. जबलपुर, बालाघाट, छिंदवाड़ा, उमरिया, डिंडोरी और कटनी जैसे जिलों में मध्यम से भारी वर्षा की संभावना है. वहीं 27 जून को भोपाल, रीवा, सागर, शहडोल और ग्वालियर संभागों में गरज के साथ बारिश और आंधी-तूफान की चेतावनी दी गई है. पूर्वी और दक्षिण-पश्चिमी जिलों में तेज हवाओं के साथ हल्की से मध्यम बारिश की संभावना बनी रहेगी.
कहां तक पहुंचा मानसून?
मानसून की उत्तरी सीमा फिलहाल राजस्थान, दिल्ली, उत्तर प्रदेश होते हुए पंजाब और जम्मू-कश्मीर तक पहुंच गई है. मध्य प्रदेश में बंगाल की खाड़ी और झारखंड की ओर से आने वाली ट्रफ लाइन और ऊपरी वायुमंडलीय चक्रवात के कारण मानसूनी गतिविधियां तेजी से फैल रही हैं. प्रदेश के लगभग सभी हिस्सों में मानसून सक्रिय हो गया है और अगले 3-4 दिन तक इसका असर तेज बना रहेगा.
मौसम विभाग की चेतावनी
मौसम विभाग ने लोगों को चेतावनी दी है कि तेज बारिश के चलते दृश्यता कम हो सकती है जिससे सड़क और हवाई यातायात बाधित हो सकता है. कई शहरों के निचले इलाकों में जलभराव की आशंका है जिससे यातायात जाम और बीमारियों का खतरा बढ़ सकता है. तेज हवाओं के चलते पेड़, बिजली के खंभे और अस्थायी ढांचे गिर सकते हैं.
मौसम विभाग ने लोगों को खुले में काम करने से बचने, पेड़ों या बिजली के खंभों के नीचे खड़े न होने, और घरों में सुरक्षित रहने की सलाह दी है. किसानों को भी सलाह दी गई है कि बारिश के समय उर्वरक या कीटनाशक का छिड़काव न करें और बोई गई फसलों को पुआल या शेड से ढककर रखें.
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