MP Monsoon Update: मध्य प्रदेश में मानसून की सक्रियता अब और तेज हो गई है. बीते 24 घंटों के भीतर कई जिलों में भारी बारिश और तेज हवाओं ने लोगों को गर्मी से तो राहत दी, लेकिन वहीं बिजली गिरने और जलभराव की आशंका ने सतर्कता भी बढ़ा दी है. मौसम विभाग ने आज यानी 27 जून के लिए कई जिलों में भारी बारिश, आंधी और बिजली गिरने का अलर्ट जारी किया है. आइए जानते है आज किन जिलों में क्या है अलर्ट और मौसम का पूरा मिजाज.
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पिछले 24 घंटों का हाल
26 जून को मध्य प्रदेश के भोपाल, नर्मदापुरम, ग्वालियर, रीवा, सागर, इंदौर, उज्जैन, जबलपुर और शहडोल संभागों के अधिकांश जिलों में मध्यम से भारी बारिश दर्ज की गई. सबसे अधिक वर्षा अलीराजपुर के उदयगढ़ (132.2 मिमी), नीमच (96 मिमी), पलेरा (90 मिमी), आष्टा (89 मिमी), बदनावर (82.2 मिमी), मोहनगढ़ (80 मिमी) और राजपुर (74 मिमी) में रिकॉर्ड की गई.
न्यूनतम तापमान पचमढ़ी में 16.2°C और अधिकतम तापमान ग्वालियर में 35.6°C दर्ज हुआ. इंदौर, सागर और भोपाल संभागों में तापमान सामान्य से 3 से 5 डिग्री कम रहा, जिससे मौसम सुहाना बना रहा.
27 जून को कैसा रहेगा मौसम?
आज 27 जून को अलीराजपुर और झाबुआ में अति भारी वर्षा की संभावना जताई गई है, जबकि मंडला और बालाघाट में भी बहुत भारी वर्षा का अनुमान है. जबलपुर, नरसिंहपुर, सिवनी, पन्ना, दमोह और सागर जिलों में भारी वर्षा और गरज-चमक के साथ आंधी का खतरा बना हुआ है. भोपाल, राजगढ़, बैतूल, हरदा, खंडवा, खरगोन, बड़वानी, शाजापुर, आगर, नीमच, गुना, अशोकनगर, शिवपुरी, ग्वालियर, दतिया, भिंड, मुरैना और श्योपुरकलां जिलों में गरज-चमक के साथ 30–40 किमी/घंटा की तेज हवाएं चल सकती हैं.
इसके अलावा सिंगरौली, सीधी, रीवा, मऊगंज, सतना, अनुपपुर, शहडोल, उमरिया, डिंडोरी, कटनी, छिंदवाड़ा, छतरपुर, टीकमगढ़, निवाड़ी, मैहर और पांढुर्णा जिलों में भी आंधी और बिजली गिरने की आशंका है. मौसम विभाग ने इन सभी जिलों के लिए यलो और ऑरेंज अलर्ट जारी किया है.
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28 और 29 जून का पूर्वानुमान
28 जून को बारिश का सिलसिला मध्य, पूर्व और दक्षिण-पश्चिम जिलों में जारी रहेगा. बड़वानी, मंदसौर, उज्जैन, इंदौर, छिंदवाड़ा, बालाघाट, कटनी और डिंडोरी जिलों में गरज-चमक के साथ मध्यम बारिश और तेज हवाओं का अनुमान है. 29 जून को जबलपुर, सागर, रीवा, सतना, सीधी, पन्ना और शहडोल संभागों में हल्की से मध्यम बारिश के साथ आंधी और बिजली गिरने की संभावना बनी हुई है. इन दो दिनों में किसानों और आमजन को विशेष सतर्कता बरतने की सलाह दी गई है.
मानसून की स्थिति
मानसून की उत्तरी सीमा अब राजस्थान, दिल्ली, उत्तर प्रदेश होते हुए जम्मू-कश्मीर तक पहुंच चुकी है. मध्य प्रदेश में बंगाल की खाड़ी से आ रही नमी और अरब सागर से सक्रिय ट्रफ लाइन के कारण राज्य में मानसून पूरी तरह सक्रिय हो गया है. वर्तमान में एक ऊपरी वायुमंडलीय चक्रवात उत्तर-पूर्वी मध्य प्रदेश पर बना हुआ है, जिससे आने वाले 3-4 दिनों तक राज्य के अधिकांश हिस्सों में बारिश की गतिविधियां तेज बनी रहेंगी.
मौसम विभाग की चेतावनी
भारत मौसम विज्ञान विभाग ने चेतावनी जारी की है कि भारी बारिश के कारण दृश्यता में कमी आ सकती है जिससे सड़क और हवाई यातायात प्रभावित हो सकता है. निचले इलाकों में जल भराव की संभावना है, जिससे ट्रैफिक जाम और बीमारियों का खतरा बढ़ सकता है. आंधी-तूफान के कारण पेड़, बिजली के खंभे और कमजोर ढांचे गिर सकते हैं.
किसानों को सुझाव दिया गया है कि वे बारिश के समय उर्वरक या कीटनाशक का छिड़काव न करें और अपनी फसल को ढककर रखें. मौसम विभाग ने लोगों से अपील की है कि बिजली गिरने की घटनाओं से बचाव के लिए खुले मैदान, पेड़ और बिजली के पोल से दूर रहें. अगर संभव हो तो गरज-चमक के समय घर में ही रहें और बिजली उपकरणों को बंद रखें.
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