जब कोई मोहम्मद, कोई हाजी नहीं तो फिर गांव का ये नाम क्यों? CM मोहन यादव का बड़ा फैसला

मुख्यमंत्री मोहन यादव ने रविवार को एक नया रिकॉर्ड बना डाला. यह रिकॉर्ड है एक साथ 11 गांव के नाम बदलने का. दरअसल, सीएम यादव रविवार को शाजापुर जिले में थे, जहां उनसे कई गांवों के नाम बदलने की मांग की गई. उन्होंने एक-दो नहीं, 11 गांवों के नाम बदल दिए.

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मनोज पुरोहित

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Madhya Pradesh News: मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने रविवार को एक नया रिकॉर्ड बना डाला. यह रिकॉर्ड है एक साथ 11 गांव के नाम बदलने का. दरअसल, सीएम मोहन यादव रविवार को शाजापुर जिले में थे, जहां उनसे गांवों के नाम बदलने की मांग की गई और उन्होंने एक साथ 11 गांव के नाम बदल दिए. हाजीपुर को नया नाम दिया हीरापुर और मोहम्मदपुर को बना दिया मोहनपुर.

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सीएम मोहन यादव ने कहा- जब मोहम्मद और हाजी का नाम का गांव में कोई नहीं है तो फिर इन गांवों का ऐसा नाम क्यों? कुछ दिन पहले ही CM मोहन यादव ने अपने गृह जिले उज्जैन जिले के 3 गांवों के नाम बदल दिए हैं. यहां पर भी मौलाना नाम का एक गांव था, जिसे लेकर सीएम मोहन यादव ने कहा था-  मौलाना लिखते हुए पेन अटकता था..

दरअसल, मुख्यमंत्री मोहन यादव शाजापुर जिले की कालापीपल विधानसभा में लाड़ली बहना की किस्त खाते में डालने पहुंचे थे. वहीं, कालापीपल विधानसभा के कुछ गांवों के नाम भी बदलने का प्रस्ताव स्थानीय विधायक ने मुख्यमंत्री को दिया, जिस पर मुख्यमंत्री ने मंच से चुटकी लेते हुए एक-एक गांव का नाम पढ़कर उन्हें बदलने का आदेश दिया.

11 गांवों के नाम बदल 

गौरतलब है कि कालापीपल विधानसभा विधायक घनश्याम चंद्रवंशी के प्रस्ताव पर 11 गांवों के नाम बदल दिए गए. मंच से मुख्यमंत्री मोहन यादव ने उन गांवों के नाम पढ़े, जिनके नाम बदले गए हैं. उन्होंने कहा कि 'जब गांव में कोई हाजी नहीं, तो फिर हाजीपुर कैसा. जब कोई मोहम्मद नहीं, तो फिर मोहम्मदपुर कैसा. ऐसे आधा दर्जन से अधिक गांवों के नाम बदले गए. मुस्लिम धर्म के नाम पर जो गांव थे, उनके नाम बदलने का प्रस्ताव स्वीकार किया.'

इन गांवों के बदले नाम

- मोहम्मदपुर मछनई मोहनपुर
- डाबला हुसैनपुर डाबला राम
- मोहम्मदपुर पावडिय़ा रामपुर पावडिय़ा
- खजूरी अलाहदाद खजूरी राम
- हाजीपुर हीरापुर
- निपानिया हिसामुद्दीन निपानिया देव
- रिछड़ी मुरादाबाद रिछड़ी
- खलीलपुर रामपुर
- उचोद उचावद
- घट्टी मुख्तियारपुर घट्टी
- शेखपुर बोगी अवधपुरी

CM पहली बार आए थे कालापीपल

मुख्यमंत्री बनने के बाद पहली बार कालापीपल विधानसभा पहुंचे मोहन यादव ने स्थानीय विधायक घनश्याम चंद्रवंशी की लगभग सभी मांगों पर स्वीकृति प्रदान की. कालापीपल नया अनुविभाग बनाने की मांग रखी गई एवं अन्य विकास कार्यों की भी घोषणा की गई. कार्यक्रम में पूरे प्रदेश की लाड़ली बहनाओं को किश्त जारी की गई. कार्यक्रम में शुजालपुर विधायक इंदरसिंह परमार, शाजापुर विधायक अरुण भीमावद और भाजपा के वरिष्ठ पदाधिकारी वे नेता मौजूद थे.

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